गुजरात मे बोले पीएम मोदी : स्वच्छ भारत अभियान की है सफलता कि ग्रामीण भारत ने, वहां के गांवों ने खुद को खुले में शौच से घोषित किया मुक्त
गुजरात मे बोले पीएम मोदी : स्वच्छ भारत अभियान की है सफलता कि ग्रामीण भारत ने, वहां के गांवों ने खुद को खुले में शौच से घोषित किया मुक्त
अहमदाबाद 2 अक्टूबर 2019 ।।
महात्मा गांधी की 150 वीं जयंती के अवसर पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी गुजरात में रहे। पीएम मोदी वहां अहमदाबाद के साबरमती आश्रम पहुंचे। गुजरात के मुख्यमंत्री विजय रूपाणी भी उनके साथ थे। पीएम मोदी ने महात्मा गांधी की 150वीं जयंती के अवसर पर 150 रुपये का सिक्का जारी किया।
स्वच्छ भारत दिवस के कार्यक्रम में सरपंचों को संबोधित करते हुए पीएम मोदी ने कहा, साबरमती के इस पावन तट से राष्ट्रपिता महात्मा गांधी और सादगी के, सदाचार के प्रतीक पूर्व प्रधानमंत्री लाल बहादुर शास्त्री जी को मैं नमन करता हूं, उनके चरणों में श्रद्धासुमन अर्पित करता हूं।
"पूज्य बापू की 150वीं जयंति का पावन अवसर हो, स्वच्छ भारत अभियान का इतना बड़ा पड़ाव हो, शक्ति का पर्व नवरात्र भी चल रहा हो, हर तरफ गरबा की गूंज हो, ऐसा अद्भुत संयोग कम ही देखने को मिल पाता है।"
"बापू की जयंती का उत्सव तो पूरी दुनिया मना रही है। कुछ दिन पहले संयुक्त राष्ट्र ने डाक टिकट जारी कर इस विशेष अवसर को यादगार बनाया और आज यहां भी डाक टिकट और सिक्का जारी किया गया है। मैं आज बापू की धरती से, उनकी प्रेरणा स्थली, संकल्प स्थली से पूरे विश्व को बधाई देता हूं, शुभकामनाएं देता हूं।
"यहां आने से पहले मैं साबरमती आश्रम गया था। अपने जीवन काल में मुझे वहां अनेक बार जाने का अवसर मिला है। हर बार मुझे वहां पूज्य बापू के सानिध्य का ऐहसास हुआ लेकिन आज मुझे वहां एक नई ऊर्जा भी मिली।"
"आज साबरमती की ये प्रेरक स्थली स्वच्छाग्रह की एक बड़ी सफलता की साक्षी बन रही है, ये हम सभी के लिए खुशी और गौरव का अवसर है। आज ग्रामीण भारत ने, वहां के गांवों ने खुद को खुले में शौच से मुक्त घोषित किया है। स्वेच्छा से, स्वप्रेरणा से और जनभागीदारी से चल रहे स्वच्छ भारत अभियान की ये शक्ति भी है और सफलता का स्रोत भी है।"
"मैं हर देशवासी को, विशेषकर गांवों में रहने वालों को, हमारे सरपंचों को, तमाम स्वच्छाग्रहियों को बहुत-बहुत बधाई देता हूं। आज जिन स्वच्छाग्रहियों को यहां स्वच्छ भारत पुरस्कार मिले हैं, उनका भी बहुत-बहुत अभिनंदन।"
"जिस तरह देश की आज़ादी के लिए बापू के एक आह्वान पर लाखों भारतवासी सत्याग्रह के रास्ते पर निकल पड़े थे, उसी तरह स्वच्छाग्रह के लिए भी करोड़ों देशवासियों ने खुले दिल से अपना सहयोग दिया।"
"पांच वर्ष पहले जब लालकिले से मैंने स्वच्छ भारत के लिए देशवासियों को पुकारा था, तब हमारे पास सिर्फ जन विश्वास था और बापू का अमर संदेश था। बापू कहते थे कि दुनिया में जो बदलाव आप देखना चाहते हैं, पहले वो स्वयं में लाना होगा। इसी मंत्र पर चलते हुए हम सभी ने झाड़ू उठाई और निकल पड़े।"
"गांधी जी समाज में खड़े आखिरी व्यक्ति के लिए हर फैसला लेने की बात करते थे। हमने आज उज्जवला, प्रधानमंत्री आवास योजना, जनधन योजना, सौभाग्य योजना, स्वच्छ भारत जैसी योजनाओं से उनके इस मंत्र को व्यवस्था का हिस्सा बना दिया है।"
राष्ट्रपिता के मूल्यों को प्रतिष्ठापित करने के लिए, मानवता के भले के लिए, हर भारतवासी राष्ट्रवाद के हर संकल्प को सिद्ध करने का संकल्प लें। मैं आज देश से “एक व्यक्ति-एक संकल्प” का आग्रह करता हूं। देश के लिए कोई भी संकल्प लीजिए, लेकिन लीजिए जरूर। अपने कर्तव्यों के बारे में सोचिए, राष्ट्र के प्रति अपने दायित्वों के बारे में सोचिए, कर्तव्य पथ पर चलते हुए, 130 करोड़ प्रयास, 130 करोड़ संकल्पों की ताकत, देश में कितना कुछ कर सकती है।"
"आज से शुरू करके, अगले एक साल तक हमें निरंतर इस दिशा में काम करना है। एक साल काम किया तो फिर, यही हमारे जीवन की दिशा बन जाएगी, यही हमारी जीवनशैली बन जाएगी, यही, एक कृतज्ञ राष्ट्र की बापू को सच्ची श्रद्धांजलि होगी।"
"बापू के सपनों का भारत, नया भारत बन रहा है। बापू के सपनों का भारत, जो स्वच्छ होगा, पर्यावरण सुरक्षित होगा। जहां हर व्यक्ति स्वस्थ होगा, फिट होगा। जहां हर मां, हर बच्चा पोषित होगा। बापू के सपनों का भारत, जहां हर नागरिक सुरक्षित महसूस करेगा"
"बापू की जयंती का उत्सव तो पूरी दुनिया मना रही है। कुछ दिन पहले संयुक्त राष्ट्र ने डाक टिकट जारी कर इस विशेष अवसर को यादगार बनाया और आज यहां भी डाक टिकट और सिक्का जारी किया गया है। मैं आज बापू की धरती से, उनकी प्रेरणा स्थली, संकल्प स्थली से पूरे विश्व को बधाई देता हूं, शुभकामनाएं देता हूं।
"यहां आने से पहले मैं साबरमती आश्रम गया था। अपने जीवन काल में मुझे वहां अनेक बार जाने का अवसर मिला है। हर बार मुझे वहां पूज्य बापू के सानिध्य का ऐहसास हुआ लेकिन आज मुझे वहां एक नई ऊर्जा भी मिली।"
"आज साबरमती की ये प्रेरक स्थली स्वच्छाग्रह की एक बड़ी सफलता की साक्षी बन रही है, ये हम सभी के लिए खुशी और गौरव का अवसर है। आज ग्रामीण भारत ने, वहां के गांवों ने खुद को खुले में शौच से मुक्त घोषित किया है। स्वेच्छा से, स्वप्रेरणा से और जनभागीदारी से चल रहे स्वच्छ भारत अभियान की ये शक्ति भी है और सफलता का स्रोत भी है।"
"मैं हर देशवासी को, विशेषकर गांवों में रहने वालों को, हमारे सरपंचों को, तमाम स्वच्छाग्रहियों को बहुत-बहुत बधाई देता हूं। आज जिन स्वच्छाग्रहियों को यहां स्वच्छ भारत पुरस्कार मिले हैं, उनका भी बहुत-बहुत अभिनंदन।"
"जिस तरह देश की आज़ादी के लिए बापू के एक आह्वान पर लाखों भारतवासी सत्याग्रह के रास्ते पर निकल पड़े थे, उसी तरह स्वच्छाग्रह के लिए भी करोड़ों देशवासियों ने खुले दिल से अपना सहयोग दिया।"
"पांच वर्ष पहले जब लालकिले से मैंने स्वच्छ भारत के लिए देशवासियों को पुकारा था, तब हमारे पास सिर्फ जन विश्वास था और बापू का अमर संदेश था। बापू कहते थे कि दुनिया में जो बदलाव आप देखना चाहते हैं, पहले वो स्वयं में लाना होगा। इसी मंत्र पर चलते हुए हम सभी ने झाड़ू उठाई और निकल पड़े।"
"गांधी जी समाज में खड़े आखिरी व्यक्ति के लिए हर फैसला लेने की बात करते थे। हमने आज उज्जवला, प्रधानमंत्री आवास योजना, जनधन योजना, सौभाग्य योजना, स्वच्छ भारत जैसी योजनाओं से उनके इस मंत्र को व्यवस्था का हिस्सा बना दिया है।"
राष्ट्रपिता के मूल्यों को प्रतिष्ठापित करने के लिए, मानवता के भले के लिए, हर भारतवासी राष्ट्रवाद के हर संकल्प को सिद्ध करने का संकल्प लें। मैं आज देश से “एक व्यक्ति-एक संकल्प” का आग्रह करता हूं। देश के लिए कोई भी संकल्प लीजिए, लेकिन लीजिए जरूर। अपने कर्तव्यों के बारे में सोचिए, राष्ट्र के प्रति अपने दायित्वों के बारे में सोचिए, कर्तव्य पथ पर चलते हुए, 130 करोड़ प्रयास, 130 करोड़ संकल्पों की ताकत, देश में कितना कुछ कर सकती है।"
"आज से शुरू करके, अगले एक साल तक हमें निरंतर इस दिशा में काम करना है। एक साल काम किया तो फिर, यही हमारे जीवन की दिशा बन जाएगी, यही हमारी जीवनशैली बन जाएगी, यही, एक कृतज्ञ राष्ट्र की बापू को सच्ची श्रद्धांजलि होगी।"
"बापू के सपनों का भारत, नया भारत बन रहा है। बापू के सपनों का भारत, जो स्वच्छ होगा, पर्यावरण सुरक्षित होगा। जहां हर व्यक्ति स्वस्थ होगा, फिट होगा। जहां हर मां, हर बच्चा पोषित होगा। बापू के सपनों का भारत, जहां हर नागरिक सुरक्षित महसूस करेगा"