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प्रधानमंत्री मातृत्व वन्दना योजना में हो रहा बड़ा खेल , पर सीएमओ मऊ को नही चिंता , 22 अक्टूबर की खबर पर अब तक नही की कोई कार्यवाई

प्रधानमंत्री मातृत्व वन्दना योजना में हो रहा बड़ा खेल , पर सीएमओ मऊ  को नही चिंता , 22 अक्टूबर की खबर पर अब तक नही की कोई कार्यवाई 
रतनपुरा बलिया 13 नवम्बर 2019 ।। केंद्र सरकार और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अति महत्वाकांक्षी योजना -प्रधानमंत्री मातृत्व वन्दना योजना में मऊ जनपद के रतनपुरा सीएचसी पर बड़े पैमाने पर हो रही धांधली की खबर बलिया एक्सप्रेस द्वारा 22 अक्टूबर 2019 को प्रकाशित की गई थी । इस संबंध में सीएमओ मऊ और एनएचम के डीपीएम व डैम तीनो लोगो से बात की गई तो इन अधिकारियों ने इस मामले के सम्बंध में अनभिज्ञता दर्शाते हुए जांच कराने की बात कही थी । पर दुर्भाग्य के साथ कहना पड़ रहा है कि आज 13 नवम्बर तक इन लोगो ने जांच करने की जहमत ही नही उठायी है । नतीजन इस मद में हुआ घोटाला आज भी राज बना हुआ है  और प्रदेश के मुखिया सीएम योगी के भ्रष्टाचार पर प्रहार की धार को कुंद कर रहा है । अब देखना है कि इस खबर के साया होने के कितने दिन बाद प्रशासनिक अमला हरकत में आकर जांच करता है ?

22 अक्टूबर को प्रकाशित मूल खबर


मऊ की रतनपुरा सीएचसी , जहां चल रहा है प्रधानमंत्री मातृत्व वन्दना योजना में बड़ा खेल,अपात्रो को मिल रहा है बड़े पैमाने पर लाभ,सीएमओ कह रहे है जांच कराने की बात

मऊ 22 अक्टूबर 2019 ।। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा चलायी गयी मातृत्व वन्दना योजना आजकल लूटखसोट की सब से बड़ी योजना बनती जा रही है । इस योजना में जहां प्रथम प्रसव के बाद जच्चा को स्वयं तथा बच्चे को स्वस्थ रखने के उद्देश्य से सरकार रुपये 5 हजार की धनराशि उपलब्ध कराती है ,जिससे दोनों स्वास्थ्य लाभ ले सके (इस
योजना में जब गर्भ धारण करने वाली माता को दो टीटी का इंजेक्शन लग जाता है तब गर्भवती के खाते में 1 हजार रुपये , जब प्रसव हो जाता है तो आशा द्वारा फॉर्म बी भरकर जमा करने पर 2 हजार रुपये और जब बच्चे का दो बार बीसीजी का टीकारण हो जाता है तो फिर 2 हजार रुपये मिलता है ) लेकिन  इसका लाभ लाभार्थियों को कम , अपात्रो को ज्यादे मिल रहा है या यूं कहें कि ANM और आशाओ के साथ ऑपरेटर की मिली भगत से फर्जीवाड़ा करके सरकारी धन का बंदरबांट किया जा रहा है ( यह जांच का विषय है इसमें वास्तव में कौन कौन शामिल है)। सूत्रों से मिली खबर के अनुसार भ्रष्टाचार में आकंठ डूब चुके अधिकारियों कर्मचारियों ने इस योजना में न उम्र का ख्याल रखा है, न कितने बच्चे है इसका ख्याल रखा है , न ही यह देखा है कि जिस महिला को इस योजना का लाभ दिला रहे है उस महिला की तो पहले से ही नसबन्दी हो चुकी है,  40 से 50 साल की महिलाओं को भी प्रथम प्रसव का लाभ इन लोगो के द्वारा दिलाया गया बताया गया है । यह सारी बाते जांच के बाद ही सत्यापित हो पाएगी लेकिन इसके लिये जांच तो जारी है ही ?
   ऐसे ही घोटाले की सूचना मऊ जनपद के रतनपुरा सीएचसी से मिल रही है , जहां इस योजना के सहारे जबरदस्त लूटखसोट हुई बतायी जा रही है । इस संबंध में जब इस योजना से जुड़े DAM मऊ पवन कुमार से बात की गयी तो उनका कहना था कि अगर ऐसा हुआ है तो यह गंभीर प्रकरण है । इसकी जांच के लिये सीएमओ मऊ को पत्र भेजूंगा । किसी भी सूरत में इस योजना को अपात्रो तक नही पहुंचने दिया जाएगा । वही सीएमओ मऊ डॉ सतीश चंद सिंह ने भी ऐसे किसी घोटाले की जानकारी होने से इंकार करते हुए जांच कराने की बात कही है । अब देखना यह है कि यह जांच कबतक होती है । सूत्रों से मिली खबर अगर सच है तो निश्चित तौर पर यह खेल सिर्फ रतनपुरा ही नही पूरे प्रदेश में चल रहा होगा ।