नगरा बलिया : पर्यावरण दिवस मनाने की सार्थकता तब ,जब प्रत्येक व्यक्ति वृक्षों की सुरक्षा एवं संरक्षण की ले जिम्मेदारी : दुर्गेश राय
नगरा बलिया : पर्यावरण दिवस मनाने की सार्थकता तब ,जब प्रत्येक व्यक्ति वृक्षों की सुरक्षा एवं संरक्षण की ले जिम्मेदारी : दुर्गेश राय
संतोष द्विवेदी
नगरा बलिया 5 जून 2019 ।। विश्व पर्यावरण दिवस पर्यावरण की सुरक्षा एवं संरक्षण के लिए पूरे विश्व में मनाया जाता है। इसको मनाने की घोषणा संयुक्त राष्ट्र संघ ने वैज्ञानिक स्तर पर राजनैतिक एवं सामाजिक जागृति लाने हेतु वर्ष 1972 में किया था। पर्यावरण दिवस मनाना तभी सार्थक है, जब प्रत्येक व्यक्ति वृक्षों की सुरक्षा एवं संरक्षण की जिम्मेदारी ले तथा जीवन में अधिक से अधिक पेड़ो को लगाने का संकल्प ले।
उक्त बाते नरहेजी पीजी कालेज नरही में बुधवार को विश्व पर्यावरण दिवस पर आयोजित संगोष्ठी को संबोधित करते हुए भूगोल विभाग के प्रवक्ता डॉ दुर्गेश राय ने कहा। श्री राय ने कहा कि दुनिया के प्रदूषित शहरों में अकेले भारत में ही 14 शहर है। इन शहरों की हवा इतनी खराब है कि उसमे सांस लेने से गम्भीर बीमारियों का खतरा बना रहता है। कहे कि चीन मैक्सिको समेत दुनिया के तमाम देश प्रदूषण से जंग में कई महत्वपूर्ण कदम उठाए है। भारत में भी ऐसे क्रांतिकारी कदम उठाने की आवश्यकता है। डॉ बलराम राय ने कहा कि वर्तमान समय में वृक्षों की कमी के कारण ही मौसम में चक्र में काफी परिवर्तन हुआ है। उन्होंने उपस्थित लोगों से शुद्ध हवा एवं बीमारियों से बचने के लिए अधिक से अधिक वृक्ष लगाने का आह्वान किया। इस अवसर पर छात्रों ने कालेज परिसर में एक दर्जन से अधिक वृक्षारोपण किया। डॉ कृष्ण मोहन सिंह, डॉ श्वेता सिंह, डॉ शोभा मिश्रा, प्रदीप मिश्र, राजेश सिंह, अशोक प्रजापति, आदित्य नारायण सिंह आदि उपस्थित रहे।
संतोष द्विवेदी
नगरा बलिया 5 जून 2019 ।। विश्व पर्यावरण दिवस पर्यावरण की सुरक्षा एवं संरक्षण के लिए पूरे विश्व में मनाया जाता है। इसको मनाने की घोषणा संयुक्त राष्ट्र संघ ने वैज्ञानिक स्तर पर राजनैतिक एवं सामाजिक जागृति लाने हेतु वर्ष 1972 में किया था। पर्यावरण दिवस मनाना तभी सार्थक है, जब प्रत्येक व्यक्ति वृक्षों की सुरक्षा एवं संरक्षण की जिम्मेदारी ले तथा जीवन में अधिक से अधिक पेड़ो को लगाने का संकल्प ले।
उक्त बाते नरहेजी पीजी कालेज नरही में बुधवार को विश्व पर्यावरण दिवस पर आयोजित संगोष्ठी को संबोधित करते हुए भूगोल विभाग के प्रवक्ता डॉ दुर्गेश राय ने कहा। श्री राय ने कहा कि दुनिया के प्रदूषित शहरों में अकेले भारत में ही 14 शहर है। इन शहरों की हवा इतनी खराब है कि उसमे सांस लेने से गम्भीर बीमारियों का खतरा बना रहता है। कहे कि चीन मैक्सिको समेत दुनिया के तमाम देश प्रदूषण से जंग में कई महत्वपूर्ण कदम उठाए है। भारत में भी ऐसे क्रांतिकारी कदम उठाने की आवश्यकता है। डॉ बलराम राय ने कहा कि वर्तमान समय में वृक्षों की कमी के कारण ही मौसम में चक्र में काफी परिवर्तन हुआ है। उन्होंने उपस्थित लोगों से शुद्ध हवा एवं बीमारियों से बचने के लिए अधिक से अधिक वृक्ष लगाने का आह्वान किया। इस अवसर पर छात्रों ने कालेज परिसर में एक दर्जन से अधिक वृक्षारोपण किया। डॉ कृष्ण मोहन सिंह, डॉ श्वेता सिंह, डॉ शोभा मिश्रा, प्रदीप मिश्र, राजेश सिंह, अशोक प्रजापति, आदित्य नारायण सिंह आदि उपस्थित रहे।