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जननायक चन्द्रशेखर विश्वविद्यालय बलिया के तृतीय स्थापना दिवस पर आयोजित हुई संगोष्ठी :बलिया की एक पहचान है विवि, इसको संजोए रखना हम सबकी जिम्मेदारी: डीएम


जननायक चन्द्रशेखर विश्वविद्यालय बलिया के तृतीय स्थापना दिवस पर आयोजित हुई संगोष्ठी :बलिया की एक  पहचान है विवि, इसको संजोए रखना हम सबकी जिम्मेदारी: डीएम

शक्ति, साहस व सहयोग से विश्विद्यालय अपने मुकाम की ओर: कुलपति














बलिया 22 दिसम्बर 2019: जननायक चंद्रशेखर विवि के तृतीय स्थापना दिवस पर यूनिवर्सिटी सभागार में एक सगोष्ठी का आयोजित हुआ। इसका शुभारंभ मुख्य अतिथि जिलाधिकारी श्रीहरि प्रताप शाही व कुलपति प्रो.योगेंद्र सिंह ने दीप प्रज्ज्वलित कर किया।
संगोष्ठी को सम्बोधित करते हुए डीएम श्री शाही ने कहा कि कई मंडल मुख्यालय पर यूनिवर्सिटी नहीं है। ऐसे में बलिया का सौभाग्य है कि यहां विश्वविद्यालय स्थापित है। निश्चित रूप से इसमें यहां की पुरानी पृष्ठभूमि का योगदान है। यह विवि हमारे लिए एक थाती है, पहचान है। बस इसको संयोए रखना हम सबकी जिम्मेदारी है। जिलाधिकारी ने उन सबका आभार जताया, जिन्होंने विपरीत परिस्थितियों में विवि का सहयोग किया।

उन्होंने कहा कि कुलपति व हमारी हर मुलाकात में विश्वविद्यालय के विकास पर चर्चा होती रही। आश्वस्त किया कि इसमें हर प्रकार का सहयोग मेरी ओर से मिलेगा। उन्होंने कहा कि कलेक्ट्रेट के बहुउद्देश्यीय सभागार में दीक्षांत समारोह का होना भी जिला प्रशासन के लिए सौभाग्य का क्षण रहा।
जिलाधिकारी ने कहा कि बलिया में कई महापुरुष पैदा हुए। उनकी आशा, आकांक्षाओं व सपनों को रूप देने के लिए यहां एक केंद्र स्थापित करने की पहल हो। सीमित संसाधनों के बीच यहां आंतरिक गुणवत्ता बनाए रख संस्था के महत्व को बनाए रखने के लिए विश्वविद्यालय प्रशासन की सराहना की।श्री शाही ने निर्माण निगम के जीएम इंजी अजय कुमार मिश्र की भी दीक्षांत समारोह के लिये बहुउद्देश्यीय सभागार को सजाने संवारने व विश्वविद्यालय परिसर को सुव्यवस्थित करने के लिये दिन रात लग कर प्रयास करने के लिये तारीफ की ।
प्रो योगेंद्र सिंह को बुके देकर मिले सेवा विस्तार पर दी बधाई

जिलाधिकारी बलिया ने जननायक चंद्रशेखर विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो योगेंद्र सिंह को कुलाधिपति/राज्यपाल श्रीमती आनंदीबेन पटेल द्वारा तीन माह का सेवा विस्तार देने पर बुके देकर शुभकामनाये दी । बता दे कि प्रो योगेंद्र सिंह का आज तीन साल का कुलपति के रूप में कार्यकाल समाप्त हो रहा था ।

प्रो. योगेंद्र सिंह ने  अपने संबोधन में कहा कि, यह विवि अनेकों चुनौतियों को झेलते हुए भी शक्ति, साहस व सहयोग से अपने मुकाम की ओर अग्रसर है। तमाम दिक्कतों के बावजूद सफलतापूर्वक दीक्षांत समारोह सम्पन्न कराया गया। कुलाधिपति/राज्यपाल आनंदीबेन पटेल भी यहां की व्यवस्था को देख पूरी तरह संतुष्ट थीं और उन्होंने खुले मंच से इस बात को कह भी दिया। यह हमारे विश्वविद्यालय के लिए बड़ी बात है।  इन्हीं उत्साहवर्धक बातों के साथ हम इस विश्वविद्यालय को मुकाम तक पहुचाने के लिए अपना पूरा प्रयास करेंगे। कुलपति ने समस्त महाविद्यालयों को भी नकलविहीन परीक्षा सम्पन्न कराने व अन्य व्यवस्था दुरुस्त रखने के लिए धन्यवाद ज्ञापित किया। साथ ही सभी से अपने अपने महाविद्यालय में शिक्षा का और बेहतर माहौल बनाने की अपील की।

संगोष्ठी में रजिस्ट्रार संजय कुमार, उप रजिस्ट्रार महेश कुमार, वित्त नियंत्रक प्रकाश सिंह, निर्माण निगम के जीएम इ.अजय मिश्र ,प्रो.सानंद सिंह, अमित यादव, ज्योति प्रकाश चौहान, प्रो.अखिलेश राय, अतुल सिंह समेत तमाम महाविद्यालयों के प्राचार्य, शिक्षक मौजूद थे।
प्रोफेसर सानन्दसिंह का सम्बोधन


दीक्षांत समारोह की सफलता पर जिलाधिकारी का विशेष आभार










कुलपति प्रो.योगेंद्र सिंह ने कहा कि जब यहां विवि की स्थापना के बाद आया तो यहां की दिक्कतें देख मै चिंतित जरूर था, पर हिला नहीं। लेकिन जब जलप्लावन की विभीषिका आयी तो चिंता और बढ़ गई। लेकिन विश्वविद्यालय से जुड़े जिम्मेदार लोगों के अलावा स्थानीय ग्रामीणों ने सहारा दिया। कुलपति ने जिलाधिकारी का विशेष आभार जताते हुए कहा, यूनिवर्सिटी में जलभराव के बीच नाव से आकर यहां का दर्द जाना। यहां की समस्याओं को दूर करने पर चर्चा की। दीक्षांत समारोह की तैयारियों पर गम्भीरता दिखाई और उसमें भरपूर प्रशासनिक सहयोग भी दिलाया। ऐसे में दीक्षांत समारोह के सफलतापूर्वक आयोजन का श्रेय भी काफी हद तक जिलाधिकारी को जाता है। इसके लिए उन्होंने विशेष आभार जताते हुए आगे भी हरसम्भव सहयोग की अपेक्षा की। वहीं, जिलाधिकारी ने भी कुलपति प्रो.योगेंद्र सिंह का कार्यकाल बढ़ने पर बधाई दी।
ग्रामीणों का मिला भरपूर सहयोग पर जनप्रतिनिधियों ने नही पूंछा हाल
कुलपति प्रो योगेंद्र सिंह का बाढ़ और अतिवृष्टि से लगभग ढाई माह तक विश्वविद्यालय परिसर में जल जमाव का दर्द संबोधन के समय जुबान पर भी आ गया । ऐसी संकट की घड़ी में बसंतपुर के ग्रामीणों द्वारा दिये गये सहयोग के लिये कुलपति ने जहां उनकी भूरि भूरि प्रशंसा करते हुए आभार व्यक्त किया तो वही जनप्रतिनिधियों से ऐसी घड़ी में सहयोग न मिलने की आंतरिक पीड़ा को जुबान तक आने से रोक नही पाये ।
 इशारो इशारो में डीएम से की कैम्प कार्यालय की मांग
जिलाधिकारी बलिया द्वारा बाढ़ में डूब चुके परिसर में नाव में बैठकर हालात का जायजा लेने और उसके बाद दिये गए सहयोग से अभिभूत कुलपति योगेंद्र सिंह ने शहरी क्षेत्र में एक कैम्प कार्यालय की मांग इशारो में की । इस मांग को जिलाधिकारी ने हर सम्भव सहयोग देने की बात कह कर इशारो में ही अपनी सहमति दे दी ।