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लखनऊ : चिकित्सा स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण विभाग की समीक्षा बैठक में बोले सीएम योगी : मुख्य चिकित्सा अधिकारी और विभाग के वरिष्ठ अधिकारी नियमित रूप से फील्ड में जाने की डाले आदत


चिकित्सा स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण विभाग की समीक्षा बैठक में बोले सीएम योगी :
मुख्य चिकित्सा अधिकारी और विभाग के वरिष्ठ अधिकारी नियमित रूप से फील्ड में जाने की डाले आदत 

सभी कर्मियों को समय से स्वास्थ्य सेवाएं देने का निर्देश

विभाग के ज्वाइंट डायरैक्टर प्रदेश के सभी जनपदों का दौरा कर केंद्र व राज्य सरकार की योजनाओं की समीक्षा करने का निर्देश

मरीजों के प्रति चिकित्सक व अन्य स्टाफ का बेहतर हो व्यवहार , 108 के रिस्पांस टाइम को और करे कम

हर अस्पताल में एक नोडल अफसर हो, जो छोटी-बड़ी कमियों की मानीटरिंग करें, जिससे मरीजों को कोई परेशानी न हो

सीएमओ प्रतिदिन किसी सीएचसी, पीएचसी, वेलनेस सैंटर का निरीक्षण करें

प्रदेश के सभी 75 जनपदों में जागरुकता कार्यक्रम चलाए जाएं

क्षय रोग के नियंत्रण को लेकर जिलाधिकारी और जनप्रतिनिधियों के साथ मासिक बैठक करने के निर्देश
ए कुमार
लखनऊ 13 जून ।। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने वृहस्पतिवार को चिकित्सा स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण विभाग की समीक्षा की। लोकभवन में आयोजित समीक्षा बैठक के दौरान मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा है कि किसी मरीज के जीवन के साथ खिलवाड़ बरदाश्त नहीं होगा। उन्होंने कहा कि मुख्य चिकित्सा अधिकारी और विभाग के वरिष्ठ अधिकारी नियमित रूप से फील्ड में जाने की आदत डालें। ये सुनिश्चित होना चाहिए कि जनपद के अस्पतालों, सीएचसी और पीएचसी में तैनात चिकित्सक, नर्सिग स्टाफ, पैरामैडिकल स्टाफ और अन्य स्वास्थ्य कर्मी समय से अपनी सेवाएं दे रहे हैं। समीक्षा बैठक में मंत्री सिद्धार्थनाथ सिंह, डा. महेंद्र सिंह, स्वाति सिंह, मुख्य सचिव अनूप चंद्र पाण्डेय व प्रमुख सचिव प्रशांत त्रिवेदी भी मौजूद थे।

मुख्यमंत्री योगी ने स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण विभाग के ज्वाइंट डायरैक्टर को भी निर्देश दिया है कि अलग-अलग दिनों में प्रदेश के सभी जनपदों का दौरा कर केंद्र व राज्य सरकार की योजनाओं की समीक्षा करें।

मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने प्रदेश के सभी जिलों से आए मुख्य चिकित्साधिकारियों और स्वास्थ्य व परिवार कल्याण विभाग के अधिकारियों को संबोधित करते हुए कहा कि जिला चिकित्सालयों, सीएचसी व पीएचसी में चिकित्सकों, नर्सिंग स्टाफ, पैरामैडिकल स्टाफ व अन्य कर्मियों की उपलब्धता अनिवार्य होनी चाहिए। जिन चिकित्सालयों में टेलीमेडिसन की जरूरत है, वहां इसकी सुविधा होनी होनी चाहिए। उन्होंने मुख्य चिकित्सा अधिकारियों को निर्देश दिया है कि वे अपने अस्पताल के प्रत्येक बेड पर इलाज करवा रहे मरीज से बातचीत करें औऱ नियमित रूप से अस्पताल का राउंड लें।

मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा है कि मरीजों के प्रति चिकित्सक व अन्य स्टाफ का व्यवहार बेहतर होना चाहिए। उन्होंने कहा कि 108 के रिस्पांस टाइम को और कम करना होगा, इसकी जवाबदेही तय करना चाहिए। केंद्र और राज्य सरकार द्वारा चल रही स्वास्थ्य सबंधी योजनाओं को लेकर पाक्षिक समीक्षा होनी चाहिए। साथ ही आयुष्मान मित्रों के कार्यों की भी समीक्षा होनी चाहिए।

मरीजों के बेहतर उपचार के लिए मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा है कि मुख्य चिकित्सा अधिकारी को हर अस्पताल में एक नोडल अफसर बनाना चाहिए, जो कोई चिकित्सक होगा। नोडल अफसर अस्पताल से जुड़ी छोटी-बड़ी कमियों की मानीटरिंग करें, जिससे मरीजों को कोई परेशानी न हो।

मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि आप सभी की भूमिका सबसे महत्वपूर्ण है। सबके लिए स्वास्थ्य की अवधारणा को साकार करने में हम सब सफल हो सकें, इसके लिए हम सभी को टीम की तरह काम करना होगा। मुख्यमंत्री ने कहा कि आज से 25 साल पहले तक जिला अस्पताल बहुत ही अच्छे ढंग से संचालित होते थे। लेकिन इसके बाद निरंतर गिरावट आती गई। विगत दो वर्षों से हमने व्यवस्था को दुरुस्त करने का प्रयास किया है। पहले हम देखते थे कि अस्पतालों में दवाइयां नहीं मिल रही हैं, लेकिन विगत दो वर्षों से इसमें बड़ा परिवर्तन आया है। इस दौरान दवाइयों की संख्या दोगुनी हुई है। आने वाले समय में सरकार पूरी ताकत से काम करेगी, जिससे शत प्रतिशत दवाई हर तबके को मिल सकेगी।

मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि बिहार में अभी इंसेफेलाइटिस बीमारी से 35 मौतें हो गई हैं। वहां हाहाकार मचा हुआ है। आपदा से पहले तैयारी होनी चाहिए। हमें सतर्क रहना होगा। राज्य के प्रत्येक नागरिक को बिना भेदभाव के बेहतर इलाज करने के लिए हमें प्रतिबद्ध रहना होगा। योगी ने कहा कि अपने मन में इमानदारी से संकल्प ले लें कि हमें स्वास्थय सुविधाओं को बेहतर करना है तो प्रदेश के अंदर स्वास्थ्य सेवाएं बेहतर हो सकती है। स्वास्थ्य सेवाओं की बेहतरी का मतलब आप की छवि बेहतर होगी। विगत दो वर्ष के दौरान 250 लाइफ सपोर्ट एंबुलेंस उपलब्ध करवाई गई। इसकी भूमिका लोगों की जान बचाने में रही है। मोबाइल मेडिकल वैन रिमोट एरिया में काम कर रहे हैं, जिसके अच्छे परिणाम आ रहे हैं।

मुख्यमंत्री ने कहा कि आयुष्मान भारत और मुख्यमंत्री जन आरोग्य योजना में 6.50 करोड़ लोगों को 5 लाख रुपए की निशुल्क स्वास्थय सेवाएं दी जा रही है। इससे हमें बड़ी सहायता मिल सकती है। यह एक महत्वपूर्ण कार्य है, जिससे हम लोगों को निशुल्क स्वास्थ्य सुविधा मुहैया करवा सकते हैं। जिन्हें हम इस योजना में कवर कर रहे हैं, उनतक कार्ड पहुंचे उसके लिए अभियान चलाया जाना चाहिए।

मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि जिले के अंदर सीएमओ व स्वास्थ्य विभाग के अन्य अफसर फील्ड में जाना तय कर दें। वे तय करें कि एक अस्पताल, सामुदायिक केंद्र का औचक निरीक्षण करना है, जिससे कार्यों में तेजी आएगी। मुख्यमंत्री ने कहा कि शिकायतें मिलती हैं कि सीएचसी पर तैनात डाक्टर अस्पताल में न आकर बाजार में निजी प्रैक्टिस करता है, आप लोग इस पर नजर रखें। जिस डाक्टर को सरकार समय से वेतन दे रही है, तो वह डाक्टर सीएचसी में समय से क्यों नहीं बैठ रहा है। उन्होंने कहा कि अस्पतालों में दवा मिल रही है या नहीं मिल रही है, इसकी जांच भी समय समय पर होनी चाहिए।

मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने मुख्य चिकित्सा अधिकारियों को निर्देश दिया है कि वे अपने स्टाफ से संवाद स्थापित करें, टीम भावना पैदा करें। जिससे स्वास्थ्य सुविधाएं और बेहतर हो सकती हैं। उन्होंने कहा कि मुख्य चिकित्सा अधिकारी जनपद में भ्रमण करें, दफ्तर में न बैठे। सीएमओ प्रतिदिन किसी सीएचसी, पीएचसी, वेलनेस सैंटर का निरीक्षण करें। वेलनेस सैंटरों में योग करवाने चाहिए। आईएमए के साथ आप लोग संवाद बनाएं, इसका अच्छा परिणाम आएगा।

मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रदेश के सभी 75 जनपदों में जागरुकता कार्यक्रम चलाए जाएं। मुख्य चिकित्साधिकारी के साथ वरिष्ठ अधिकारी भी इस अभियान से जुड़ेंगे। जुलाई में एक अभियान चलने जा रहा है, इसमें स्कूल-कालेज, संगठन समेत हर तरह के लोगों की सहभागिता होगी। उन्होंने क्षय रोग के नियंत्रण को लेकर जिलाधिकारी और जनप्रतिनिधियों के साथ मासिक बैठक करने के निर्देश दिए हैं।

इससे पहले गोरखपुर के सीएमओ ने संचारी रोग नियंत्रण अभियान को लेकर चल रहे कार्यों के बारे में अवगत करवाया। वाराणसी के सीएमओ ने आय़ुष्मान भारत और प्रधानमंत्री जन आरोग्य योजना को लेकर हो रहे कार्यों का विवरण प्रस्तुत किया। वीरांगना झलकारी बाई महिला चिकित्सालय लखनऊ की सीएमओ और उत्तर प्रदेश मेडिकल सप्लाईज कारपोरेशन लिमिटेड ने अपने कार्यों को प्रस्तुत किया।