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गंगा यात्रा की तैयारियों को लेकर डीएम बलिया ने की बैठक : कहा, कोड़ाहरा नौबरार से निकलेगी यात्रा, रवाना करने आएंगे मुख्यमंत्री या राज्यपाल

गंगा यात्रा की तैयारियों को लेकर डीएम बलिया ने की बैठक : कहा, कोड़ाहरा नौबरार से निकलेगी यात्रा, रवाना करने आएंगे मुख्यमंत्री या राज्यपाल

बलिया 24 दिसम्बर 2019: गंगा की निर्मलता और संरक्षण के प्रति लोगों को जागरूक करने के उद्देश्य से मुरली छपरा ब्लॉक के कोड़ाहरा नौबरार ग्राम पंचायत से गंगा यात्रा निकाली जाएगी। यह यात्रा उत्तर प्रदेश के बिजनौर जिले से भी निकलेगी और दोनों यात्रा कानपुर में मिलेगी। बलिया में इस यात्रा को राज्यपाल या मुख्यमंत्री में से कोई एक रवाना करने के लिए आएंगे।
जिलाधिकारी श्रीहरि प्रताप शाही ने मंगलवार को कलेक्ट्रेट सभागार में नमामि गंगे परियोजना से जुड़े अधिकारियों और 41 ग्राम पंचायतों के प्रधान के साथ आयोजित बैठक में यह जानकारी दी। उन्होंने सबके साथ गंगा यात्रा की तैयारियों पर चर्चा की। उन्होंने इस यात्रा के उद्देश्य और बनाए गए माइक्रोप्लान की विस्तृत जानकारी दी।
जिलाधिकारी ने बताया कि जनपद की 41 ग्राम पंचायतों और बलिया नगरपालिका से होकर यह यात्रा गुजरेगी। इस प्रकार कुल 91 किलोमीटर की दूरी तय करेगी। यात्रा में प्रतिभाग करने वाले लोग गंगा की निर्मलता और शुद्धता कायम रखने के लिए लोगों को जागरूक करेंगे। किन कारणों से गंगा की निर्मलता प्रभावित हो रही है, उसके बारे में भी बताएंगे। उन्होंने नेहरू युवा केंद्र के अधिकारी को गोष्ठी-परिचर्चा आदि के लिए विस्तृत कार्ययोजना बना लेने के निर्देश दिए। डीएम श्री शाही ने यह भी कहा कि जैव विविधता का संतुलन बनाए रखने के प्रति जागरूक करना भी प्रमुख उद्देश्यों में एक है। इसके लिए वन विभाग द्वारा कछुआ, घड़ियाल, उपयुक्त मछली जैसी प्रजातियां बढ़ाने का प्रयास किया जाएगा।

गंगा समितियों को बताए उनके दायित्व

- जिलाधिकारी ने कहा कि नमामि गंगे योजना कथा जिला स्तर पर जिला गंगा समिति, नगरिया स्तर पर नगर निकाय गंगा समिति और ग्राम पंचायत स्तर पर ग्राम गंगा समिति का गठन होना है। इन समितियों के क्या दायित्व हैं इसकी विस्तृत जानकारी दी। कहा, ग्राम प्रधान और सात सदस्यों वाली ग्राम गंगा समिति की भूमिका के रूप में एक बड़ी चुनौती यह भी होगी कि गांव में शत-प्रतिशत शौचालय निर्माण और उसका प्रयोग कराना सुनिश्चित कराएंगे। इसके अलावा कूड़ा कचरा निस्तारण का प्रबंध, प्लास्टिक के प्रयोग पर रोक और विकल्प, मल के साथ गन्दे नाला-नाली का गंगा में जाने से रोकने के लिए भी लोगों को जागरुक करना होगा। उन्होंने डीपीआरओ को निर्देश दिया कि शीघ्र ही समिति का गठन कर लिया जाए। उन्होंने सभी ग्राम प्रधान से आह्वान किया कि जब आपके गांव यात्रा पहुचेगी या वहां से गुजरेगी तो अधिक से अधिक लोगों की उपस्थिति सुनिश्चित कराएंगे। साथ ही यात्रा में प्रतिभाग करने वाले लोगों का जोरदार तरीके से स्वागत और उत्साहवर्धन करेंगे।

यात्रा की दो सम्भावित तिथियां

जिलाधिकारी ने बताया कि गंगा यात्रा दो संभावित तिथियों में निकल सकती है।  पहली 1 जनवरी से 5 जनवरी तक या 27 जनवरी से 5 फरवरी के बीच यात्रा निकल सकती है। फिलहाल पहली जनवरी से यात्रा निकलने को लेकर तैयारी की जा रही है।