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दूसरी कड़ी :बलिया का अरबो रुपये का जीपीएफ घोटाला (मा0 शिक्षा) : आखिर 91 अनुदानित अशासकीय विद्यालयों में कार्यरत/सेवानिवृत्त शिक्षकों, शिक्षणेत्तर कर्मचारियों की नियुक्ति सम्बन्धी मूल पत्रावलियां कहां हो गयी है गायब ? सजिशकर्त्ताओ के खिलाफ कब होगी कार्यवाही ?

 दूसरी कड़ी :बलिया का अरबो रुपये का जीपीएफ घोटाला (मा0 शिक्षा) : आखिर 91 अनुदानित अशासकीय विद्यालयों में कार्यरत/सेवानिवृत्त शिक्षकों, शिक्षणेत्तर कर्मचारियों की नियुक्ति सम्बन्धी मूल पत्रावलियां कहां हो गयी है गायब ? सजिशकर्त्ताओ के खिलाफ कब होगी कार्यवाही ?
मधुसूदन सिंह

बलिया 25 नवम्बर 2019 ।। बलिया जनपद का अबतक का सबसे बड़ा और यूपी का सम्भवतः दूसरा सबसे बड़ा जीपीएफ घोटाला के उजागर होने के वावजूद घोटालेबाजो पर कार्यवाही होती नही दिख रही है । एक अरब नौ करोड़ छानबे लाख बाइस हजार दो सौ साठ रुपये का जीपीएफ घोटाला प्रमाणित होने के वावजूद भी इसके गुनाहगार बाहर घूम रहे है और जांच को प्रभावित करने का प्रयास कर रहे है । वही बलिया में जो शासन का प्रतिनिधित्व करने वाला अधिकारी जिला विद्यालय निरीक्षक है ,वो इस घोटाले की जांच कर रही सीबीसीआईडी वाराणसी शाखा को वांछित दस्तावेज उपलब्ध नही करा रहे है जिससे साफ जाहिर हो रहा है कि ये भी इस घोटाले में शामिल/सहयोगी है ।
बता दे कि रेवती इंटर कालेज रेवती बलिया के फर्जी नियुक्तियों/अवैध वेतन भुगतान व अवशेष वेतन भुगतान जांच विषयक शासनादेश संख्या रिट 314-(1)/15-5-2018-1601(260)/2018 दिनांक 29 जून 2018 के अनुपालन में शिक्षा निदेशक (मा0)उ0प्र0 शिक्षा सामान्य (1)प्रथम अनुभाग इलाहाबाद के पत्रांक सामान्य (1)प्रथम/शिविर/12015/2018-19 दिनांक 25.7.2018 की जांच आख्या में सभी नियमित शिक्षक/शिक्षणेत्तर कर्मचारीगण तथा सेवा निवृत्त अवशेष वेतनादि के शिक्षक /शिक्षणेत्तर कर्मचारियों की नियुक्ति ,अनुमोदन,पद सृजन आदि फर्जी/अनियमित होना प्रमाणित पाया गया । फिर भी राजेन्द्र कुमार तिवारी अपर मुख्य सचिव उ0प्र0 शासन माध्यमिक शिक्षा शिक्षा अनुभाग -5 लखनऊ , विनय कुमार पांडेय शिक्षा निदेशक (मा0) उ0प्र0 लखनऊ , श्रीमती अनारपति वर्मा संयुक्त शिक्षा निदेशक आजमगढ़ मंडल आजमगढ़,भाष्कर मिश्र जिला विद्यालय निरीक्षक बलिया , शिवकुमार दुबे वित्त एवं लेखाधिकारी (मा0शि0) बलिया , प्रकाश सिंह वरिष्ठ कोषाधिकारी जिला कोषागार बलिया, एसके सिंह प्रबंधक ,प्रमोद कुमार सिंह कार्यकारी प्रबंधक , एवं दयाशंकर सिंह प्रधानाचार्य रेवती इंटर कालेज रेवती बलिया और इनके अधीनस्थ प्राधिकारी/कर्मचारी अनियमित नियुक्ति प्रमाणित शिक्षकों /शिक्षणेत्तर कर्मचारियों को वेतनादि का भुगतान जारी रखकर इस घोटाले को प्रोत्साहित करते रहे । जितेंद्र कुमार तिवारी नाम के शिकायतकर्त्ता ने तो उपरोक्त सभी लोगो पर 50-50 प्रतिशत की शेयरिंग में भुगतान करने का आरोप लगाकर सभी को इस घोटाले में सहभागी बताकर इनके खिलाफ दंडनात्मक कार्यवाही की मांग की है । उपरोक्त घटना तो केवल एक विद्यालय की है जबकि पूरे जनपद में लगभग 2000 शिक्षक/शिक्षणेत्तर कर्मचारियों की फर्जी नियुक्ति होने की बात जांच एजेंसियों ने अपनी अपनी रिपोर्टों में प्रेषित की है ।
जो घोटाले में सहभगी उसी की हाथ मे जनपद की शिक्षा व्यवस्था की बागडोर
जिस अधिकारी के ऊपर जनपद की माध्यमिक शिक्षा को सुव्यवस्थित रूप से संचालित करने, किसी भी ऐसे प्रयास को रोकने जो सरकारी धन को गबन करने की नीयत से किया गया हो, फर्जी तरीके से नियुक्त शिक्षकों/शिक्षणेत्तर कर्मचारियों के वेतन भुगतान लेने के प्रयास को रोकने की महती जिम्मेदारी है , अगर वही जिला विद्यालय निरीक्षक भास्कर मिश्र गबन करने वालो की फेहरिश्त में शामिल हो, जिनकी संलिप्तता को जांच एजेंसियां पकड़ी हो , ऐसे अधिकारी को उसी जगह पर पावर देकर बनाये रखने की शासन की मंशा पर अब उंगली उठ रही है । सबसे बड़ा सवाल यह उठ रहा है कि अपने खिलाफ जांच में पद पर रहने के कारण पूरी संभावना है कि दोषी साबित करने वाले साक्ष्यों को भास्कर मिश्र द्वारा गायब किया जा सकता है ? ऐसे में इनको पद पर बनाये रखने के माध्यमिक शिक्षा के निदेशक आदि के निर्णय को लोग कटघरे में खड़ा कर रहे है । वही श्री मिश्र को पद पर बने रहने से जांच में व्यवधान उतपन्न हो रहा है । श्री मिश्र 19 जुलाई 2019 से आयी सीबीसीआईडी की वाराणसी शाखा जो इसकी जांच कर रही है , चिट्ठी का जबाब नही दे रहे है जिससे जांच बिलम्बित हो रही है ।

उक्त के संबंध में सूच्य है कि सीबी सीआईडी उत्तर प्रदेश की सीबी संख्या 935 / 1995 जांच आख्या/ संस्तुति जो मुख्यमंत्री के अनुमोदनोपरांत जनपद बलिया के अशासकीय माध्यमिक विद्यालयों के फर्जी नियुक्ति /अवैध वेतन भुगतान के  379 शिक्षको/ शिक्षणेत्तर कर्मचारियों के वेतनादि की देय भुगतानिक  शासकीय धनराशि की वसूली, दोषी प्राधिकारियों/संबंधित कर्मियों तथा दोषी प्रबंधतंत्रों के विरुद्ध कार्यवाही करने के शासनादेश संख्या 1413 / छ0पु0-14-2001-60(102)/95 उ0प्र0शासन गृह पुलिस अनुभाग -14 लखनऊ दिनांक 12 अप्रैल 2002 निदिष्ट कार्यवाही शासनादेश संख्या 1413/15-9-2002 -2001 संस्कृत अनुभाग उ0प्र0 शासन लखनऊ दिनांक 2 अगस्त 2002 शासनादेश संख्या 1413/15-9-2002-1600(211)/2001 उ0प्र0 शासन शिक्षा अनुभाग -12 लखनऊ दिनांक 18 दिसंबर 2002 शासनादेश संख्या 51/25-9-2003 -2001 दिनांक 18 दिसंबर 2002 शासनादेश संख्या 51/15-9-2003-2001 (174)/2002 संस्कृत शिक्षा अनुभाग -9 लखनऊ दिनांक 17 जनवरी 2003 तथा शासनादेश संख्या 727/15-12-08-1601(158)/2007 उ0प्र0 शासन शिक्षा अनुभाग-12 लखनऊ दिनांक 13 जुलाई 2009 एवं शासनादेश संख्या 832/15-12-07-1600(36)/2006 शिक्षा अनुभाग -12 लखनऊ दिनांक 8 अक्टूबर 2007 तथा शासनादेश संख्या 185-15-12-2011-1601(28)/2010 शिक्षा अनुभाग -12 लखनऊ दिनांक 24 जनवरी 2011 कानुक्रम में जनपद बलिया के अशासकीय अनुदानित विद्यालयों के 2000 शिक्षकों /शिक्षणेत्तर कर्मचारियों की नियुक्ति फर्जी/वेतन भुगतान अवैध /अनियमित प्रमाणित पाये जाने व जीपीएफ मद के आवंटित /कटौती अनुदान से अरबो रुपये का घोटाला होने व बिना पद सृजन के सरप्लस घोषित/ चिन्हांकित/ नामांकित शिक्षकों/शिक्षणेत्तर कर्मचारियों की नियमित वेतन/अवशेष वेतन भुगतान ,  जितेंद्र कुमार अपर मुख्य सचिव माध्यमिक शिक्षा उ0प्र0 शासन ,श्री रमेश अपर शिक्षा निदेशक (मा0)उ0प्र0 इलाहाबाद ,श्री रामचेत संयुक्त शिक्षा निदेशक,विनय कुमार पांडेय वित्त एवं लेखाधिकारी(मा0) निदेशालय इलाहाबाद,रमेश सिंह जिला विद्यालय निरीक्षक बलिया एवं सम्बंधित प्रबन्धको/प्रधानाचार्यो द्वारा आपसी साजिश करके फर्जी पद सृजन/ फर्जी प्रथम बिल पंजिका कूटरचित करके माननीय उच्च न्यायालय इलाहाबाद में दायर रिट याचिका संख्या 26307/2010 ध्रुव नारायण सिंह बनाम उ0प्र0 राज्य व अन्य में पारित आदेश दिनांक 28.5.2015 की आड़ में अनुचित लाभ देकर अनुचित लाभ लेने के लिये अशोक कुमार पांडेय अवर मुख्य स्थायी अधिवक्ता के माध्यम से जनशक्ति संशोधन आदेश शासनादेश संख्या 216/15-12-2016-1600(635)/2015 उ0प्र शासन शिक्षा अनुभाग -12 लखनऊ दिनांक 1 फरवरी 2016, जारी कराकर अरबो की सरकारी धनराशि का घोटाला किया गया है । जिसमे शासन के अपर मुख्य सचिव जितेंद्र कुमार, इनके निजी सचिव, संयुक्त सचिव,विशेष सचिव, उप सचिव, अनुसचिव/अनुभाग अधिकारी/समीक्षा अधिकारी तथा शिक्षा निदेशक (मा0) उ0प्र0,अपर शिक्षा निदेशक (मा0) उ0प्र0 प्रयागराज , संयुक्त शिक्षा निदेशक (अर्थ) उ0प्र0 प्रयागराज, वित्त नियंत्रक(मा0) उ0प्र0 प्रयागराज, वित्त एवं मुख्य लेखाधिकारी (मा0शि0) उ0प्र0 प्रयागराज ,संयुक्त शिक्षा निदेशक ,उप शिक्षा निदेशक मंडल स्तर , जिला विद्यालय निरीक्षक बलिया , वित्त एवं लेखाधिकारी (मा0शि0) बलिया, वरिष्ठ कोषाधिकारी जिला कोषागार बलिया प्रथम दृष्टया संज्ञेय अपराधिक कृत्य के उत्तरदायी है ।
(शेष अगली कड़ी में)