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बलिया एक्सप्रेस के उप सम्पादक डॉ सुनील को मिला पत्रकार शिरोमणि सम्मान, अपने शोध कार्यो को पत्रकारिता के सहारे जनजन तक पहुंचाने के लिये मिला यह सम्मान

बलिया एक्सप्रेस के उप सम्पादक डॉ सुनील को मिला पत्रकार शिरोमणि सम्मान, अपने शोध कार्यो को पत्रकारिता के सहारे जनजन तक पहुंचाने के लिये मिला यह सम्मान, देश के 5 चुनिंदा पत्रकारों को ही मिलता है यह सम्मान




बलिया 14 अक्टूबर 2019 ।। बलिया के साथ साथ देश दुनिया मे बलिया एक्सप्रेस हिंदी साप्ताहिक के साथ साथ बलिया एक्सप्रेस न्यूज पोर्टल के माध्यम से जन साधारण तक अपने शोध सम्बन्धी जानकारियों ( पर्यावरण से सम्बंधित) को पहुंचाने के लिये बलिया एक्सप्रेस के उप संपादक डॉ सुनील कुमार ओझा को विक्रम शिला हिंदी विद्यापीठ गांधी नगर भागलपुर ने सपने 23 वे सम्मान समारोह में विक्रम शिला हिन्दी विद्यापीठ की अकादमिक परिषद की अनुसंशा पर "पत्रकार शिरोमणि"सारस्वत सम्मान प्रदान करके डॉ सुनील ओझा को ही नही बल्कि बलिया एक्सप्रेस के निष्पक्ष लेखन को प्रमाणित करने का काम किया है । बता दे कि यह पुरस्कार देश भर के मात्र 5 पत्रकारों को साल में एक बार दिया जाता है ।बलिया एक्सप्रेस परिवार विक्रम शिला हिंदी विद्यापीठ गांधीनगर भागलपुर को कोटिशः धन्यवाद ज्ञापित करता है । बता दे कि आज के दौर में बेबाक और निष्पक्ष रूप से लेखनी चलना तलवार की धार पर चलने जैसा है । ऐसे में अगर बलिया एक्सप्रेस आज सोशल मीडिया के माध्यम से सात समंदर पार के भी दर्जनभर से अधिक देशो में प्रतिदिन एक लाख से अधिक पाठको का पसंदीदा अखबार/ न्यूज पोर्टल बना है तो निश्चित रूप से डॉ सुनील कुमार ओझा , कुलदीपक पाठक, ए कुमार,संतोष शर्मा, रजनीश श्रीवास्तव (कन्हैया जी), अजित ओझा ,आसिफ जैदी ,मनीष पांडेय,संतोष द्विवेदी, बृजेश सिंह,संजीव बाबा,राणा सिंह, विवेक जायसवाल के साथ ही अन्य सहयोगियों की लगन, समर्पण का परिणाम है । ऐसे में अगर मेरे एक सहयोगी डॉ सुनील ओझा को पत्रकार शिरोमणि पुरस्कार मिलता है तो यह मेरी (मधुसूदन सिंह संपादक ) पूरी टीम की पत्रकारिता का सम्मान है ।

बता दे कि महात्मा गाँधी सेवा आश्रम वर्धा, महाराष्ट्र में विक्रम शिला हिन्दी विद्यापीठ गाँधी नगर,भागलपुर का 23 वां सम्मान समारोह 12 और 13 अक्टूबर 2019 को सम्पन्न हुआ जिसमे बलिया उत्तर प्रदेश के बादिलपुर निवासी डॉ सुनील ओझा ( उप संपादक बलिया एक्सप्रेस)को भी उनकी कर्मठता ,सुदीर्घ हिन्दी सेवा,सारस्वत साधना,पत्रकारिता के क्षेत्र में  शैक्षिक प्रदेयो,समय समय पर प्राकृतिक चेतनाओं से संबंधित लेखों, शिक्षा प्रद  विवेचनाओ को समाचार पत्र में उल्लेख करने हेतु एवं मिलती प्रतिष्ठा के आधार पर विक्रम शिला हिन्दी विद्यापीठ की अकादमिक परिषद की अनुसंशा पर *"पत्रकार शिरोमणि"*सारस्वत सम्मान प्रदान किया गया।इस सम्मान समारोह में डॉ सुनील नही पहुँच पाये, लेकिन संस्था द्वारा यह सम्मान समारोह में प्रतिभाग करने पहुँचे इनके मित्र के माध्यम से सम्मान भेज दिया गया।बलिया से  प्रतिभागियों में डॉ आदित्य कुमार अंशु को- हिंदी रत्न,डॉ फतेह चन्द बेचैन को-साहित्य शिरोमणी,डॉ धनंजय सिंह को- विद्यासागर ,गायिका सुनीता पाठक को - विद्या सागर एवं नवचन्द्र तिवारी,अजय कुमार पाण्डेय, राकेश सिंह तथा पूनम मिश्र को विद्यावाचस्पति सम्मान से सम्मानित किया गया।चुकि डॉ सुनील कुमार ओझा को इस सम्मान समारोह में न पहुंच पाने का कारण बिहार एवं झारखण्ड भूगोल परिषद के तत्वावधान में दिनांक 12 एवं 13 अक्टूबर, 2019 को ही मगध विश्वविद्यालय बोधगया में आयोजित राष्ट्रीय सेमिनार में  भूगोल शिक्षक अमरनाथ मिश्र स्नातकोत्तर महाविद्यालय दूबेछपरा, बलिया के पूर्व प्राचार्य पर्यावरणविद् डा० गणेश कुमार पाठक के नेतृत्व में ही, अमरनाथ मिश्र पी जी कालेज के डा० सुनील कुमार ओझा, ने मऊ जनपद के विकासजन्य समस्याओं एवं कृषि समस्याओं से सम्बंधित शोधपत्र प्रस्तुत किये।बताते चले कि डॉ  सुनील शोध छात्र के समय भी गोरखपुर विश्वविद्यालय में शोधपत्र प्रस्तुति में पुरस्कृत हो जहाँ बलिया का मान बढ़ाया वहीं 2009 में भी एल0इन0 मिथिला विश्वविद्यालय में यंग ज्योग्राफर अवार्ड अपने नाम कर बलिया के साथ ही साथ प्रदेश का नाम रोशन किया था।जबकि 2016 में विद्यासागर की मानद उपाधि,2018 में उत्तर प्रदेश गौरव सारस्वत सम्मान भी प्राप्त कर चुके है।