नगरा (बलिया)पुलिस की कार्यप्रणाली पर उठ रहे है सवाल , 23 दिन से हुई चोरी का नही हुआ अबतक खुलासा,लोगों का आरोप ठंडे बस्ते में हो गयी है घटना
नगरा (बलिया)पुलिस की कार्यप्रणाली पर उठ रहे है सवाल , 23 दिन से हुई चोरी का नही हुआ अबतक खुलासा,लोगों का आरोप ठंडे बस्ते में हो गयी है घटना
नगरा बलिया 24 जून 2019 ।। थाना क्षेत्र के ताड़ीबड़ा गांव में हुई चोरी का खुलासा 23 दिन बाद भी पुलिस नहीं कर पाई है। क्षेत्रीय जनो का मानना है कि अन्य चोरियों की तरह इस चोरी को भी पुलिस ठंडे बस्ते में डाल देगी। क्योंकि पुलिस चोरी जैसे अपराधों का राजफाश करने में रुचि नहीं ले रही है। जब बड़ी चोरी का खुलासा करने में पुलिस विफल है तो छोटी मोटी चोरियों की क्या स्थिति होगी।थाना प्रभारी यादवेन्द्र पांडेय के अनुसार चोरी की जांच पड़ताल जारी है किंतु अभी खुलासा नहीं हो पाया है।
नगरा थाना क्षेत्र के ताड़ीबड़ा गांव में मो वसीम के घर 30 मई की रात चोरों ने घर के पीछे का जंगला तोड कर घर में घुस गए और अलमारी को तोड़कर उसमें रखे बैग को निकाल लिए और बाहर जाकर बैग में रखे नौ लाख रुपए के गहने और 97 हजार नगद लेकर चलें गए तथा बैग फेक दिए।पीड़ित ने घटना की सूचना दूसरे दिन सुबह पुलिस को दी किंतु तीन दिन तक पुलिस मुकदमा पंजीकृत न कर चोरी की घटना को दबाने का प्रयास करती रही। मीडिया कर्मियों द्वारा ट्वीट कर घटना की जानकारी एडीजी वाराणसी दिया गया ,तब जा कर पुलिस ने चोरी की मुकदमा पंजीकृत की किंतु चोरी की घटना के 23 दिन बाद भी पुलिस के हाथ चोरों के गिरेबान तक नहीं पहुंचे है। ग्रामीणों की माने तो पुलिस चोरी की घटना का खुलासा करने में रुचि नहीं ले रही है।चोरी की घटनाओं से ग्रामीणों में दहशत है। थाना प्रभारी का यह कहना कि चोरी की जांच जारी है किन्तु अभी खुलासा नहीं हो पाया है, आमजन के समझ से परे है। बड़ी चोरी की घटना का खुलासा करने में पुलिस के हाथ खाली है तो छोटी छोटी चोरियों का क्या हाल होगा।ताड़ीबड़ा गांव के पूर्व प्रधान श्याम नारायण सिंह ने कहा कि जब पुलिस चोरी की घटना का मुकदमा पंजीकृत करने में आनाकानी कर रही थी तो चोरी कि खुलासा की उम्मीद कम ही है। ऐसा लगता है कि पुलिस चोरी को अपराध की श्रेणी से बाहर कर दी है। कहे कि पुलिस अगर इसी तरह घटनाओं का खुलासा करने में विफल रही तो आमजन का विश्वास पुलिस से उठ जाएगा।