बलिया : हिंदी है माथे की बिंदी,हिंदी से हम हैं, हमसे हिंदी नहीं- विद्यार्थी
हिंदी है माथे की बिंदी,हिंदी से हम हैं, हमसे हिंदी नहीं- विद्यार्थी
दुबहड़ बलिया 14 सितम्बर 2019 ।। हिंदी दिवस के अवसर पर क्षेत्र के साहित्यकारों, गीतकारों, गायकों एवं रंग कर्मियों आदि की एक गोष्ठी क्षेत्र के शिवपुर दीयर नई बस्ती बेयासी स्थित मंगल चबूतरा पर संपन्न हुई।
गोष्ठी को संबोधित करते हुए सामाजिक चिंतक एवं गीतकार बब्बन विद्यार्थी ने कहा कि हिन्दी हमारे भारत माता के माथे की बिंदी है। हिंदी से हम हैं, हमसे हिंदी नहीं। भारत की संस्कृति एवं संस्कार की जननी हिंदी का जो सम्मान हिंदुस्तान में मिलना चाहिए, वह नहीं मिल रहा है। कहा कि जो अपनी मातृभाषा सहित हिंदी का सम्मान नहीं करता। वह कभी भी अनुकरणीय एवं मार्गदर्शक नहीं हो सकता। अतः प्रत्येक स्थिति में देश के अंदर और बाहर हमें हिंदी का सम्मान करना ही होगा। यदि हम हिंदुस्तानी हिंदी का सम्मान करेंगे तो विदेशों में भी हिंदी का मान प्रतिष्ठा बढ़ेगा। जो हमारे लिए गौरवपूर्ण होगा।
इस अवसर पर वरिष्ठ साहित्यकार श्रीश चंद्र पाठक, विश्वनाथ पांडेय, डॉ सुरेश चंद्र प्रसाद, सूर्य प्रताप यादव मोहन जी, गायक राजेश पाठक, अजय पांडेय, श्रीकृष्ण साहनी, अख्तर अली आदि उपस्थित रहे। अध्यक्षता वरिष्ठ पत्रकार केके पाठक एवं संचालन पन्ना लाल गुप्ता मस्ताना ने किया।
दुबहड़ बलिया 14 सितम्बर 2019 ।। हिंदी दिवस के अवसर पर क्षेत्र के साहित्यकारों, गीतकारों, गायकों एवं रंग कर्मियों आदि की एक गोष्ठी क्षेत्र के शिवपुर दीयर नई बस्ती बेयासी स्थित मंगल चबूतरा पर संपन्न हुई।
गोष्ठी को संबोधित करते हुए सामाजिक चिंतक एवं गीतकार बब्बन विद्यार्थी ने कहा कि हिन्दी हमारे भारत माता के माथे की बिंदी है। हिंदी से हम हैं, हमसे हिंदी नहीं। भारत की संस्कृति एवं संस्कार की जननी हिंदी का जो सम्मान हिंदुस्तान में मिलना चाहिए, वह नहीं मिल रहा है। कहा कि जो अपनी मातृभाषा सहित हिंदी का सम्मान नहीं करता। वह कभी भी अनुकरणीय एवं मार्गदर्शक नहीं हो सकता। अतः प्रत्येक स्थिति में देश के अंदर और बाहर हमें हिंदी का सम्मान करना ही होगा। यदि हम हिंदुस्तानी हिंदी का सम्मान करेंगे तो विदेशों में भी हिंदी का मान प्रतिष्ठा बढ़ेगा। जो हमारे लिए गौरवपूर्ण होगा।
इस अवसर पर वरिष्ठ साहित्यकार श्रीश चंद्र पाठक, विश्वनाथ पांडेय, डॉ सुरेश चंद्र प्रसाद, सूर्य प्रताप यादव मोहन जी, गायक राजेश पाठक, अजय पांडेय, श्रीकृष्ण साहनी, अख्तर अली आदि उपस्थित रहे। अध्यक्षता वरिष्ठ पत्रकार केके पाठक एवं संचालन पन्ना लाल गुप्ता मस्ताना ने किया।