गोरखपुर में मुस्लिमो ने कैब और एनआरसी को लेकर जमकर विरोध प्रदर्शन किया
गोरखपुर में मुस्लिमो ने कैब और एनआरसी को लेकर जमकर विरोध प्रदर्शन किया
ए कुमार
गोरखपुर 13 दिसम्बर 2019 ।। आज दोपहर नमाज के बाद शहर के तुर्कमानपुर में मुस्लिमो ने कैब और एनआरसी को लेकर जमकर विरोध प्रदर्शन किया।विरोध प्रदर्शन उग्र होते देख पुलिस ने हलका बल प्रयोग करते हुए भीड़ को तीतर बितर किया।
बिल को वापस लेने के लिए आज कई थाना क्षेत्रों में तेज बारिश के बीच प्रदर्शन किया गया, और इसी बीच तुर्कमानपुर में बिना सूचना के प्रदर्शन कर रहे भीड़ को रोकने के लिए पुलिस ने हल्के बल का प्रयोग किया, जिसमे कुछ युवकों को पुलिस ने लाठियो से पीटा, और कुछ युवकों को हिरासत में लिया गया ।
नागरिकता संशोधन बिल (CAB) व राष्ट्रीय नागरिक रजिस्टर (NRC) को लेकर शुक्रवार को शहर के मुसलमानों का गुस्सा फूट पड़ा, जुमा की नमाज के बाद सैकड़ों की तादाद में मुसलमान सड़क पर उतर आए, बैनर पोस्टर लेकर सुल्तान खान मस्ज़िद के पास से जुलूस तुर्कमानपुर तिराहे तक विरोध मार्च निकाला, पुलिस से काफी नोकझोंक हुई, जिसके बाद एआईएमआईएम के जिलाध्यक्ष मो. इस्लाम, नाजिम शाही, अली अकबर, मसऊद अशरफ को हिरासत में ले लिया गया, उन्हें राजघाट थाना ले जाया गया ।
आपको बतादे, कि जुलूस समाप्त की घोषणा कर दी गई, इसके बावजूद सैकड़ों की तादाद में नौजवान कैब व एनआरसी के विरोध में नारा लगाते हुए हुजूम की शक्ल में तुर्कमानपुर से पांडेहाता, घंटाघर चौराहा से होते हुए हाल्सीगंज चौक, पहाड़पुर पहुंचे, इसी बीच पुलिस को सूचना मिली, जिसके बाद सीओ कोतवाली, सिटी मजिस्ट्रेट मय फोर्स तुर्कमानपुर पर पहुंचे, भीड़ को तितर बितर करने के लिए पुलिस ने हल्का बल प्रयोग कर दिया ।
तुर्कमानपुर की रहने वाली राना फातिमा व ज़ेबा ने बताया, कि उनके घर के फरीद अहमद पुत्र इस्तियाक अहमद, शम्स पुत्र इम्तियाज अहमद को पुलिस ने जबरन घर का गेट खोलवाकर हिरासत में ले लिया, उन्होंने आरोप लगाया, कि जब घर की महिलाओं ने इसका विरोध किया, तो पुलिस ने उनको अपशब्द कहे, जिसके बाद मोहल्ले वाले आक्रोशित हो गए, और राजघाट थाने का घेराव किया, परिजनों ने मांग किया हिरासत में रखे गए युवाओं को जल्द छोड़ा जाए।
इसी तरह कैब व एनआरसी का विरोध करते हुए एक हुजूम टाउनहॉल गांधी प्रतिमा के पास पहुंचा, सभी नागरिकता संशोधन बिल वापस लेने की मांग कर रहे थे, लोगों ने एक स्वर में कहा, कि केंद्र सरकार का यह बिल धर्म के नाम पर बांटने वाला व असंवैधानिक है, वहीं एनआरसी के बायकॉट की मांग जोरशोर से उठी, बारिश और सर्द मौसम में विरोध प्रदर्शन होता रहा।
कैब व एनआरसी को लेकर शहर के मुसलमानों में काफी बेचैनी थी, जो आज विरोध प्रदर्शन के रुप में सामने नजर आयी, शुक्रवार को तकरीबन हर मुस्लिम मोहल्ले में हलचल थी, जहां सभी मुसलमान जुमा की नमाज की तैयारी में थे, वहीं विरोध प्रदर्शन में शामिल होने की भी तैयारी कर रखी थी, शहर में जुमा की नमाज दोपहर 12:30 से 2:30 बजे तक अदा की जाती है, तकरीबन हर मस्जिद में भीड़ भी होती है, इसी के मद्देनजर शुक्रवार का दिन व जुमा की नमाज के बाद का वक्त विरोध प्रदर्शन के लिए मुकर्रर किया गया था, दरगाह हजरत मुबारक खां शहीद नार्मल पर जुमा की नमाज के दौरान बड़ी संख्या में लोग शामिल हुए, वहां से लोगों की ठीक-ठाक तादाद सुल्तान खां मस्जिद चौराहा तुर्कमानपुर पहुंची, यह विरोध प्रदर्शन की शुरुआत करने वाला पहला चौराहा था, दोपहर 2:30 बजे तक यहां ठीक ठाक लोग जुट गए प्रदेश के साथ साथ गोरखपुर जिले में भी आज जम कर अल्पसंख्यको द्वारा कई थाना क्षेत्रों में हंगामा हुआ, सभी की जुबान पर एक ही नारा एनआरसी कैब वापस लो, अब इस विरोध के बाद सरकार इसे कैसे हैंडिल करती है ये तो आने वाला समय ही बताएगा।
ए कुमार
गोरखपुर 13 दिसम्बर 2019 ।। आज दोपहर नमाज के बाद शहर के तुर्कमानपुर में मुस्लिमो ने कैब और एनआरसी को लेकर जमकर विरोध प्रदर्शन किया।विरोध प्रदर्शन उग्र होते देख पुलिस ने हलका बल प्रयोग करते हुए भीड़ को तीतर बितर किया।
बिल को वापस लेने के लिए आज कई थाना क्षेत्रों में तेज बारिश के बीच प्रदर्शन किया गया, और इसी बीच तुर्कमानपुर में बिना सूचना के प्रदर्शन कर रहे भीड़ को रोकने के लिए पुलिस ने हल्के बल का प्रयोग किया, जिसमे कुछ युवकों को पुलिस ने लाठियो से पीटा, और कुछ युवकों को हिरासत में लिया गया ।
नागरिकता संशोधन बिल (CAB) व राष्ट्रीय नागरिक रजिस्टर (NRC) को लेकर शुक्रवार को शहर के मुसलमानों का गुस्सा फूट पड़ा, जुमा की नमाज के बाद सैकड़ों की तादाद में मुसलमान सड़क पर उतर आए, बैनर पोस्टर लेकर सुल्तान खान मस्ज़िद के पास से जुलूस तुर्कमानपुर तिराहे तक विरोध मार्च निकाला, पुलिस से काफी नोकझोंक हुई, जिसके बाद एआईएमआईएम के जिलाध्यक्ष मो. इस्लाम, नाजिम शाही, अली अकबर, मसऊद अशरफ को हिरासत में ले लिया गया, उन्हें राजघाट थाना ले जाया गया ।
आपको बतादे, कि जुलूस समाप्त की घोषणा कर दी गई, इसके बावजूद सैकड़ों की तादाद में नौजवान कैब व एनआरसी के विरोध में नारा लगाते हुए हुजूम की शक्ल में तुर्कमानपुर से पांडेहाता, घंटाघर चौराहा से होते हुए हाल्सीगंज चौक, पहाड़पुर पहुंचे, इसी बीच पुलिस को सूचना मिली, जिसके बाद सीओ कोतवाली, सिटी मजिस्ट्रेट मय फोर्स तुर्कमानपुर पर पहुंचे, भीड़ को तितर बितर करने के लिए पुलिस ने हल्का बल प्रयोग कर दिया ।
तुर्कमानपुर की रहने वाली राना फातिमा व ज़ेबा ने बताया, कि उनके घर के फरीद अहमद पुत्र इस्तियाक अहमद, शम्स पुत्र इम्तियाज अहमद को पुलिस ने जबरन घर का गेट खोलवाकर हिरासत में ले लिया, उन्होंने आरोप लगाया, कि जब घर की महिलाओं ने इसका विरोध किया, तो पुलिस ने उनको अपशब्द कहे, जिसके बाद मोहल्ले वाले आक्रोशित हो गए, और राजघाट थाने का घेराव किया, परिजनों ने मांग किया हिरासत में रखे गए युवाओं को जल्द छोड़ा जाए।
इसी तरह कैब व एनआरसी का विरोध करते हुए एक हुजूम टाउनहॉल गांधी प्रतिमा के पास पहुंचा, सभी नागरिकता संशोधन बिल वापस लेने की मांग कर रहे थे, लोगों ने एक स्वर में कहा, कि केंद्र सरकार का यह बिल धर्म के नाम पर बांटने वाला व असंवैधानिक है, वहीं एनआरसी के बायकॉट की मांग जोरशोर से उठी, बारिश और सर्द मौसम में विरोध प्रदर्शन होता रहा।
कैब व एनआरसी को लेकर शहर के मुसलमानों में काफी बेचैनी थी, जो आज विरोध प्रदर्शन के रुप में सामने नजर आयी, शुक्रवार को तकरीबन हर मुस्लिम मोहल्ले में हलचल थी, जहां सभी मुसलमान जुमा की नमाज की तैयारी में थे, वहीं विरोध प्रदर्शन में शामिल होने की भी तैयारी कर रखी थी, शहर में जुमा की नमाज दोपहर 12:30 से 2:30 बजे तक अदा की जाती है, तकरीबन हर मस्जिद में भीड़ भी होती है, इसी के मद्देनजर शुक्रवार का दिन व जुमा की नमाज के बाद का वक्त विरोध प्रदर्शन के लिए मुकर्रर किया गया था, दरगाह हजरत मुबारक खां शहीद नार्मल पर जुमा की नमाज के दौरान बड़ी संख्या में लोग शामिल हुए, वहां से लोगों की ठीक-ठाक तादाद सुल्तान खां मस्जिद चौराहा तुर्कमानपुर पहुंची, यह विरोध प्रदर्शन की शुरुआत करने वाला पहला चौराहा था, दोपहर 2:30 बजे तक यहां ठीक ठाक लोग जुट गए प्रदेश के साथ साथ गोरखपुर जिले में भी आज जम कर अल्पसंख्यको द्वारा कई थाना क्षेत्रों में हंगामा हुआ, सभी की जुबान पर एक ही नारा एनआरसी कैब वापस लो, अब इस विरोध के बाद सरकार इसे कैसे हैंडिल करती है ये तो आने वाला समय ही बताएगा।