चेतावनी : अभी 30 जून तक रूला सकती है उमस भरी गरमी - डा० गणेश पाठक
अभी 30 जून तक रूला सकती है उमस भरी गरमी
- डा० गणेश पाठक
डॉ सुनील ओझा की रिपोर्ट
बलिया 25 जून 2019 ।।
अमरनाथ मिश्र स्नातकोत्तर महाविद्यालय दूबेछपरा, बलिया के पूर्व प्राचार्य पर्यावरणविद् एवं भूगोलविद् डा० गणेश कुमार पाठक ने एक भेंटवार्ता में बताया कि मौसम की भविष्यवाणी करने वाली विभिन्न संस्थाओं एवं एजेंसियों द्वारा जारी मौसम के आँकड़ों के अनुसार अभी उमस भरी गरमी 30 जून तक परेशान कर सकती है । एक्यू वेदर द्वारा जारी 10 दिनों के लिए अनुमानित अधिकतम् एवं न्यूनतम् तापमान के आँकड़ों के अनुसार 25, 26, 27, 28, 29, 30 जून एवं 1, 2, 3, तथा 4 जुलाई को अधिकतम् तापमान क्रमशः 38, 40, 41, 42, 41, 44 एवं 39, 36, 36 तथा 36 अंश सेण्टीग्रेट रह सकता है, जब कि उक्त तिथियों को न्यनतम् तापमान क्रमशः 30, 29, 30, 31, 30, 31, 30, 30 29 एवं 28 अंश सेण्टीग्रेट रहने की सम्भावना है।
दूसरी तरफ गूगल द्वारा जारी अनुमानित तापमान के आँकड़ों के अनुसार 25 जून से लेकर 4 जुलाई तक के 10 दिनों का अधिकतम् तापमान क्रमशः 38, 38, 39, 41, 39, 37, 36, 32, 32 एवं 33 अंश सेण्टीग्रेट रहने का अनुमान है, जबकि इन
तिथियों को न्यूनतम् तापमान क्रमशः 31, 29, 29, 30, 30, 29, 28, 27, 27 एवं 28 अंश सेण्टीग्रेट रह सकता है।
तापमान के उपर्युक्त अनुमानित आँकड़ों के अनुसार उक्त तिथियों में से 25 से 30 जून तक की
तिथियों में तापमान का दैनिक तापान्तर भी अधिक रहेगा जिसके चलते 30 जु्न तक गरमी में राहत मिलने की कम ही सम्भावना है।
जहाँ तक मानसून आगमन का सवाल है और वर्षा होने की बात है तो 1 जुलाई से विधिवत मानसून आ जाने की भी सम्भावना है और पूर्वी हवा के झोकों के साथ वर्षा होने की भी सम्भावना प्रबल है। इसके बाद कई दिनों तक मौसम सामान्य बना रहेगा। इस वर्ष मानसून में देरी के कई कारण बताए जा रहे हैं। मानसून उत्पत्ति की प्रक्रिया में बाधक भौगोलिक एवं मौसमी दशाएँ, अलनीनो की प्रक्रिया एवं ग्लोबल वार्मिंग एवं मानसून की उत्पत्ति के बाद भी अरब सागर में उत्पन्न " "वायु" चक्रवात का दिशा परिवर्तन हो जाने से मानसून की गति धीमी हो जाना भी मानसून आने में देरी का महत्वपूर्ण कारण बताया जा रहा है।
- डा० गणेश पाठक
डॉ सुनील ओझा की रिपोर्ट
बलिया 25 जून 2019 ।।
अमरनाथ मिश्र स्नातकोत्तर महाविद्यालय दूबेछपरा, बलिया के पूर्व प्राचार्य पर्यावरणविद् एवं भूगोलविद् डा० गणेश कुमार पाठक ने एक भेंटवार्ता में बताया कि मौसम की भविष्यवाणी करने वाली विभिन्न संस्थाओं एवं एजेंसियों द्वारा जारी मौसम के आँकड़ों के अनुसार अभी उमस भरी गरमी 30 जून तक परेशान कर सकती है । एक्यू वेदर द्वारा जारी 10 दिनों के लिए अनुमानित अधिकतम् एवं न्यूनतम् तापमान के आँकड़ों के अनुसार 25, 26, 27, 28, 29, 30 जून एवं 1, 2, 3, तथा 4 जुलाई को अधिकतम् तापमान क्रमशः 38, 40, 41, 42, 41, 44 एवं 39, 36, 36 तथा 36 अंश सेण्टीग्रेट रह सकता है, जब कि उक्त तिथियों को न्यनतम् तापमान क्रमशः 30, 29, 30, 31, 30, 31, 30, 30 29 एवं 28 अंश सेण्टीग्रेट रहने की सम्भावना है।
दूसरी तरफ गूगल द्वारा जारी अनुमानित तापमान के आँकड़ों के अनुसार 25 जून से लेकर 4 जुलाई तक के 10 दिनों का अधिकतम् तापमान क्रमशः 38, 38, 39, 41, 39, 37, 36, 32, 32 एवं 33 अंश सेण्टीग्रेट रहने का अनुमान है, जबकि इन
तिथियों को न्यूनतम् तापमान क्रमशः 31, 29, 29, 30, 30, 29, 28, 27, 27 एवं 28 अंश सेण्टीग्रेट रह सकता है।
तापमान के उपर्युक्त अनुमानित आँकड़ों के अनुसार उक्त तिथियों में से 25 से 30 जून तक की
तिथियों में तापमान का दैनिक तापान्तर भी अधिक रहेगा जिसके चलते 30 जु्न तक गरमी में राहत मिलने की कम ही सम्भावना है।
जहाँ तक मानसून आगमन का सवाल है और वर्षा होने की बात है तो 1 जुलाई से विधिवत मानसून आ जाने की भी सम्भावना है और पूर्वी हवा के झोकों के साथ वर्षा होने की भी सम्भावना प्रबल है। इसके बाद कई दिनों तक मौसम सामान्य बना रहेगा। इस वर्ष मानसून में देरी के कई कारण बताए जा रहे हैं। मानसून उत्पत्ति की प्रक्रिया में बाधक भौगोलिक एवं मौसमी दशाएँ, अलनीनो की प्रक्रिया एवं ग्लोबल वार्मिंग एवं मानसून की उत्पत्ति के बाद भी अरब सागर में उत्पन्न " "वायु" चक्रवात का दिशा परिवर्तन हो जाने से मानसून की गति धीमी हो जाना भी मानसून आने में देरी का महत्वपूर्ण कारण बताया जा रहा है।