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मठिया की जमीन को दबंगों ने कराया कागज में अपने नाम, ग्राम वासियों में आक्रोश ,मंडलायुक्त को दिया ज्ञापन, मठ की जमीन को मठ के नाम पर करने की लगाई गुहार, बलिया के मझौवा ग्राम सभा की है यह घटना

मठिया की जमीन को दबंगों ने कराया कागज में अपने नाम, ग्राम वासियों में आक्रोश, मंडलायुक्त को दिया ज्ञापन, मठ की जमीन को मठ के नाम पर करने की लगाई गुहार ,बलिया के मझौवा ग्राम सभा की है यह घटना

बलिया 11 अक्टूबर 2019 ।।  प्रदेश में गोरक्षपीठाधीश्वर योगी आदित्यनाथ की सरकार होने के बावजूद भी माफिया मठों की जमीन को कूटरचित दस्तावेजो के आधार पर अपने नाम कराने की अपनी हरकतों से बाज नही आ रहे है । ताजा मामला बलिया जनपद के मझौवा का है जहां मठिया की 40 बीघे जमीन को दबंगो ने अपने नाम करा लिया है । इसकी शिकायत निचले स्तर से जिलाधिकारी तक करने के बाद भी जब सुनवाई नही हुई तो ग्रामीणों के तरफ से मंडलायुक्त आजमगढ़ से मिलकर कार्यवाही की मांग की गई है । बता दे कि आजमगढ़  मंडलायुक्त कनक लता त्रिपाठी के बलिया आगमन पर ग्रामसभा मझौवा के निवासियों की तरफ से एक पत्र दिया गया जिसमें ग्रामसभा मझौवा में स्थित मठिया की जमीन, जिसका गाटा संख्या 590 और 591 हैं, को कुछ लोगों द्वारा अपने नाम करा लिए जाने की शिकायत की गई है । ग्राम वासियों का आरोप है कि यह जमीन 2010 तक श्रीकांताचारी चेला लक्ष्मी आचार्य ,धर्मपुरा के नाम दर्ज थी जिनकी मृत्यु के उपरांत नियमानुसार उनके चेला मधुसूदनाचार्य के नाम होनी चाहिए थी परंतु न जाने कैसे कुछ दबंग लोगों ने इसको अपने नाम करा लिया । ग्राम वासियों का आरोप है कि मठिया की भूमि होने के कारण यह ग्रामसभा के नौजवानों के खेलने कूदने के काम आती थी, अब क्योंकि इस जमीन पर दबंगो ने कब्जा कर लिया है ,इसलिए बच्चों का खेलने कूदने का स्थान भी खत्म हो गया है वहीं दबंग मठिया की जमीन को अपने नाम करा लेने के कारण  इसको बेचने का भी प्रयास कर सकते हैं । इन लोगों ने मंडलायुक्त से इस जमीन पर तुरंत मठिया के उत्तराधिकारी का नाम दर्ज कराने की मांग की है ।
  बता दे कि जिलाधिकारी बलिया ने 28 जून 2019 को ही ग्रामवासियो की शिकायत पर एसडीएम सदर को मामला गंभीर होने की बात कहते हुए ऐसे सरकारी कर्मचारियों के विरुद्ध कठोर कार्यवाही करने का आदेश भी दिया है जिनकी मिलीभगत से मठिया की जमीन पर दूसरे लोगो का नाम दर्ज हो गया है । वही इस संबंध में एसडीएम सदर का कहना है कि यह वाद में मेरे न्यायालय में लंबित है । चूंकि अधिवक्ताओं की हड़ताल चल रही है इस कारण कोई आदेश नही हो पा रहा है । हड़ताल खत्म होते ही मठ के उत्तराधिकारी का नाम दर्ज करा दिया जाएगा ।