बलिया : आशा - एएनएम घर- घर बता रहीं परिवार नियोजन के टिप्स
आशा - एएनएम घर- घर बता रहीं परिवार नियोजन के टिप्स
बलिया, 4 जुलाई 2019 ।।
जनपद मे दंपति पखवाड़ा आशा और एएनएम घर- घर संपर्क कर रही हैं । और परिवार नियोजन के फायदे बता रही हैं है। माँ और बच्चे के बेहतर स्वाथ्य के लिए पहला बच्चा शादी के दो वर्ष बाद और दो बच्चों के बीच तीन वर्ष का अंतर रखना जरूरी है, इसकी जानकारी दे रही हैं । जनपद मे दंपति संपर्क पखवाड़ा पिछले 27 जून से चल रहा है जो की 10 जुलाई तक चलेगा इसके तहत आशा और एएनएम गाँव -गाँव और घर-घर पहुँचकर परिवार नियोजन के फायदे बता रही हैं । परिवार नियोजन के महत्वपूर्ण साधनों की भी जानकारी दे रही हैं ।
मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ. प्रीतम कुमार मिश्रा ने बताया की जनपद में परिवार नियोजन कार्यक्रम को मुस्तैदी से चलाया जा रहा है। परिवार नियोजन के नोडल अधिकारी डॉ. वीरेन्द्र कुमार ने बताया कि दंपति संपर्क पखवाड़े के दौरान आशा और एएनएम दंपति को ऐसे ही छोटी-छोटी बाते बता रही है , ताकि परिवार नियोजन मे कोई चूक न होने पाये। उन्होनों बताया कि पूर्ण स्तनपान कराने वाली माँ प्रसव के छः माह बाद गर्भनिरोधक गोली माला –एन का प्रयोग कर सकती है, जबकि साप्ताहिक गर्भनिरोधक गोली छाया को प्रसव के तुरन्त बाद से ही प्रयोग किया जा सकता है । गर्भ निरोधक इंजेक्शन अन्तरा जो अब तीन माह पर लगाया जाता है, पूर्ण स्तनपान कराने वाली माँ अन्तरा इंजेक्सन प्रसव के 43 दिन बाद लगवा सकती है , उन्होने बताया कि पुरुष नसबंदी कभी भी करायी जा सकती है, बशर्ते नसबंदी कराने वाले पुरुष का कम से कम एक बच्चा हो और उस बच्चे की उम्र कम से कम एक वर्ष से अधिक हो , महिला नसबंदी प्रसव के 7 दिन के अंदर या प्रसव के छः सप्ताह बाद कभी भी करायी जा सकती है , महिला और पुरुष नसबंदी की सुविधा सभी स्वास्थ्य केन्द्रो पर नि:शुल्क की जाती है। उन्होने बताया कि छाया और अन्तरा का इस्तेमाल गर्भपात के सात दिन के अंदर कभी भी शुरू किया जा सकता है इसके अलावा आईयूसीडी (IUCD) गर्भपात के 12 दिन के अंदर कभी भी शुरू की जा सकती है। दंपति संपर्क पखवाड़ा परिवार नियोजन के लिए जरूरी बारीकिया समझाने के उद्देश्य से ही चलाया जा रहा है एवं 11 जुलाई से 24 जुलाई तक विश्व जनसंख्या दिवस से सुरू हो ने वाले पखवारे । इस दौरान जिले के सभी स्वास्थ्य केन्द्रो पर परिवार नियोजन अंतरा दिवस मनाया जाएगा एवं 10 स्वाथ्य केन्द्रो पर नसबंदी कैंप का आयोजन किया जाएगा ।
बलिया, 4 जुलाई 2019 ।।
जनपद मे दंपति पखवाड़ा आशा और एएनएम घर- घर संपर्क कर रही हैं । और परिवार नियोजन के फायदे बता रही हैं है। माँ और बच्चे के बेहतर स्वाथ्य के लिए पहला बच्चा शादी के दो वर्ष बाद और दो बच्चों के बीच तीन वर्ष का अंतर रखना जरूरी है, इसकी जानकारी दे रही हैं । जनपद मे दंपति संपर्क पखवाड़ा पिछले 27 जून से चल रहा है जो की 10 जुलाई तक चलेगा इसके तहत आशा और एएनएम गाँव -गाँव और घर-घर पहुँचकर परिवार नियोजन के फायदे बता रही हैं । परिवार नियोजन के महत्वपूर्ण साधनों की भी जानकारी दे रही हैं ।
मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ. प्रीतम कुमार मिश्रा ने बताया की जनपद में परिवार नियोजन कार्यक्रम को मुस्तैदी से चलाया जा रहा है। परिवार नियोजन के नोडल अधिकारी डॉ. वीरेन्द्र कुमार ने बताया कि दंपति संपर्क पखवाड़े के दौरान आशा और एएनएम दंपति को ऐसे ही छोटी-छोटी बाते बता रही है , ताकि परिवार नियोजन मे कोई चूक न होने पाये। उन्होनों बताया कि पूर्ण स्तनपान कराने वाली माँ प्रसव के छः माह बाद गर्भनिरोधक गोली माला –एन का प्रयोग कर सकती है, जबकि साप्ताहिक गर्भनिरोधक गोली छाया को प्रसव के तुरन्त बाद से ही प्रयोग किया जा सकता है । गर्भ निरोधक इंजेक्शन अन्तरा जो अब तीन माह पर लगाया जाता है, पूर्ण स्तनपान कराने वाली माँ अन्तरा इंजेक्सन प्रसव के 43 दिन बाद लगवा सकती है , उन्होने बताया कि पुरुष नसबंदी कभी भी करायी जा सकती है, बशर्ते नसबंदी कराने वाले पुरुष का कम से कम एक बच्चा हो और उस बच्चे की उम्र कम से कम एक वर्ष से अधिक हो , महिला नसबंदी प्रसव के 7 दिन के अंदर या प्रसव के छः सप्ताह बाद कभी भी करायी जा सकती है , महिला और पुरुष नसबंदी की सुविधा सभी स्वास्थ्य केन्द्रो पर नि:शुल्क की जाती है। उन्होने बताया कि छाया और अन्तरा का इस्तेमाल गर्भपात के सात दिन के अंदर कभी भी शुरू किया जा सकता है इसके अलावा आईयूसीडी (IUCD) गर्भपात के 12 दिन के अंदर कभी भी शुरू की जा सकती है। दंपति संपर्क पखवाड़ा परिवार नियोजन के लिए जरूरी बारीकिया समझाने के उद्देश्य से ही चलाया जा रहा है एवं 11 जुलाई से 24 जुलाई तक विश्व जनसंख्या दिवस से सुरू हो ने वाले पखवारे । इस दौरान जिले के सभी स्वास्थ्य केन्द्रो पर परिवार नियोजन अंतरा दिवस मनाया जाएगा एवं 10 स्वाथ्य केन्द्रो पर नसबंदी कैंप का आयोजन किया जाएगा ।