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बलिया से बड़ी खबर : रतसर कलां का कस्तूरबा गांधी बालिका विद्यालय , जहां बच्चियां करती है साफ सफाई, वर्तन धुलाई

बलिया से बड़ी खबर : रतसर कलां का कस्तूरबा गांधी बालिका विद्यालय , जहां बच्चियां करती है साफ सफाई, वर्तन धुलाई 
मधुसूदन सिंह

बलिया 4 दिसंबर 2019 ।। पिछले दिनों गड़वार थाना क्षेत्र के रतसड़ कलां स्थित कस्तूरबा गांधी बालिका विद्यालय की कक्षा सात की छात्रा अंकिता गोंड़ पुत्री जय प्रकाश गोंड़ निवासी रतसड़ कलां की गोरखपुर में हुई इलाज के दौरान मौत और परिजनों का अधीक्षिका पर लगाया गया आरोप काफी गंभीर था । परिजनों की मांग पर थानाध्यक्ष अनिल चंद तिवारी ने मृत बच्ची का पोस्टमार्टम कराया जिसमे मौत का कारण इंफेक्शन बताया गया । जबकि अधीक्षिका स्मिता तिवारी का कहना था कि जब बच्ची को उसके मां बाप को सौंपा गया , तब वह स्वस्थ थी , घर जाने के बाद उसको इंफेक्शन हुआ जिससे इलाज के दौरान उसकी मौत हुई ।
      माता पिता और अधीक्षिका के बयानों पर गौर करने के बाद एक बात तो समझ मे आ ही गयी कि बच्ची को इंफेक्शन हुआ था लेकिन यह जानना जरूरी था कि यह हुआ कहां ?
  बलिया एक्सप्रेस इसकी पड़ताल को शुरू किया और साक्ष्य संकलन के अभियान में जुट गया । चिकित्सको से भी राय ली गयी तो पता चला कि इंफेक्शन होने के बहुत दिन बाद भी उसका प्रभाव सामने आ सकता है , जरूरी नही कि तुरंत ही दिखाई दे । यह जानकारी हमारे लिये काफी महत्वपूर्ण थी । इसी आधार पर हमने यह जानने का प्रयास किया कि आखिर बच्चियों को विद्यालय के भीतर कैसी सुविधाएं मिलती है ? क्या ऐसी संभावना है कि इनको भीतर ही इंफेक्शन हो जाय ? चूंकि हम लोग इस विद्यालय के अंदर नही जा सकते है , इसलिये अपने सूत्रों के माध्यम से अंदर के हालात की तस्वीर प्राप्त करने की कोशिश की । जब हमारे सूत्रों ने तस्वीर उपलब्ध करायी तो हमारे तो होश ही उड़ गये । बच्चियां जिस अंदाज में और जो काम कर रही है , उससे एक क्या , कई को इंफेक्शन हो सकता है या हो गया होगा ? क्योकि इन मासूम गरीब बच्चियों से नाली साफ कराया जा रहा है , वर्तन धुलवाया जा रहा है, कूड़ा साफ कराया जा रहा है । यही नही हमारे सूत्र ने तो यह भी बताया है कि अधीक्षिका के बच्चे की आया बनकर इन्ही बच्चियों ने वो सब काम किया है/कर रही है जो एक बच्चे की मां को करना होता है । ऐसे में बलिया एक्सप्रेस जिला प्रशासन से अनुरोध करता है कि जनपद के सभी कस्तूरबा गांधी बालिका विद्यालयों की गोपनीय तरीके से जांच कराकर कमियों को दूर कराये , नही तो एक अंकिता नही कई अंकिताये भ्रष्टाचार की बलि पर चढ़ जाएगी । प्रस्तुत फोटोग्राफ देखिये और हकीकत जानिये ।