Breaking News

वाराणसी : वीर अब्दुल हमीद के पोते जमील ने फिल्मों में काम दिलाने के बहाने 6 लड़कियों को मुंबई ले जाकर बेचा, नशीला पदार्थ खिलाके गैंगरेप कर बनाईं अश्लील Video

वीर अब्दुल हमीद के पोते जमील ने फिल्मों में काम दिलाने के बहाने 6 लड़कियों को मुंबई ले जाकर बेचा, नशीला पदार्थ खिलाके गैंगरेप कर बनाईं अश्लील Video 
ए कुमार 

वाराणसी 7 दिसंबर 2019 ।। हैदराबाद में महिला डॉक्टर के साथ दरिंदगी का मामला अभी ठंडा नहीं हुआ था कि युवतियों से हैवानियत का एक और मामला उत्तर प्रदेश के वाराणसी से आ रहा है. जहां एक ऐसे गिरोह का भंडाफोड़ हुआ है जो फिल्मों में काम दिलाने के बहाने लड़कियों को अपनी हवस का शिकार बनाता था. इतना ही नहीं पीड़िता अपनी जुबान बंद रखे इसके लिए आरोपी रेप का वीडियो भी बना लेते थे और इसके बाद लड़कियों को बेच देते थे. सबसे चौंकाने वाली बात ये है कि इस गिरोह का मास्टरमाइंड साल 1965 में भारत-पाकिस्तान युद्ध के हीरो रहे परमवीर चक्र विजेता शहीद वीर अब्दुल हमीद का पोता जमील आलम (Jamil Alam) था. पीड़िता की तहरीर पर वाराणसी (Varanasi) पुलिस ने मुकदमा दर्ज कर लिया है, लेकिन आरोपी की गिरफ्तारी अभी भी नहीं हुई है.

जानें पूरा मामला

दरअसल, कैंट थाना क्षेत्र में रहने वाली एक किशोरी कुछ दिनों पहले गायब हो गई थी. उसके अपहरण का मुकदमा दर्ज किया गया था. इस बीच घर वापस लौटी किशोरी का पुलिस ने बयान दर्ज किया. राधिका (बदला हुआ नाम) ने बताया कि एक दिन वह गांव जाने के लिए ट्रेन का इंतजार कर रही थी तभी उसे खुद को टीटीई बताने वाला जमील आलम मिला. जमील ने उससे कहा कि वह बहुत सुन्दर दिखती है वह उसे मुंबई में फिल्मों में काम दिलवा सकता है. राधिका को फिर भी जमील पर भरोसा नहीं हुआ तो उसने अपनी दादी रसूलन के साथ सलमान खान सहित तमाम बॉलीवुड सितारों और राजनेताओं के साथ फोटो दिखाई जिसके बाद उसका भरोसा बढ़ता गया. जमील ने किशोरी को अपने जाल में फंसाने के लिए उसका मोबाइल नंबर लेकर उससे बात करने लगा और एक बड़ी एक्ट्रेस बनने का ख्वाब दिखाने लगा.

एक्ट्रसे बनाने का ख्वाब दिखाकर ले गया मुंबई

एक्ट्रेस बनने के सपने संजोए राधिका आखिरकार जमील के झांसे में ही गई और 19 अक्टूबर को जमील के साथ मुंबई जाने को राजी हो गई. राधिका जब कैंट स्टेशन पहुंची तब वहां पहले से मौजूद उसका एक साथी 5 और लड़कियों को लेकर आया था. सभी लड़कियां जमीर के साथ मुंबई को रवाना हुईं जहां उन्हे अंंधेरी स्थित तारांकित होटल अर्बन कोर्ट में रखा गया. जमील के साथ मुंबई में रिजवान नाम का एक युवक भी ठहरा था. पीड़िता के मुताबिक दूसरे दिन लड़कियों को डायरेक्टर से मिलवाने की खातिर तैयार होने के लिए कहा गया. सुबह नास्ते में मिले खाने के बाद राधिका समेत सभी लड़कियां बेहोश हो गईं.
नशीला पदार्थ खिलाकर लड़कियो से गैंगरेप, बनाया अश्लील वीडियो
लड़कियों की बेहोशी का फायदा उठाकर जमील और उसके साथियों ने राधिका समेत सभी लड़कियों के साथ बारी-बारी रेप किया. पीड़िता के मुताबिक जब उसे होश आया तो वो और उसके साथ की सभी लड़कियां नग्न अवस्था में थीं, उनके शरीर पर एक भी कपड़ा नहीं था. मानसिक और शारीरिक पीड़ा से कराह रही लड़कियों को सुबह एहसास हो गया कि उनके साथ गंदा काम किया गया है. पीड़िता के मुताबिक तभी एक महिला कमरे में दाखिल हुई और कहा कि सभी की बोली लग गई है.

वीडियो से ब्लैकमेल कर हर रोज करने लगे दरिंदगी

पीड़िता के मुताबिक जमील उसे समेत सभी लड़कियों को बेच चुका था, उसने शोर मचाया और पुलिस से शिकायत करने की धमकी दी. इसके बाद जमील ने बीती रात बलात्कार के दौरान की अश्लील वीडियो दिखाकर धमकाया. इसके बाद जमील और उसका साथी ब्लैकमेल करके रोजाना लड़कियों की अस्मत लूटने लगे. राधिका ने बताया कि एक दिन मौका पाकर किसी तरह वह वहां से भाग निकली और दादर एक्सप्रेस से इलाहाबाद पहुंची. उसने जब रेलवे पुलिस के अफसरों को आपबीती सुनाई तो सबके होश उड़ गए. इलाहाबाद रेलवे पुलिस ने 12 नवंबर को कैंट थाना पुलिस को पीड़िता के साथ हुई वारदात की जानकारी दी. अगले दिन 13 नवंबर को कैंट पुलिस उसे वाराणसी लेकर पहुंची. इससे पहले तीन नवंबर को पीड़िता के पिता ने अपनी बेटी के अपहरण की कैंट थाने में रिपोर्ट दर्ज कराई थी.

शिकायत की तो भाई को जान से मार डाला

पीड़िता के मुताबिक उसने जब पुलिस से शिकायत करनी चाही तो जमीर ने धमकी दी कि मुंह खोला तो भाई को जान से मार देंगे और ऐसा ही हुआ. मुझे तलाशने के लिए निकले भाई की लाश वरुणा किनारे मिली. मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक भाई की मौत के मामले में पुलिस की संदेहास्पद कार्यवाही को देखते हुए पीडि़त परिवार से जुड़े एक व्यक्ति ने सीएम हेल्पलाइन में शिकायत दर्ज कराई है.

केस वापसी के लिए जमील ने धमकाया

पीड़िता के मुताबिक कैंट पुलिस क्षेत्राधिकारी मुश्ताक अहमद ने पूछताछ की तो सिलसिलेवार मामला खुलता चला गया. बाद में 17 नवंबर को जमील आलम उसके घर पहुंचा और उसे केस वापस लेने के लिए धमकाया. इस बीच पुलिस भी पहुंची. जमील को पकड़ा भी, लेकिन मामला हाईप्रोफाइल होने के कारण उसे छोड़ दिया. 20 नवंबर को मजिस्ट्रेट के समक्ष पीड़िता का बयान दर्द कराया गया. मजिस्ट्रेटी बयान के तत्काल बाद गैंगरेप के मामले के साथ कैंट पुलिस ने दो और गंभीर धाराएं भी जोड़ दी. जिसमें अनैतिक देह व्यापार के साथ अभियुक्तों पर पाक्सो एक्ट भी लगा दिया गया.

बीते 2 सप्ताह से पीड़िता न्याय के लिए दर-दर भटक रही है, वहीं जमील आलम मजे से रेलवे में नौकरी कर रहा है क्योंकि पुलिस ने अभी तक एफआइआर का ब्योरा रेलवे अधिकारियों को नहीं भेजा है. मंगलवार को पीड़िता और उसके पिता रविंद्रपुरी स्थित पीएम के संसदीय कार्यालय पहुंची और न्याय की गुहार लगाई है.