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नगरा बलिया : वाह रे बिजली विभाग , कर्मचारी ही शासनादेशों की उड़ा रहे है धज्जियां ,24 घण्टे से लगा ट्रांसफार्मर ,नही शुरू की सप्लाई


 वाह रे बिजली विभाग , कर्मचारी ही शासनादेशों की उड़ा रहे है धज्जियां ,24 घण्टे से लगा ट्रांसफार्मर ,नही शुरू की सप्लाई
संतोष द्विवेदी

नगरा बलिया 15 जून 2019 ।। नगरा क्षेत्र में सरकार पर विद्युत महकमे के कर्मचारी भारी पड़ रहे है, तभी तो ट्रांसफार्मर लगने के 24 घंटे बाद भी ग्रामीणों को बिजली के दर्शन नहीं हुए। भीषण गर्मी से जनता बेहाल है। उपर से विद्युत अनापूर्ति जले पर नमक छिड़कने के समान है। विभागीय कर्मचारियों के लापरवाही एवं उदासीनता के चलते सरकार का 24 घंटे में ट्रांसफार्मर बदलने का दावा खोखला साबित हो रहा है। अधिकारी दिनभर अपना मोबाइल स्विच ऑफ रख रहे है, लोग शिकायत करे तो किससे करे।
         नगरा रसड़ा रोड पर सिनेमा हाल के समीप नहर पर स्थित ट्रांसफार्मर विद्युत उपकेंद्र के कर्मचारियों के लापरवाही के चलते 13 जून को सुबह आग लगने से जलकर खाक हो गया। ग्रामीणों ने इसकी शिकायत टोल फ्री नंबर 1012 पर किया। ग्रामीणों की शिकायत पर विभाग द्वारा 14 जून को ट्रासंफार्मर भेजा गया जो उसी दिन दोपहर दो बजे तक लगा दिया गया। विद्युत उपकेंद्र के कर्मचारियों ने उक्त ट्रांसफार्मर से कनेक्शन ये कह कर नहीं किया कि अभी ट्रासंफार्मर हीट होगा तब सुबह सप्लाई दी जाएगी। शनिवार को नौ बजे के बाद कनेक्शन जोड़ने पहुंचे विद्युत कर्मी लगभग चार घंटे का समय कनेक्शन जोड़ने में लगा दिया।इस बीच भीषण उमस भरी गर्मी में बिजली न मिलने से आम लोग बेचैन रहे। सबसे अधिक परेशानी महिलाओं, बच्चो एवं मरीजों को झेलनी पड़ी। 3 बजे विद्युत आपूर्ति बहाल होते ही बिजली का दर्शन हुआ, उसके बाद फिर छु मंतर हो गई। शाम तक गर्मी में लोग उबलते रहे। उपभोक्ता दिनभर परेशान रहे। किसके यहां शिकायत की जाए क्योंकि सुबह ही स्विच ऑफ हुआ और शाम तक मोबाइल बन्द रही।




डॉ शशि  प्रकाश कुशवाहा ने कहा कि सूबे की सरकार की घोषणा नगरा क्षेत्र में हवा हवाई है। दो दो दिन बिजली न आने से जनता गर्मी से बेहाल है। महिलाओं, बच्चो को कौन कहे, पानी के लिए भटकना पड़ रहा है। विद्युत उपकेंद्र के अधिकारी अपना मोबाइल स्विच ऑफ करके मस्ती में लगे है। पूर्व प्रधान काशीनाथ जायसवाल ने कहा कि फाल्ट के नाम पर दिन दिन भर विद्युत की आपूर्ति बाधित रह रही है। हवा के मामूली झोके भी तार बर्दाश्त नहीं कर पा रहे है। उमस भरी गर्मी से जनजीवन अस्त व्यस्त हो गया है। शासन के निर्देशों का असर कर्मचारियों एवं अधिकारियों पर नहीं है। किसान नेता लाल बहादुर चौधरी ने कहा कि बलिया में आए पूर्वांचल विद्युत वितरण निगम के एमडी के निर्देशों का असर भी यहां के कर्मचारियों अधिकारियों पर नहीं है। उपकेंद्र से जुड़े अफसर मोबाइल स्विच ऑफ रखते है या रिसीव नहीं करते है। शासन के निर्देशों का भी असर नहीं है। दवा कारोबारी महेश मौर्यवंशी ने कहा कि सरकार 18 घंटे विद्युत आपूर्ति का दावा कर रही है जो क्षेत्र में हवा हवाई है। रात में छः घंटे से आठ घंटे आपूर्ति दी जाती है। इसमें भी हर आधे घंटे पर कटती रहती है। जिससे दिन का चैन छिन ही गया है, रात की नींद भी हराम हो गई है। विद्युत उपकेंद्र पर सरकारी मोबाइल तो बन्द ही रहता है। अवर अभियंता का मोबाइल भी स्विच ऑफ रहता है।