पाक से आये शरणार्थियों ने सीएए का विरोध करने वालो से करी मार्मिक अपील :‘पाकिस्तान में हमने जो तकलीफें झेली हैं, अगर आप उससे गुजरे होते तो कभी प्रदर्शन नहीं करते’
पाक से आये शरणार्थियों ने सीएए का विरोध करने वालो से करी मार्मिक अपील :‘पाकिस्तान में हमने जो तकलीफें झेली हैं, अगर आप उससे गुजरे होते तो कभी प्रदर्शन नहीं करते’
ए कुमार
नईदिल्ली 26 दिसम्बर 2019 ।।
_पूरे देश में इस वक्त नागरिकता संशोधन कानून को लेकर विरोध प्रदर्शन हो रहा है। इस बीच पाकिस्तानी हिंदुओं ने सभी से अपील की है कि वह उनके दर्द को समझें और इस कानून के खिलाफ चल रहे विरोध प्रदर्शन को खत्म कर दें। राजधानी के विभिन्न हिस्सों में रह रहे पाकिस्तानी हिन्दुओं ने मंगलवार को लोगों से अपील की कि वे ‘‘उनकी पीड़ा को समझें’’ और संशोधित नागरिकता कानून (सीएए) के खिलाफ प्रदर्शन ना करें।
संसद में नागरिकता संशोधन कानून (CAA) पारित होने के बाद अपनी एक महीने की पोती का नाम ‘नागरिकता’ रखने वाली 40 वर्षीय मीरा दास ने अपना दुख-दर्द बयां करते हुए कहा, ‘‘हम अपना घर, जमीन सब पीछे छोड़ आए हैं… सब कुछ पाकिस्तान में है। अब यही हमारा घर है। अगर आप हमें स्वीकार नहीं करेंगे तो हम कहाँ जाएँगे? कृपया हमारी पीड़ा को समझें और जो कुछ हमारे घाव को भरने की कोशिश चल रही है, उसका विरोध न करें।’’
बता दें कि दिल्ली के रामलीला मैदान में रविवार (23 दिसंबर) को आयोजित जनसभा को संबोधित करने के दौरान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी ‘नागरिकता’ का नाम लिया था। इस पर नागरिकता की माँ आरती ने खुशी जाहिर करते हुए कहा था, “प्रधानमंत्री ने हमारी बच्ची का नाम लिया, हमारे तो भाग्य खुल गए। इस बच्ची के रूप में हमारे घर में लक्ष्मी ने जन्म लिया है। अब हमारी नागरिकता की राह आसान हो जाएगी, साथ ही बिजली पानी की सुविधा भी मिल सकेगी।”_
_वहीं पाकिस्तान के हैदराबाद से 2011 में दिल्ली आईं 42 वर्षीय सोना दास (42) ने एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा, ‘‘पाकिस्तान में हमने जो तकलीफें झेली हैं, अगर आप उससे गुजरे होते तो आप कभी प्रदर्शन नहीं करते। यह कानून हमारे लिए आशा की नई किरण है।’’
ए कुमार
नईदिल्ली 26 दिसम्बर 2019 ।।
_पूरे देश में इस वक्त नागरिकता संशोधन कानून को लेकर विरोध प्रदर्शन हो रहा है। इस बीच पाकिस्तानी हिंदुओं ने सभी से अपील की है कि वह उनके दर्द को समझें और इस कानून के खिलाफ चल रहे विरोध प्रदर्शन को खत्म कर दें। राजधानी के विभिन्न हिस्सों में रह रहे पाकिस्तानी हिन्दुओं ने मंगलवार को लोगों से अपील की कि वे ‘‘उनकी पीड़ा को समझें’’ और संशोधित नागरिकता कानून (सीएए) के खिलाफ प्रदर्शन ना करें।
संसद में नागरिकता संशोधन कानून (CAA) पारित होने के बाद अपनी एक महीने की पोती का नाम ‘नागरिकता’ रखने वाली 40 वर्षीय मीरा दास ने अपना दुख-दर्द बयां करते हुए कहा, ‘‘हम अपना घर, जमीन सब पीछे छोड़ आए हैं… सब कुछ पाकिस्तान में है। अब यही हमारा घर है। अगर आप हमें स्वीकार नहीं करेंगे तो हम कहाँ जाएँगे? कृपया हमारी पीड़ा को समझें और जो कुछ हमारे घाव को भरने की कोशिश चल रही है, उसका विरोध न करें।’’
बता दें कि दिल्ली के रामलीला मैदान में रविवार (23 दिसंबर) को आयोजित जनसभा को संबोधित करने के दौरान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी ‘नागरिकता’ का नाम लिया था। इस पर नागरिकता की माँ आरती ने खुशी जाहिर करते हुए कहा था, “प्रधानमंत्री ने हमारी बच्ची का नाम लिया, हमारे तो भाग्य खुल गए। इस बच्ची के रूप में हमारे घर में लक्ष्मी ने जन्म लिया है। अब हमारी नागरिकता की राह आसान हो जाएगी, साथ ही बिजली पानी की सुविधा भी मिल सकेगी।”_
_वहीं पाकिस्तान के हैदराबाद से 2011 में दिल्ली आईं 42 वर्षीय सोना दास (42) ने एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा, ‘‘पाकिस्तान में हमने जो तकलीफें झेली हैं, अगर आप उससे गुजरे होते तो आप कभी प्रदर्शन नहीं करते। यह कानून हमारे लिए आशा की नई किरण है।’’