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लखनऊ : कमलेश तिवारी हत्याकांड : पाक बॉर्डर के पास मिला आरोपियों का लोकेशन, कमलेश तिवारी के हत्यारों अशफाक और मोईनुददीन पर पुलिस ने किया ढाई - ढाई लाख रूपये का इनाम घोषित

 कमलेश तिवारी हत्याकांड : पाक बॉर्डर के पास मिला आरोपियों का लोकेशन, कमलेश तिवारी के हत्यारों अशफाक और मोईनुददीन पर पुलिस ने किया ढाई - ढाई लाख रूपये का इनाम घोषित 
ए कुमार

लखनऊ 21 अक्टूबर 2019 ।। कमलेश तिवारी हत्याकांड के दो आरोपियों पर उत्तर प्रदेश पुलिस ने 2.5-2.5 लाख का इनाम घोषित किया है. यूपी पुलिस डीजीपी ओपी सिंह ने कहा कि हत्याकांड के दोनों आरिपोयों अशफाक और मोइनुद्दीन पठान को पकड़ने वाले को ये राशि दी जाएगी. बीते शुक्रवार को लखनऊ में हुई कमलेश तिवारी की हत्या में ये दोनों आरोपी हैं और अभी पुलिस की पकड़ से बाहर हैं. कमलेश तिवारी हत्याकांड में शामिल तीन संदिग्धों को गुजरात एटीएस ने हिरासत में लिया था. तीनों को अब यूपी पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है और पूछताछ जारी है. इस हत्याकांड में शामिल दो अन्य संदिग्धों को शाहजहांपुर में देखे जाने की खबर भी है. फिलहाल एसटीएफ शाहजहांपुर में डेरा जमाए हुए हैं. सूत्रों की मानें तो कमलेश तिवारी हत्या के संदिग्ध हत्यारे लखीमपुर जिले के पलिया से इनोवा गाड़ी बुक करा कर शाहजहांपुर पहुंचे थे. दरअसल, हिन्‍दू समाज पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष कमलेश तिवारी हत्याकांड में शामिल दोनों मुख्य आरोपी शेख अशफाक हुसैन और पठान मोइनुद्दीन अहमद उर्फ़ फरीद अभी भी पुलिस गिरफ्त से दूर हैं. पुलिस को आशंका है कि दोनों सीमा पार कर पाकिस्तान पहुंचने की फिराक में हैं. दोनों की लास्ट लोकेशन भी अंबाला के पास मिली है जो बाघा बॉर्डर से 285 किमी दूर है. शुक्रवार को हत्या की वारदात को अंजाम देने के बाद दोनों हरदोई, बरेली, मुरादाबाद, गाजियाबाद के रास्ते चड़ीगढ़ की तरफ गए हैं. दोनों आरोपी सात से आठ घंटे में अपना फोन ऑन कर रहे हैं और फिर उसे स्विच ऑफ कर दे रहे हैं. बता दें कि बीते 18 अक्टूबर को ही हिंदू समाज पार्टी के अध्यक्ष कमलेश तिवारी की हत्या कर दी गई थी. इस हत्याकांड में गुजरात से तीन और यूपी से दो लोगों को गिरफ्तार किया गया है. यूपी के बिजनौर के दो मौलानाओं की भी भूमिका की जांच की जा रही है. वर्ष 2015 में इन दोनों मौलानाओं ने कमलेश तिवारी का सिर कलम करने वालों को डेढ़ करोड़ रुपये इनाम देने की घोषणा की थी. इस वारदात के मुख्य आरोपी शेख अशफाक हुसैन और पठान मोइनुद्दीन अहमद उर्फ़ फरीद अभी भी पुलिस के रडार से दूर है.