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नईदिल्ली : " हम निभाएंगे " के द्वारा कांग्रेस का घोषणापत्र जारी, सत्ता में आने के लिए किए कई वादे

 " हम निभाएंगे " के द्वारा कांग्रेस का घोषणापत्र जारी, सत्ता में आने के लिए किए कई वादे 
ए कुमार

नईदिल्ली 2 अप्रैल 2019 ।।
कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने, लोकसभा चुनाव 2019 के लिए घोषणापत्र जारी कर दिया है। इसे जन-आवाज का नाम दिया गया है। घोषणापत्र के कवर पेज पर लिखा गया है- हम निभाएंगे। सोनिया गांधी, प्रियंका गांधी वाड्रा और पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह भी राहुल के साथ मौजूद हैं।

राहुल गांधी ने कहा कि घोषणापत्र को बंद दरवाजों के पीछे नहीं जनता के बीच जाकर तैयार किया है। जिस तरह कांग्रेस के चुनाव चिन्ह हाथ में पांच उंगलियां है, इसी तरह हमारे घोषणापत्र में पांच बड़ी बातों का जिक्र है। किसान और रोजगार इस देश में सबसे बड़े मुद्दे हैं।


*घोषणापत्र की प्रमुख बातें:-*

  1. हर साल 20 फीसदी गरीबों को न्याय योजना के तहत 72 हजार रुपये सालाना।
  2. मार्च 2020 तक 22 लाख खाली पड़े पदों को भरा जाएगा।
  3. हिंसक भीड़ पर रोक लगाएंगे, लोकसभा में नया कानून लाएंगे।
  4. युवाओं को पक्का रोजगार मिलेगा।
  5. जीएसटी को आसान बनाया जाएगा।
  6. मनरेगा में 100 दिन से बढ़ाकर 150 दिन रोजगार गारंटी।
  7. 3 साल तक नए कारोबारों को किसी मंजूरी की जरूरत नहीं।
  8. ग्राम पंचायत में 10 लाख नौकरियां।
  9. जीडीपी का 6 फीसदी शिक्षा के लिए खर्च होगा।
  10. किसानों के लिए अलग बजट, कर्ज न चुका पाएं तो आपराधिक मामला नहीं।
  11. सरकारी अस्पतालों को मजबूत करेंगे।
[4/2, 14:28] अमित गोरखपुर 2: राहुल गांधी ने कहा कि घोषणापत्र को बंद दरवाजों के पीछे नहीं जनता के बीच जाकर तैयार किया है। जिस तरह कांग्रेस के चुनाव चिन्ह हाथ में पांच उंगलियां है, इसी तरह हमारे घोषणापत्र में पांच बड़ी बातों का जिक्र है। किसान और रोजगार इस देश में सबसे बड़े मुद्दे हैं।

घोषणापत्र की बड़ी बातें:
हर साल 20 फीसदी गरीबों को न्याय योजना के तहत 72 हजार रुपये सालाना।
मार्च 2020 तक 22 लाख खाली पड़े पदों को भरा जाएगा।
युवाओं को पक्का रोजगार मिलेगा।
जीएसटी को आसान बनाया जाएगा।
मनरेगा में 100 दिन से बढ़ाकर 150 दिन रोजगार गारंटी।
3 साल तक नए कारोबारों को किसी मंजूरी की जरूरत नहीं।
ग्राम पंचायत में 10 लाख नौकरियां।
जीडीपी का 6 फीसदी शिक्षा के लिए खर्च होगा।
किसानों के लिए अलग बजट, कर्ज न चुका पाएं तो आपराधिक मामला नहीं।
सरकारी अस्पतालों को मजबूत करेंगे।
हिंसक भीड़ पर रोक लगाएंगे, लोकसभा में नया कानून लाएंगे।

घोषणापत्र जारी करने से पहले:
घोषणापत्र बनने की प्रक्रिया के बारे में बताते हुए समिति के संयोजक राजीव गौड़ा ने बताया कि लोगों की आवाज सुनी गई है। पूरे देश से विचार जमा किए गए, जनता से बात की गई और उसके बाद उन विचारों को घोषणापत्र का हिस्सा बनाया गया। कुल 1 लाख 60 हजार सुझाव पार्टी को मिले।

घोषणापत्र समिति के अध्यक्ष पी चिदंबरम ने बताया कि इसमें महिलाओं, छोटे कारोबारियों, शिक्षा, स्वास्थ्य, राष्ट्रीय सुरक्षा का भी ध्यान रखा गया है। जब मुंबई की महिलाओं से सबसे बड़े मुद्दे के बारे में पूछा गया तो जवाब मिला-महिला सुरक्षा। मोदी सरकार के राज में करीब पांच करोड़ नौकरियां गईं।

पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह ने कहा कि ये भविष्य की राह दिखाने वाला घोषणापत्र होगा। कांग्रेस के लिए आज का दिन ऐतिहासिक होगा। गरीबी, बीमारी से जूझते देश के लिए जरूरी योजनाओं का जिक्र होगा। ये घोषणापत्र लोगों की उम्मीदों, आकांक्षाओं को पूरा करने वाला होगा।