हरियाणा में शुक्रवार को दिनभर चली सियासी सरगर्मी के बाद देर शाम भाजपा और जननायक जनता पार्टी (जजपा) के बीच साझा सरकार बनाने पर सहमति बन गई। जजपा नेता दुष्यंत चौटाला से मुलाकात के बाद भाजपा अध्यक्ष अमित शाह ने कहा कि राज्य में भाजपा का मुख्यमंत्री होगा। उपमुख्यमंत्री पद जजपा को दिया जाएगा।
जनादेश स्वीकार किया: भाजपा अध्यक्ष अमित शाह ने गठबंधन की घोषणा करते हुए कहा कि जनता के जनादेश को स्वीकारते हुए हम मिलकर सरकार बनाएंगे। उन्होंने कहा,सरकार को कुछ निर्दलीय भी समर्थन दे रहे हैं।
दिनभर बैठकों का दौर चला: इससे पहले हरियाणा में दिनभर सरकार के गठन को लेकर बैठकों का दौर चला। भाजपा ने पहले निर्दलीय विधायकों का समर्थन हासिल कर बहुमत का आंकड़ा तय किया और उसके बाद उसने जजपा के साथ बातचीत की। उधर, जजपा प्रमुख दुष्यंत चौटाला ने भी कहा कि जो उनकी मांगें मानेगा, वह उसे समर्थन देंगे।
स्थिर सरकार के लिए साथ: भाजपा नहीं चाहती थी कि उसे जजपा की शर्तें माननी पड़ें। इसलिए पहले निर्दलीयों को साधकर बहुमत का आंकड़ा जुटाया। इसके बाद जजपा से अंतिम दौर की बात की। भाजपा सरकार की स्थिरता के लिए जजपा का साथ चाहती थी।
 
पहले भी गठबंधन सरकार: इससे पहले भी हरियाणा में गठबंधन सरकारें रही हैं। वर्ष 1977, 1987 में देवीलाल जबकि 1996 में बंसीलाल ने भाजपा के साथ मिलकर सरकार बनाई थी। वहीं, 2009 में हरियाणा जनहित कांग्रेस और भाजपा में साझी सरकार रही है। 
निर्दलीय विधायकों का भी साथ मिला: 
भाजपा के कार्यकारी अध्यक्ष जेपी नड्डा ने सुबह निर्दलीय विधायकों के साथ चर्चा कर उनका समर्थन हासिल किया। सूत्रों के अनुसार, शनिवार को विधायक दल की बैठक के बाद मंत्रियों के नामों पर चर्चा की जाएगी।  
नवनिर्वाचित विधायकों में 93% करोड़पति
चुनाव निगरानी संस्था एसोसिएशन फॉर डेमोक्रेटिक रिफॉम्र्स (एडीआर) के अनुसार, हरियाणा के नवनिर्वाचित 90 विधायकों में से 84 विधायक करोड़पति हैं। रिपोर्ट के अनुसार मौजूदा विधायकों की संपत्ति का औसत 18.29 करोड़ रुपये है।

 आज दावा पेश करेगी भाजपा
भाजपा ने शनिवार को पार्टी विधायक दल की बैठक बुलाई है। इसमें मनोहर लाल को फिर से विधायक दल का नेता चुना जाएगा। भाजपा इसके बाद जजपा और निर्दलीयों के साथ बैठक करेगी। सूत्रों के अनुसार, इसके बाद भाजपा सरकार बनाने का दावा पेश करेगी। देर शाम तक नई सरकार शपथ भी ले सकती है। 
झटका : कांडा नहीं बन पाए किंगमेकर
नतीजे आने के बाद से सिरसा से जीते हरियाणा लोकहित पार्टी के नेता गोपाल कांडा सुर्खियों में थे। बढ़े कद का संकेत देते हुए शुक्रवार सुबह उन्होंने कहा कि वह और कई निर्दलीय विधायक भाजपा को बिना शर्त समर्थन के लिए तैयार हैं। भाजपा से भी उन्हें साथ लेने के संकेत मिले। लेकिन उमा भारती के विरोध के बाद भाजपा ने उनसे किनार कर लिया।
कांग्रेस बोली हुई खरीद-फरोख्त 
हरियाणा में सरकार गठन की कवायद के बीच कांग्रेस ने भाजपा पर सरकार बनाने के लिए विधायकों की खरीद-फरोख्त का आरोप लगाया। पार्टी का कहना है कि चुनाव में भाजपा सरकार के कई मंत्री और वरिष्ठ नेताओं की हार से साबित हो गया है कि जनता ने उन्हें नकार दिया है। कांगे्रस प्रवक्ता रणदीप सुरजेवाला ने कहा कि   उनकी पार्टी भाजपा के इस कदम का विरोध करती है।