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चाटुकारिता की पराकाष्ठा : योग गुरु बाबा रामदेव ने की मांग, 23 मई को मनाया जाए मोदी दिवस

चाटुकारिता की पराकाष्ठा : योग गुरु बाबा रामदेव ने की मांग, 23 मई को मनाया जाए मोदी दिवस
ए कुमार


नईदिल्ली 27 मई 2019 ।।
योग गुरु बाबा रामदेव ने चाटुकारिता की पराकाष्ठा की हद को पार करते हुए 23 मई को 'मोदी दिवस' के रूप में मनाने की वकालत की है। दरअसल, लोकसभा चुनाव के नतीजे इसी दिन आए, जिसमें बीजेपी को अकेले 303 सीटें मिलीं और उसके नेतृत्व वाले गठबंधन एनडीए को 353 सीटों पर सफलता मिली है। इस ऐतिहासिक विजय को भारतीय राजनीति में हमेशा याद किए जाने के लिए योग गुरु ने सोमवार को विशेष दिवस घोषित करने की मांग की।
उन्होंने कहा कि 23 मई भारतीय इतिहास में गौरवशाली दिन बना है जब प्रचंड बहुमत से देश की जनता ने मोदी सरकार बनाई है। 50 फीसदी से भी अधिक मतदान देकर मोदी, बीजेपी और एनडीए में देश ने भरोसा जताया है। मैं चाहता हूं कि 23 मई का दिन भारतीय राजनीति के लिहाज से हमेशा याद किया जाए। ऐसे में उनकी मांग है कि इस दिन को मोदी दिवस या लोक कल्याण दिवस के रूप में मनाया जाए।
उन्होंने कहा, 'एक गरीब के घर में, अति पिछड़े परिवार में, चाय बेचने वाले के घर में पैदा हुआ नरेंद्र पूरे देश में सबलोगों का समर्थन पाता है। मोदी अपने बूते पर 300 से ज्यादा सीटें जीतते हैं। यह लोकतंत्र में लोगों के विश्वास की पराकाष्ठा का दिन है। यह बात मैं इसलिए नहीं कह रहा कि मेरा मोदी से प्रेम है। भगवान का बहुत बड़ा अनुग्रह मोदी पर है, जो करोड़ों लोगों का विश्वास उन्होंने अर्जित किया है।
बता दे कि योग गुरु से उद्योगपति बने बाबा के सुर चुनाव के समय अपने व्यापारिक हित को बचाने के लिये बदले हुए थे लेकिन पीएम मोदी के प्रचंड बहुमत के साथ पुनः सरकार बनाने से अपने व्यापारिक हित साधने के लिये बाबा ने यह बयान दिया है ।