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लिची खाने से बिहार मे बच्चो की मौत पर नेपाल सरकार ने उठाया सुरक्षात्मक कदम : नेपाल सरकार ने रोकी फल व सब्जी , जांच के बाद ही सोनौली बॉर्डर से जायेगी गाड़ियां

लिची खाने से बिहार मे बच्चो की मौत पर नेपाल सरकार ने उठाया सुरक्षात्मक कदम : नेपाल सरकार ने रोकी  फल व सब्जी , जांच के बाद ही सोनौली बॉर्डर से जायेगी गाड़ियां
ए कुमार

गोरखपुर 24 जून 2019 ।।
हमारे देश की केंद्र सरकार हो या बिहार सरकार हो इसने चमकी बुखार और इससे सैकड़ो बच्चो के मरने की घटना को भलव ही गंभीर प्रकरण न मान रही हो , लेकिन हमारा छोटा  पड़ोसी देश नेपाल की सरकार ने गंभीरता से लिया है । नेपाल सरकार ने एक आदेश जारी करके भारत से आने वाले फल और सब्जियों की जांच के बाद ही नेपाल में प्रवेश करने का आदेश दिया है । नेपाल के इस कदम से जहां सब्जी व्यवसायियों को भारी नुकसान पहुंच रहा है , वही ऐसे ही प्रतिबन्ध अन्य देशों द्वारा भी लगाए जाने की संभावना बढ़ती जा रही है । ऐसे में भारत के फल और सब्जी निर्यात करने वाले व्यापारियों में दहशत व्याप्त होती जा रही है । बता दे कि भारतीय सब्जी और फल.,मछली , दूध ,बिस्कुट  को जाँच की प्रकिया मे नेपाल सरकार ने कडाई से लागू कर दिया है  ।
-काठमान्डू.प्रयोगशाला मे अभी जाँच कराने का आदेश कस्टम विभाग ने जारी किया है जो हवाई जहाज से काठमान्डू जायेगा और शाम के हवाई जहाज से रिपोट आयेगी.अगर रिपोट सही होगा तभी सब्जी फल पास किये जायेगे नही तो वापस भारत मे भेज दिया जायेगा या नही तो सीज कर उसे नष्ट भी कर दिया जायेगा । इससे व्यपारी डर गये है ।पड़ोसी राष्ट्र नेपाल द्वारा उठाए गए एक कदम ने भारत के सब्जी व फल मंडियों में भूचाल ला दिया है।

नेपाल के स्वास्थ्य मंत्रालय ने भारत-नेपाल के विभिन्न व्यापारिक नाकों के (नेपाली कस्टम) कार्यालयों पर एक निर्देश जारी किया है। जिसके अनुसार भारत से आयात होने वाली सभी फल व सब्जियों को विशेष जांच के बाद की नेपाल प्रवेश की अनुमति मिलेगी। बार्डर पर लिए गए फल व सब्जी के नमूने की जांच नेपाल की राजधानी काठमांडु स्थित प्रयोगशाला में होगी।

भारतीय व्यापारियों का कहना है कि इस पूरी जांच प्रकिया में 48 घंटे का समय लग रहा है। सैंपल को करीब 300 किलोमीटर दूर ले जाना पड़ रहा है। फिर वहां से जांच रिपोर्ट लेकर वापस पहाडी रास्तों से वापस बार्डर तक आना पड़ रहा है। दो या तीन दिन इसी जांच में लग जा रहे हैं। जिससे कई फल व सब्जियां ट्रक पर लदे ही खराब हो जा रही हैं। रविवार व सोमवार को जांच में खपत हो रही लंबी समयावधि व फल सब्जियों के खराब होने के डर से कुछ ट्रक सोनौली बार्डर से वापस आ गए। नेपाल भैरहवा के कस्टम चीफ कमल भट्टराई का कहना है कि फलों व सब्जियों की टाक्सिक जांच के निर्देश आए है। जांच काठमांडू हो रही है। इसलिए विलंब हो रहा है। शीघ्र ही प्रयोगशाला को सरहद के करीब लाया जाएगा।
बिहार में फैले चमकी बुखार से सतर्क हुआ नेपाल
नेपाल द्वारा भारत से आने फलों व सब्जियों पर विशेष जांच का प्राविधान बिहार के मुजफ्फरपुर में फैले चमकी बुखार के भय से लगाया है। बताया जा रहा है कि नेपाल सरकार ने चमकी बुखार में लीची फल के टाक्सिक प्रभाव को ध्यान में रखते हुए यह कदम उठाया है। इसके अलावा नेपाल के कई क्षेत्रों भारत से आयतित आम खाने से कई लोग बीमार हो गए। इन सभी बातों को नेपाल सरकार ने गंभीरता से लिया है।