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बलिया : नपा अध्यक्ष ने जारी किया तुगलकी फरमान, कर्मचारियों ने जमकर किया विरोध, ईओ के हस्तक्षेप से वापस हुआ फरमान

नपा अध्यक्ष ने जारी किया तुगलकी फरमान, कर्मचारियों ने जमकर किया विरोध, ईओ के हस्तक्षेप से वापस हुआ फरमान
मधुसूदन सिंह

बलिया 31 अक्टूबर 2019 ।। बलिया नगर पालिका परिषद के समाजसेवी चेयरमैन अक्सर इतिहास के सुप्रसिद्ध शासक मुहम्मद तुगलक की तरह फरमान जारी करने के कारण चर्चा में आते रहते है । आज चेयरमैन अजयकुमार समाजसेवी के एक आदेश में नगर पालिका के कर्मचारियों में आक्रोश भर दिया और ददरी मेला के नन्दी ग्राम स्थित कैम्प कार्यालय में जमकर आक्रोशित कर्मचारियों ने किचकिच किया । एक समय तो ऐसा आ गया जब सारे कर्मचारी मेला में ड्यूटी करने की जगह नगर पालिका कार्यालय में ड्यूटी करने के लिये मेला से जाने को भी तैयार हो गये । बात बिगड़ती देख ईओ डीके विश्वकर्मा ने हालात को संभाला और चेयरमैन से नगर पालिका कार्यालय को खोलने का आदेश वापस कराया , इसके बाद महौल सामान्य हुआ । बता दे कि चेयरमैन अजय कुमार ने तुगलकी फरमान जारी करते हुए तीन चार कर्मचारियों को मेला में रखकर अन्य सभी को मेला की जगह नगर पालिका कार्यालय पर कार्य करने का आदेश जारी कर दिया था , जिसकी जानकारी होते ही कर्मचारियों ने साफ शब्दों में कहा कि अबतक सारे कर्मचारी मेले में ड्यूटी करते रहे है और आगे भी करेंगे , दो चार नही । अगर आपको हम लोगो की जगह प्राइवेट कर्मियों से काम कराना है तो शौक से कराइये ,लेकिन फिर यहां एक भी कर्मचारी नही रहेगा ।
 यह भी एक कारण
 चेयरमैन और कर्मचारियों में विवाद का कारण चेयरमैन द्वारा प्रवेश शुल्क काटने वाली रसीद बुक को रात में पीआरडी के जवान को दिलाना भी बताया जा रहा है । बता दे कि नन्दी ग्राम मेले की यह अबतक की परंपरा रही है कि प्रवेश नाके पर नगर पालिका के कर्मचारी ही व्यापारियों से जानवरो और गाड़ियों की प्रवेश रसीद काटते है । साथ ही इस नाके को रात में कर्मचारियों के घर जाने के बाद बन्द कर दिया जाता है । रात में कोई भी जानवर मेला परिसर में नही जाने दिया जाता है । बुधवार की रात में चेयरमैन अजय कुमार ने प्रवेश रसीद को पीआरडी के नाके पर तैनात जवान को इस लिये दिला दी कि रात में भी अगर कोई जानवर मेला परिसर में प्रवेश कर रहा है तो उसको रसीद काटकर अंदर जाने दिया जाय । आज सुबह ही कर्मचारी इसका जमकर विरोध किये । सूच्य हो कि पिछले साल के नंदी ग्राम प्रबन्ध संजय कुमार यादव लुत्ती और चेयरमैन साहब के एक अति करीबी के बीच मारपीट हो गयी थी । सभासद लुत्ती यादव ने उस सख्श पर रात में जानवरों को मेला परिसर में अवैध तरीके से ले आने/बाहर निकालने का आरोप लगाया था , जो काफी चर्चित रहा ।

लाखो रुपये के काम का बिना टेंडर कराना भी विवाद का कारण
 उत्तर प्रदेश सरकार का साफ तौर पर आदेश है कि जिस कार्य मे एक लाख रुपये से अधिक का भुगतान होना हो उसको ई टेंडर से कराया जाय । मेले के लिये कई टेंडर हुए है जो 70 प्रतिशत तक सिड्यूल रेट से कम पर स्वीकृत हुए है । ऐसे में नगर पालिका का कैम्प कार्यालय बनाना, चौक बनाना, मीना बाजार का चौक बनाना, खेलकूद का मैदान बनाना, भारतेंदु कला मंच को बनाना, घोड़ा दौड़ के मैदान को बनाना ,मेले की जमीन को समतल बनाना, छठ घाट बनाना, आदि कार्य बिना टेंडर के कैसे कराये जा रहे है । कर्मचारियों का कहना है कि अगर इन कार्यो को भी ई टेंडर के माध्यम से कराया जाता तो बिलो टेंडर होने के कारण सरकारी राजस्व की बचत होती जो चेयरमैन साहब के फरमान के चलते नुकसान हो रही है ।