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बलिया में चौधरी चरण सिंह के जन्मदिवस पर किसान गोष्ठी व मेला का आयोजन : बेहतर उत्पादकता प्राप्त करने वाले 26 किसान हुए सम्मानित

बलिया में चौधरी चरण सिंह के जन्मदिवस पर किसान गोष्ठी व मेला का आयोजन : बेहतर उत्पादकता प्राप्त करने वाले 26 किसान हुए सम्मानित

किसानों के चेहरे पर रौनक लाने के प्रति सरकार प्रतिबद्ध: संजय यादव

बलिया 23 दिसम्बर 2019: पूर्व प्रधानमंत्री चौधरी चरण सिंह के जन्मदिवस को 'किसान सम्मान दिवस' के रूप में मनाया गया। इस अवसर पर सोमवार को ऑफिसर्स क्लब में किसान गोष्ठी व किसान मेला आयोजित हुआ, जिसमें कृषि से जुड़े विभागों के अलावा प्राइवेट संस्थाओं ने स्टाल लगाकर किसानों को लाभकारी जानकारी दी। किसान सम्मान दिवस पर 26 किसानों को पुरस्कृत किया गया। गोष्ठी का शुभारंभ मुख्य अतिथि सिकंदरपुर के विधायक संजय यादव व विशिष्ट अतिथि डीएम श्रीहरि प्रताप शाही ने चौधरी चरण सिंह के चित्र के समक्ष दीप प्रज्ज्वलित कर किया।

मुख्य अतिथि विधायक संजय यादव ने अपने सम्बोधन के जरिए सबसे पहले बेहतर उत्पादकता प्राप्त करने वाले किसानों को बधाई व शुभकामनाएं दी। उन्होंने वहां मौजूद किसानों को भरोसा दिलाया कि किसानों की गम्भीर समस्याओं को जरूरत पड़ने पर सदन में उठाऊंगा। कहा, उत्पाद की लागत का दुगना दाम किसान को मिले इस दिशा में सरकार लगातार जरूरी कदम उठा रही है। क्रय केंद्रों के माध्यम से तीन दिनों के अंदर फसल का उचित मूल्य किसानों के खाते में पारदर्शी तरीके से दिया जा रहा है। किसानों के चेहरे पर रौनक लाने के लिए हमारी सरकार प्रतिबद्ध है। योगी सरकार की पहली कैबिनेट की बैठक में ही किसानों के कर्ज माफी का फैसला हुआ। छह हजार रुपये सलाना किसान सम्मान निधि के जरिए किसान को राहत देने का काम किया।

जिलाधिकारी ने फ़ूड प्रॉसेसिंग यूनिट लगाने की सम्भावनाओं पर दिया जोर

- फसल उत्पादकता का सही मूल्य किसान को ही मिले, इसके लिए डीएम श्रीहरि प्रताप शाही ने जरूरी बातें बताई। उन्होंने फ़ूड प्रॉसेसिंग यूनिट लगाने की सम्भावनाओं पर विशेष जोर दिया। इस दिशा में ठोस पहल की शुरुआत करने का भरोसा भी दिलाया। उन्होंने कहा, केंद्र व राज्य सरकार कृषि के क्षेत्र में अनेक योजनाएं चला रही है। उसका क्रियान्वयन बस सही तरीके से करने की जरूरत है। इसमें कृषि से जुड़े अधिकारी व किसान दोनों को रुचि लेने की जरूरत है। सही समय पर सही किसानों को लाभ मिलेगी, तभी योजनाओं की सार्थकता सिद्ध हो सकती है। उन्होंने किसानों से कहा कि कृषि रक्षा, खाद्य प्रसंस्करण, मत्स्य, उद्यान आदि विभागों की योजनाओं के जरिए भी आर्थिक विकास सम्भव है। जिलाधिकारी ने कहा कि गो-आश्रय स्थलों पर बेहतर व्यवस्था पर हमारा विशेष फोकस है। इसमें किसानों व आम नागरिक का भी सहयोग अपेक्षित होगा। सम्बोधन के दौरान बीच-बीच में किसानों से सीधा संवाद कर सुझाव भी लेते रहे। उप निदेशक कृषि ने अतिथियों का स्वागत करते हुए कृषि विभाग की विभिन्न योजनाओं को बताया। जिला उद्यान अधिकारी, मत्स्य अधिकारी, पशु चिकित्साधिकारी ने औद्योगिक खेती, मछली पालन व पशुपालन से जुड़ी योजनाओं का लाभ लेकर किसानों के आर्थिक विकास पर बल दिया।
कार्यक्रम में किसान संघ के अध्यक्ष अखिलेश सिंह समेत अन्य प्रगतिशील किसानों ने मंच के माध्यम से खेती-किसानी में आ रही कुछ बाधाओं पर प्रकाश डाला।

इससे पहले किसान मेला में लगे करीब दो दर्जन से अधिक स्टालों का अवलोकन विधायक व डीएम ने किया। साथ ही किसानों से आवाह्न किया कि इन स्टालों के माध्यम से दी जाने वाली जानकारी लेकर खेती के माध्यम से आर्थिक विकास की सम्भावनाओं को तराशें। सीडीओ बद्रीनाथ सिंह, भूमि संरक्षण अधिकारी सन्तोष यादव, कृषि अधिकारी रविप्रकाश श्रीवास्तव, समाज कल्याण अधिकारी तिलकधारी, कृषि वैज्ञानिक गोपाल जी, कृषि से जुड़े अन्य अधिकारी व जिले भर से आए सैकड़ों किसान मौजूद थे। संचालन प्रोबेशन अफसर कृष्णकांत राय ने किया।

इन 26 किसानों का हुआ सम्मान

- किसान गोष्ठी में सम्मानित होने वाले किसानों में लल्लन राम बहादुरपुर, हरिनारायण यादव मानगढ़, रविंद्र वर्मा टेंगरही, चंद्रिका यादव कुल्लापुर, सूर्य प्रकाश पांडे शंकरपुर, विश्वजीत शर्मा कठौड़ा, श्याम बिहारी राय रामपुर, बाबूराम वर्मा रजौली, भरत प्रसाद व नंदजी निवासी शेर, मुन्ना यादव गौरा, मदन सिंह चितबड़ागांव, हर्षदेव हल्दी, विश्वजीत सिंह पोखरा, चंद्रप्रकाश सिंह मनियर, श्याम सुंदर वर्मा चिलकहर, अनुराग चौरसिया मनियर, रामजीत वर्मा डुंहां, विनय कुमार बाँसडीह, शिवनाथ सिंह अमहरपट्टी, दीपक सिंह पतोई, कासिफ हसन निवासी बहोरवा, गोकुल निवासी चौकिया, कयूम बिठुवा, संजय सिंह डेहरी कोटवारी व महाराणा प्रताप मासूमपुर शामिल थे। कृषि विभाग की विभिन्न योजनाओं के लाभार्थियों को भी सम्मानित किया गया।
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प्रदेश स्तर पर सम्मानित हुए ये तीन किसान

- प्रदेश स्तर पर सम्मानित होने वाले किसानों ने जनपद के तीन किसान शामिल थे। इसमें संतोष कुमार राय निवासी नरही ने मसूर की उत्पादकता में पूरे प्रदेश में प्रथम, जबकि दिलीप सिंह निवासी कटया (रसड़ा) ने द्वितीय स्थान पाया। धीरेंद्र श्रीवास्तव निवासी उरैनी नगरा ने गेहूं की उत्पादकता में पूरे प्रदेश में संयुक्त रूप से तीसरा स्थान पाया है।