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बलिया : बसुधरपाह में आयोजित हुआ कृषि संवाद : मृदा जाँच, पानी की समस्या, झुलसा रोग और लेढा रोग से जूझते धान के किसान

बसुधरपाह में आयोजित हुआ कृषि संवाद : मृदा जाँच, पानी की समस्या, झुलसा रोग  और लेढा रोग से जूझते धान के किसान


बलिया 9 जून 2019 ।। हल्दी के बसुधरपाह गाँव के ठाकुरबाड़ी में कृषि संवाद आयोजित किया गया और धान की खेती से जुड़े समस्याओं पर विचार किया गया। इस संवाद के जरिये शैक्षणिक, औद्योगिक एवं सेवा संस्थान की प्रबंधक एवं कृषि वैज्ञानिक डॉ. प्रीति उपाध्याय ने खेती में प्रयोग किये जाने वाले उर्वरकों का मृदा स्वास्थ्य पर प्रभाव, कम पानी के साथ धान की खेती, तथा धान में कीट व रोग प्रबन्धन के बारे में बताया। सुशांत पांडेय द्वारा आयोजित यह कृषि संवाद कृषकों की जमीनी परेशानियों को जानने का बेहतर माध्यम रहा| इस अवसर पर विमल पाठक (मंडल अध्यक्ष, प्रधान संघ, आज़मगढ़), घनश्याम पांडेय (प्रधान जनाड़ी), हरीश पांडेय, अंकित चौबे संग अनेकानेक किसान उपस्थित रहे। हरीश पांडेय जी ने मिट्टी के स्वास्थ्य की महत्ता बताते हुए उर्वरकों की सही प्रयोग पर प्रकाश डाला।

साथ ही डॉ. प्रीति ने आगामी 16 जून को संस्थान की ओर से धान की खेती को लेकर बलिया शहर के टॉउन हॉल में होने वाली विशेष संगोष्ठी और प्रशिक्षण कार्यक्रम की जानकारी दी।  इस कार्यक्रम में  अंतर्राष्ट्रीय चावल अनुसंधान संस्थान, हैदराबाद से डॉ. विकास सिंह और वाराणसी स्थित इसके दक्षिण एशिया केंद्र से डॉ. उमा महेश्वर सिंह सहित  चंद्रशेखर आज़ाद कृषि विश्वविद्यालय, कानपुर से प्रो. कमलाकांत पांडेय, बनारस हिंदू विश्वविद्यालय से पादप रोग विशेषज्ञ प्रियंका चौधरी तथा इंडो अमेरिकन प्राइवेट लिमिटेड कम्पनी के डॉ. अतुल सिंह संग धान की खेती के और भी कई विशेषज्ञ सम्मिलित होंगे जो कृषकों की समस्याओं के निदान हेतु सलाह एवं प्रशिक्षण देंगे। साथ उन्हें ही धान की खेती के क्षेत्र में होने वाले नवीनतम शोध तथा नवाचारों से अवगत कराएँगे। संस्थान की प्रबंधक डॉ. प्रीति उपाध्याय ने बताया कि यह कार्यक्रम निश्चित तौर पर बदलते वातावरण में एक सुरक्षित खेती में किसानों के लिए मददगार साबित होगा।