बलिया : गुरु शिष्य ने अम्बिकापुर में लहराया बलिया की विद्वता का परचम , डॉ गणेश पाठक और शिष्य डॉ सुनील ओझा (उप संपादक बलिया एक्सप्रेस) ने राष्ट्रीय कांफ्रेंस में मनवाया अपने ज्ञान का लोहा
बलिया : गुरु शिष्य ने अम्बिकापुर में लहराया बलिया की विद्वता का परचम , डॉ गणेश पाठक और शिष्य डॉ सुनील ओझा (उप संपादक बलिया एक्सप्रेस) ने राष्ट्रीय कांफ्रेंस में मनवाया अपने ज्ञान का लोहा
मधुसूदन सिंह
बलिया 3 जून 2019 ।।
संत गहीरा गुरू विश्वविद्यालय सरगुजा, अम्बिकापुर ( छत्तीसगढ़) के तत्वावधान में विश्वविद्यालय इंजीनियरिंग कालेज लखनपुर, अम्बिकापुर द्वारा " समाज एवं सामाजिक पर्यावरण पर तकनीकी का प्रभाव" नामक विषय पर 1 एवं 2 जून, 2019 को एक राष्ट्रीय कांफ्रेंस का आयोजन किया गया , जिसमें देश के विभिन्न भागों से विषय विशेषज्ञ एवं प्रतिभागी सम्मिलित हुए। उक्त कांफ्रेंस में उत्तर- प्रदेश से अमरनाथ मिश्र स्नातकोत्तर महाविद्यालय दूबेछपरा, बलिया के पूर्व प्राचार्य पर्यावरणविद् डा० गणेश कुमार पाठक को विषय विशेषज्ञ एवं मुख्य वक्ता के रूप में व्याख्यान प्रस्तुत करने हेतु आमंत्रित किया गया । साथ ही साथ अमरनाथ मिश्र स्नातकोत्तर महाविद्यालय दूबेछपरा, बलिया के ही भूगोल विभाग के असिस्टेण्ट प्रोफेसर एवं बलिया एक्सप्रेस के उप संपादक डा० सुनील कुमार ओझा , के० एम० बी०महाविद्यालय चकविलायत, दरगाह, मऊ के प्राचार्य डा० अखिलेश तिवारी को भी विषय विशेषज्ञ के रूप में व्याख्यान देने हेतु बुलाया गया।
कांफ्रेंस से लौट कर डा० पाठक ने बताया तकनीकी विषय विशेषज्ञ एवं मुख्यवक्ता के रूप में उन्होंने "तकनीकी विकास द्वारा उत्पन्न आपदाएँ एवं पर्यावरणीय समस्याएँ तथा उनके समाधान हेतु आपदा प्रबंधन एवं सतत विकास" नामक विषय पर अपना व्याख्यान प्रस्तुत किया तथा प्रथम तकनीकी सत्र के चेयर परसन के रूपमें उन्होंने एक एक सत्र का संचालन भी किया। कांफ्रेंस के समापन सत्र में डा० पाठक को मुख्य वक्ता के रूपमें आयोजकों द्वारा मंचस्त करते हुए एक पर्यावरणविद् के रूप में अपना विचार प्रस्तुत करने तथा कांफ्रेंस की तथ्यात्मक उपलब्धियों पर अपना विचार प्रस्तुत करने हेतु निवेदन किया गया।
डा० सुनील ओझा द्वारा " आधुनिक प्रौद्योगिकी की देन औद्यगिकी का मानव समाज एवं संस्कृति पर प्रभाव " नामक विषय पर व्याख्यान प्रस्तुत किया गया, जबकि डा० अखिलेश तिवारी द्वारा" तकनीकी शैक्षिक संस्थाओं का विकास तथा मानव के सामाजिक- आर्थिक जीवन पर उनका प्रभाव" नामक विषय पर व्याख्यान प्रस्तुत किया गया। कांफ्रेंस में इन विषय विशेषज्ञों द्वारा प्रस्तुत शोधात्मक विचारों की भूरि- भूरि प्रशंसा की गयी। इस अवसर पर अम्बिकापुर, रायपुर तथा बिलासपुर से प्रकाशित विभिन्न समाचार पत्रों के प्रतिनिधियों द्वारा पर्यावरण से संबंधित विभिन्न मुद्दों पर साक्षात्कार भी लिए गये।
कांफ्रेंस के आयोजकों द्वारा तथा संत गहीरा गुरू विश्वविद्यालय सरगुजा, अम्बिकापुर के कुलपति एवं कुलसचिव तथा कार्यक्रम के मुख्य अतिथि द्वारा अपने कर कमलों से डा० पाठक को बुके, श्रीफल, मोमेण्टम एवं अंगस्त्रम् देकर सम्मानित किया गया। साथ ही साथ डा० सुनील ओझा एवं डा० अखिलेश तिवारी को भी बुके एवं कांफ्रेंस का कीट प्रदान कर सम्मानित किया गया। इस तरह बलिया के पर्यावरणविदों एवं भूगोलविदों ने छत्तीसगढ़ में अपनी विद्वता का परचम लहराया, जिससे न केवल इन विद्वानों का बल्कि बलिया सहित पूरे उत्तर- प्रदेश का मान एवं सम्मान बढ़ा है ,साथ ही बलिया जनपद तो विशेष रूप से गौरवान्वित हुआ है। बलिया एक्सप्रेस परिवार , सेमिनार में बलिया और प्रदेश का मान सम्मान बढ़ाने वाले तीनो मनीषियों के उज्ज्वल भविष्य की कामना करता है ।