बलिया : आठ माह बाद शुक्रवार को होने जा रही है नगर पालिका बलिया के बोर्ड की बैठक , हंगामे के पूरे आसार बोर्ड पर लटक रही है प्रशासनिक हस्तक्षेप की तलवार
आठ माह बाद शुक्रवार को होने जा रही है नगर पालिका बलिया के बोर्ड की बैठक , हंगामे के पूरे आसार
बोर्ड पर लटक रही है प्रशासनिक हस्तक्षेप की तलवार
मधुसूदन सिंह
बलिया 13 जून 2019 ।। चेयरमैन अजय कुमार समाजसेवी और सभासदों के बीच विगत 8 माह से चल रही नूराकुश्ती का शुक्रवार को बोर्ड के बैठक के समय क्लाइमेक्स देखने को मिलेगा । एक तरफ चेयरमैन अजय कुमार जहां अपनी योजनाओं को जो बिना बोर्ड की बैठक, के ही संचालित कार्यो की बोर्ड से मंजूरी लेने का प्रयास करेंगे । तो वही विरोधी सभासदों द्वारा बिना बोर्ड की बैठक से स्वीकृत कराये बिना ही कार्यो के कराने और खरीददारी करने के आधार पर चेयरमैन को आर्थिक भ्रष्टाचार में लिप्त होने का आरोप लगाएंगे ।
बता दे कि यह बैठक डीएम बलिया भवानी सिंह खंगरौता के आदेश पर हो रही है । चेयरमैन और सभासदों के विवाद पर अभी 4 दिन पहले ही डीएम ने मीडिया से बातचीत करते हुए कहा था कि एक कोशिश मैं दोनो पक्षो के विवाद को साल्व कराने का और करूंगा , अगर सफल नही हुआ तो जनता के हित का और नुकसान न हो इस के लिये शासन को पत्र भेज कर अवगत करा दूंगा ।
क्या है विवाद
नगर पालिका के विद्रोह का झंडा बुलंद करने वाले सभासदों का आरोप है कि चेयरमैन और ईओ अपनी मर्जी से बिना बोर्ड की मंजूरी के जो काम चाहते है करा रहे है , सरकार द्वारा सामानों की खरीदारी के लिये जेम पोर्टल की व्यवस्था करने के वावजूद अपनी चहेती फर्मो से खरीदारी करके शासनादेश का माखौल उड़ा रहे है । यही नही स्वच्छ भारत मिशन के अंतर्गत साफ सफाई के नाम पर एक कम्पनी को गलत तरीके से लाभ पहुंचा रहे है , ट्यूबेल और आरओ प्लांटों पर आवश्यकता से ज्यादे आपरेटरों के मानदेय के नाम पर भुगतान हो रहा है ? ऐसे कई आपरेटर है जो अपनी तैनाती वाले ट्यूबेल पर जाते ही नही , फिर भी मानदेय दिया जा रहा है । यही नही यह भी आरोप है कि विरोध करने वाले सभासदों के क्षेत्र में 14 वे वित्त से होने वाले विकास कार्यो को चेयरमैन साहब ने रोक दिया है , आदि । अब देखना है कि आज की बैठक में क्या होता है ?
बोर्ड पर लटक रही है प्रशासनिक हस्तक्षेप की तलवार
मधुसूदन सिंह
बलिया 13 जून 2019 ।। चेयरमैन अजय कुमार समाजसेवी और सभासदों के बीच विगत 8 माह से चल रही नूराकुश्ती का शुक्रवार को बोर्ड के बैठक के समय क्लाइमेक्स देखने को मिलेगा । एक तरफ चेयरमैन अजय कुमार जहां अपनी योजनाओं को जो बिना बोर्ड की बैठक, के ही संचालित कार्यो की बोर्ड से मंजूरी लेने का प्रयास करेंगे । तो वही विरोधी सभासदों द्वारा बिना बोर्ड की बैठक से स्वीकृत कराये बिना ही कार्यो के कराने और खरीददारी करने के आधार पर चेयरमैन को आर्थिक भ्रष्टाचार में लिप्त होने का आरोप लगाएंगे ।
बता दे कि यह बैठक डीएम बलिया भवानी सिंह खंगरौता के आदेश पर हो रही है । चेयरमैन और सभासदों के विवाद पर अभी 4 दिन पहले ही डीएम ने मीडिया से बातचीत करते हुए कहा था कि एक कोशिश मैं दोनो पक्षो के विवाद को साल्व कराने का और करूंगा , अगर सफल नही हुआ तो जनता के हित का और नुकसान न हो इस के लिये शासन को पत्र भेज कर अवगत करा दूंगा ।
क्या है विवाद
नगर पालिका के विद्रोह का झंडा बुलंद करने वाले सभासदों का आरोप है कि चेयरमैन और ईओ अपनी मर्जी से बिना बोर्ड की मंजूरी के जो काम चाहते है करा रहे है , सरकार द्वारा सामानों की खरीदारी के लिये जेम पोर्टल की व्यवस्था करने के वावजूद अपनी चहेती फर्मो से खरीदारी करके शासनादेश का माखौल उड़ा रहे है । यही नही स्वच्छ भारत मिशन के अंतर्गत साफ सफाई के नाम पर एक कम्पनी को गलत तरीके से लाभ पहुंचा रहे है , ट्यूबेल और आरओ प्लांटों पर आवश्यकता से ज्यादे आपरेटरों के मानदेय के नाम पर भुगतान हो रहा है ? ऐसे कई आपरेटर है जो अपनी तैनाती वाले ट्यूबेल पर जाते ही नही , फिर भी मानदेय दिया जा रहा है । यही नही यह भी आरोप है कि विरोध करने वाले सभासदों के क्षेत्र में 14 वे वित्त से होने वाले विकास कार्यो को चेयरमैन साहब ने रोक दिया है , आदि । अब देखना है कि आज की बैठक में क्या होता है ?