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क्या वास्तव में बलिया जिला नही देश है ? स्वास्थ्य विभाग में हुए घोटाले की अब तक जांच न होना, मुख्यालय से लेकर पीएचसी स्तर तक अवैध पैथॉलॉजियो और नर्सिंग होम्स के संचालन पर रोक न लगने से उठ रहा है सवाल , क्या योगी राज में भी है भ्रष्टाचार का बोल बाला ?


 क्या वास्तव में बलिया जिला नही देश है ? स्वास्थ्य विभाग में हुए घोटाले की अब तक जांच न होना, मुख्यालय से लेकर पीएचसी स्तर तक अवैध पैथॉलॉजियो और नर्सिंग होम्स के संचालन पर रोक न लगने से उठ रहा है सवाल , क्या योगी राज में भी है भ्रष्टाचार का बोल बाला ?

बलिया 15 दिसम्बर 2019 ।। दशकों पहले बलिया के सपूत,हिंदी के सशक्त हस्ताक्षर आचार्य हजारी प्रसाद द्विवेदी ने अगर यह कहा था कि बलिया जिला नही देश है , तो कोई गलत नही कहा था । क्योंकि देश के प्रधानमंत्री मोदी जी हो या प्रदेश के सीएम योगी जी हो, इन दोनों लोगो की भ्रष्टाचार मुक्त देश व प्रदेश बनाने की मुहिम बलिया में फेल दिख रही है । चाहे यहां के थाने हो या स्वास्थ्य विभाग,तहसील हो या शिक्षा विभाग, ब्लॉक हो या पंचायती राज विभाग , विकास भवन हो या नगर निकाय , ऐसा कोई विभाग नही है जहाँ भ्रष्टाचार चरम पर नही है । इसकी खबरें भी प्रकाशित होती है, छोटी मछलियों को अंदर भी कर दिया जाता है पर बड़ी मछलियां पूर्व की तरह आजाद रहकर भ्रष्टाचार के समुद्र में कुलांचे भरभर कर तैरती रहती है और मजबूर जनता देखती रहती है । ऐसे में लगता है कि बलिया के अधिकारियों पर न तो लखनऊ के अधिकारियों का खौफ है, न ही  दिल्ली के अधिकारियों का । ऐसे में दशकों पहले आचार्य हजारी प्रसाद द्विवेदी की कही गयी बात कि बलिया जिला नही देश है, एकदम सही लगती है ।
  यह तब कह रहा हूँ जब बलिया के स्वास्थ्य विभाग में करोड़ो रूपये के हेराफेरी के चक्कर मे तीन जेल जा चुके है और अन्य जिम्मेदार मजे के साथ अगर है और ऊपर से अब तक कोई जांच नही आयी है तो क्या कहे ?
 बलिया में सैकड़ो की संख्या में अप्रशिक्षित व्यक्तियों द्वारा पैथॉलॉजियो का संचालन करके मरीजो का दोहन किया जा रहा है , अवैध नर्सिंग होम्स रोज सैकड़ो मरीजो के जान को खतरे में डाल रहे है , इसकी जानकारी होने के बावजूद अगर कार्यवाही नही होती है तो लोगो के इस कथन की पुष्टि होती है कि स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों को चढ़ावा चढ़ा कर ये चलते है ।
  स्वाथ्य विभाग के कार्यो की निगरानी के लिये जनपद स्तर पर जिला स्वास्थ्य समिति का गठन है जिसकी अध्यक्षता जिलाधिकारी के पास होती है । इसके बावजूद अगर घोटाले हो रहे है, अवैध पैथॉलॉजियो का और नर्सिंग होम्स का संचालन हो रहा है तो निश्चित ही इस बात को प्रमाणित करता है कि बलिया जिला नही देश है ।
  अब देखना है कि कब बलिया में अवैध पैथॉलॉजियो और नर्सिंग होम्स के खिलाफ कार्यवाही होती है ? जिला स्वास्थ्य समिति के अध्यक्ष जिलाधिकारी बलिया इसका कब संज्ञान लेते है ?

आखिर कब होगी बलिया के लापरवाह स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों पर कार्यवाही ? ,क्या यही है शून्य भ्रष्टाचार की नीति ?

बलिया 9 दिसंबर 2019 ।। बलिया का स्वास्थ्य विभाग इन दिनों भ्रष्टाचार का अड्डा ही नही यूं कहें कि भ्रष्टाचार का सागर बन गया है । इसको अड्डा से सागर बनाने में मुख्यालय के उच्चाधिकारियों का भी कम योगदान नही है । कहते है भ्रष्टाचार ऊपर से नीचे को पनपता है । बलिया के स्वास्थ्य विभाग में उजागर हुए कई करोड़ के घोटाले और सम्बंधित अधिकारियों पर अब तक न तो कार्यवाही हुई न ही कोई जांच टीम ही बलिया आयी , यह उपरोक्त बात को प्रमाणित करने के लिये काफी है । जिस अधिकारी के समय मे करोड़ो रूपये के सरकारी राजस्व की धोखा घड़ी हुई हो और वह अधिकारी पद पर बना रहे , यह कौन सी शून्य भ्रष्टाचार की नीति है ? जिला अस्पताल , सीएमओ कार्यालय, महिला अस्पताल के इर्दगिर्द कई दर्जन अवैध पैथालोजी और नर्सिंग होम्स संचालित हो रहे हो और स्वास्थ्य विभाग के तमाम आला अधिकारी अपनी आंखें बंद किये हो , कार्यवाही न कर रहे हो , यह साबित करता है कि ये सब इन्ही साहबो की कृपा से प्रसाद के चढ़ावे के कारण चल रहा है । न कार्यवाही करने की सीएमओ बलिया को जल्दी है, न सीएमएस पुरुष व महिला अस्पताल को , न ही केवल कमाई के लिये नोडल बने अधिकारियों की । स्वास्थ्य मंत्री जी हो या प्रमुख सचिव हो , केवल वीडियो कांफ्रेंसिंग से हिदायते देकर अपने कर्तव्यों का निर्वहन कर अपनी ड्यूटी बजा लेते है ।
   सबसे बड़ा सवाल यह है कि आखिर अवैध नर्सिंग होम्स और अवैध पैथॉलॉजियो पर कार्यवाही करने से क्यो बच रहे है सीएमओ बलिया ?

बलिया से बड़ी खबर : अवैध पैथॉलॉजियो और नर्सिंग होम्स पर आखिर क्यों नही कार्यवाही कर रहे है सीएमओ बलिया ?आखिर इनके खिलाफ कार्यवाही से पीछे क्यो हट रहा है स्वास्थ्य विभाग ?
मधुसूदन सिंह

बलिया 7 दिसंबर 2019 ।। एक तरफ जहां बलिया का स्वास्थ्य विभाग एनएचएम की योजनाओं में लूट के लिये कुख्यात हो चुका है , वही बलिया में स्वास्थ्य विभाग के आला अधिकारियों की सुस्ती कहे या मिलीभगत पूरे जनपद में अवैध पैथॉलॉजियो और नर्सिंग होम्स की बाढ़ सी है । इनके सम्बन्ध में कई बार खबर भी छपती है लेकिन चिकने घड़े के समान हो चुके बलिया के स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों पर कोई असर ही नही पड़ता है । नतीजन ये अवैध पैथालोजी और नर्सिंग होम्स खुलेआम जहां जनता को जांच के नाम पर लूट रहे है , साथ ही उनके जीवन के साथ खिलवाड़ भी कर रहे है और सीएमओ बलिया और इनके अधीनस्थ कानो में रुई डालकर और हाथ पर हाथ धरे बैठे है । ऐसे में क्यो न कहा जाय कि इनके संचालन में इन अधिकारियों का मौन समर्थन है ? सबसे बड़ा सवाल यही है कि कब होगी इन अवैध पैथॉलॉजियो और नर्सिंग होम्स पर कार्यवाही ?

 इससे पहले बलिया एक्सप्रेस द्वारा प्रकाशित 18 नबम्बर की खबर जिसके बाद भी स्वास्थ्य महकमा एवं जिला प्रशासन मौन है । 


अवैध पैथोलॉजियो की पोल खोल अभियान की बलिया एक्सप्रेस की दूसरी कड़ी : सीएमओ बलिया के नाक के नीचे चल रहा है अवैध पैथोलॉजी का खेल ,दीपक तले अंधेरा की कहावत हो रही है चरितार्थ ,नहीं है कोई रोकने वाला अवैध पैथोलॉजी संचालन को 
मधुसूदन सिंह












बलिया 18 नवम्बर 2019 ।।  जनपद में चल रहे अवैध पैथोलॉजी सेंटरों की पोल खोल अभियान की दूसरी कड़ी में बलिया एक्सप्रेस आज बलिया शहर और सिकंदरपुर की अवैध पैथोलॉजियों की पोल खोल रहा है । बलिया शहर में जिले की स्वास्थ्य सेवाओं की रखवाली करने वाले जिनके ,कंधों पर बलिया जनपद के लाखों लोगों की स्वास्थ्य को ठीक रखने की जिम्मेदारी है ,उन्हीं सीएमओ बलिया के नाक के नीचे एक नहीं ,दो नहीं ,तीन नहीं ,कई दर्जन अवैध पैथोलॉजी जिला अस्पताल और महिला अस्पताल के आसपास और पूरे शहर में संचालित हो रही है लेकिन इस पर अंकुश लगाने वाला कोई नहीं । बलिया एक्सप्रेस ने रसड़ा से अवैध पैथोलॉजी की पोल खोल अभियान की पहली कड़ी प्रकाशित किया था ।जो जनपद में पैथोलॉजियो को लाइसेंस देने वाले, जांच करने वाले नोडल अधिकारी डॉ वीरेंद्र कुमार है,उन्ही का क्षेत्र है ,जिस अधिकारी के ऊपर पूरे जिले की जांच घरों की जांच और पंजीकरण करने की जिम्मेदारी है अगर उसी के पास अवैध रूप से जांच घर संचालित हो रहे हो तो आप समझ सकते हैं कि जनपद में क्या स्थिति है । यही स्थिति बलिया शहर की है ।यहां सीएमओ बलिया से लेकर स्वास्थ्य विभाग के तमाम बड़े अधिकारी बैठते हैं लेकिन किसी के पास फुर्सत नहीं है कि वह अपने ऑफिस जाते समय कुकुरमुत्ता की तरह से बोर्ड लगाकर मरीजों का जांच के नाम पर  शोषण कर रहे हैं ऐसे पैथोलॉजियो को बंद कराएं, जांच करें । बता दें कि बलिया शहर में और इसके 5 किलोमीटर के दायरे में लगभग 30 प्राइवेट अस्पतालों का पंजीकरण है , सभी मे पैथालोजी संचालित है लेकिन पैथालोजी का पंजीकरण सिर्फ 6 लोगो के पास ही है । ऐसे में यह कहने में कोई गुरेज नही है कि दीपक तले ही अंधेरा है । यह तभी सम्भव है जब इसकी रोकथाम करने वाले अधिकारियों का अभयदान प्राप्त हो । बलिया शहर और सिकंदरपुर में संचालित पैथालोजी सेंटर जिनका सीएमओ कार्यालय में पंजीकरण है उनके नाम है ----


1-विनोद पैथोलॉजिकल सेंटर जगदीशपुर हॉस्पिटल रोड बलिया
2-आयुष पैथोलॉजी सेंटर एनसीसी तिराहा बलिया
3-वृंदावन निदान केंद्र कासिम बाजार बलिया
4- मॉडर्न पैथोलॉजी सेंटर हॉस्पिटल रोड बलिया
 5-मिश्रा पैथोलॉजी सेंटर हॉस्पिटल रोड बलिया
6-अंजली पैथोलॉजी जगदीशपुर बलिया
 7-सेंट्रल पैथोलॉजी सेंटर हॉस्पिटल रोड बलिया
 8-सृष्टि डायग्नोस्टिक सेंटर जिला चिकित्सालय रोड बलिया
9-ओम पैथालोजी एवं एक्सरेज सेंटर जगदीशपुर हॉस्पिटल रोड बलिया
10-पैथ काइंड लैब विशुनीपुर धर्मशाला रोड बलिया
11-सजल श्रद्धा डायग्नोस्टिक सेंटर हॉस्पिटल रोड बलिया
12-हॉलिस्टिक क्योर हॉस्पिटल बलिया
13-मां चैरिटेबल हॉस्पिटल रामपुर महावल बलिया
14-प्रकाश एक्सरेज एंड पैथालोजी सेंटर रामलीला मैदान रोड बलिया
15-सरोज पैथालोजी सेंटर शॉपिंग कॉम्प्लेक्स हॉस्पिटल रोड बलिया
16-अल्ट्रा एक्सरेज एवं जांच घर हॉस्पिटल रोड बलिया
17-डॉ महावीर सिंह हॉस्पिटल कदम चौराहा बलिया
18-शांति हॉस्पिटल एवं सर्जिकल सेंटर मझौली बलिया
19-मां पैथालोजी एवं क्लिनिक महिला हॉस्पिटल रोड बलिया
20-सतीश पैथालोजी क्लिनिक हॉस्पिटल रोड बलिया
21-आकांक्षा पैथालोजी हॉस्पिटल रोड जगदीशपुर बलिया
22-जायसवाल एक्सरेज एवं पैथालोजी चौक गुदरी बाजार बलिया
23-गौरव मल्टी स्पेशल0 हॉस्पिटल तिखमपुर बलिया
24-रौनक पैथालोजी सेंटर मिशन रोड बलिया













सिकंदरपुर में पंजीकृत पैथालॉजी
1-सदीक्षा पैथालोजी
2-पंकज पैथालोजी एंड एक्सरेज हॉस्पिटल रोड
3-पूजा पैथालोजी एंड एक्सरेज सेंटर

 इस सूची को देखने के बाद आप स्वयं अनुमान लगा सकते है कि बलिया शहर में ही लगभग 5 दर्जन से अधिक और सिकंदरपुर में एक दर्जन से अधिक अवैध पैथालोजी सेंटर मरीजो की जांच करके न जाने कौन सा रोग बता रहे होंगे और डॉक्टर इसी जांच के आधार पर इलाज करके अपनी सेहत ठीक कर रहे होंगे । उपरोक्त सूची के अतिरिक्त जो भी जांच घर चल रहे है आखिर इनको किसने दिया है अभयदान , इसकी जांच होनी चाहिये ।
जिला अस्पताल में ही नही है विशेषज्ञ पैथालोजी चिकित्सक
किसी भी पैथालोजी सेंटर को संचालित करने के लिये जांच करने वाला एलटी और जांच रिपोर्ट देने वाला पैथालोजी का विशेषज्ञ चिकित्सक होना अनिवार्य है । लेकिन जनपद का दुर्भाग्य है कि प्राइवेट जांच घरों को छोड़िये , बलिया के जिला अस्पताल में भी विगत तीन सालों से इसका विशेषज्ञ चिकित्सक नही है । यह कार्य फिजिशियन से लिया जा रहा है ।
सीएमएस जिला अस्पताल बलिया डॉ वीपी सिंह की बाईट :




बलिया एक्सप्रेस अगली तीसरी कड़ी में बैरिया और बांसडीह में अवैध रूप से संचालित जांच घरों को बेनकाब करेगा । बने रहिये बलिया एक्सप्रेस के साथ ।