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नागरिकता संशोधन क़ानून के ख़िलाफ़ विरोध प्रदर्शनों की आग अब दिल्ली में भी,कई जगह आगजनी

नागरिकता संशोधन क़ानून के ख़िलाफ़ विरोध प्रदर्शनों की आग अब दिल्ली में भी,कई जगह आगजनी

अब तक जो पता है:

मथुरा रोड पर जामिया नगर से सटे इलाक़े में कुछ डीटीसी बसों में लगाई गई आग

चश्मदीदों के अनुसार नागरिकता संशोधन क़ानून के ख़िलाफ़ प्रदर्शन कर रहे थे लोग

प्रदर्शन के दौरान पुलिस और भीड़ में हुआ टकराव

कई कारें और दोपहिया वाहन भी फूंके गए

जामिया यूनिवर्सिटी के चीफ़ प्रॉक्टर ने कहा- ज़बरन कैंपस में घुसी पुलिस, छात्रों को पीटा

जामिया स्टूडेंट्स ने भी की हिंसा और आगजनी की निंदा



बीबीसी

पूरी रिपोर्ट:

रविवार शाम को दिल्ली से मथुरा जाने वाली सड़क पर प्रदर्शनकारियों ने कई बसों में आग लगा दी.
बसों में लगी आग बुझाने के लिए पहुंची फायर ब्रिग्रेड की गाड़ियों पर भी प्रदर्शनकारियों ने धावा बोला और तोड़ फोड़ की.


नागरिकता संशोधन कानून के ख़िलाफ़ प्रदर्शन

प्रदर्शनकारियों और पुलिस के बीच टकराव दिल्ली के ओखला, जामिया और कालिंदी कुंज वाले इलाके में हुआ.
समाचार एजेंसी एएनआई के मुताबिक़ जामिया मिलिया इस्लामिया के छात्रों सहित प्रदर्शनकारियों ने कालिंदी कुंज रोड पर नागरिकता संशोधन कानून के ख़िलाफ़ प्रदर्शन किया.
मीडिया की ख़बरों में दावा किया जा रहा है कि हिंसा में जामिया के छात्र शामिल थे.
इन ख़बरों पर समाचार एजेंसी पीटीआई से बात करते हुए जामिया यूनिवर्सिटी के आला अधिकारियों ने ये दावा किया है कि हिंसा इसी इलाक़े में स्थानीय लोगों द्वारा किए गए प्रदर्शन के दौरान हुई, ना कि यूनिवर्सिटी के छात्रों के प्रदर्शन के समय.
जामिया में मौजूद बीबीसी संवाददाता सलमान रावी ने बताया कि इन घटनाओं के बाद दिल्ली पुलिस ने जामिया परिसर की घेराबंदी कर दी है.
यूनिवर्सिटी के चीफ़ प्रॉटर वसीम अहमद ख़ान ने ट्वीट किया कि दिल्ली पुलिस ने बिना अनुमति के परिसर में प्रवेश किया है. उनके कर्मचारियों और छात्रों को पीटा गया और परिसर छोड़ने पर मजबूर किया गया है.
जामिया टीचर एसोसिएशन ने छात्रों से अपील की है कि वो इलाक़े में स्थानीय नेताओं द्वारा किए जा रहे दिशाहीन प्रदर्शनों में कतई शामिल ना हों.
जामिया की वीसी नजमा अख्तर ने समाचार एजेंसी पीटीआई को बताया कि पुस्तकालय के भीतर के छात्रों को बाहर निकाला गया और वो सुरक्षित हैं. उन्होंने पुलिस की कार्रवाई की निंदा की.
घटनास्थल पर मौजूद बीबीसी संवाददाता बुशरा शेख ने बताया कि एक पुरुष पुलिसवाले ने ना सिर्फ़ उनका मोबाइल छीन कर तोड़ दिया बल्कि बदसलूकी भी की.

दिल्ली पुलिस ने क्या कहा:

दक्षिण-पूर्व दिल्ली के डीसीपी चिन्मय बिस्वाल ने कहा है कि प्रदर्शन में आई भीड़ बहुत आक्रामक थी. स्थिति को कंट्रोल करने के लिए हमने उग्र भीड़ को तितर-बितर किया था जिसके जवाब में पुलिसकर्मियों पर पत्थरबाज़ी की गई. इसमें क़रीब छह पुलिसवाले घायल हुए हैं.
बिस्वाल ने कहा, "हमें जामिया यूनिवर्सिटी के छात्रों से कोई शिक़ायत नहीं थी. पर कैंपस के अंदर से भी हम पर पथराव किया गया. हम यूनिवर्सिटी प्रशासन से कहेंगे कि वे उन छात्रों की पहचान करें."
बिस्वाल ने कहा कि उग्र भीड़ ने डीटीसी की चार बसों और पुलिस के दो वाहनों समेत कुछ अन्य वाहनों में भी आग लगाई जिसकी वजह से पुलिस को आंसू गैस के गोले दागने पड़े.
दिल्ली पुलिस ने दावा किया कि जामिया यूनिवर्सिटी और इससे सटे इलाक़ों में फ़िलहाल स्थिति नियंत्रण में है.
दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने प्रदर्शनकारियों से शांतिपूर्वक प्रदर्शन करने की अपील की है.
उन्होंने कहा है कि किसी भी तरह की हिंसा को स्वीकार नहीं किया जा सकता है.


नागरिकता संशोधन कानूनइमेज कॉपीरइटANI

एक प्रत्यक्षदर्शी की आँखो देखी:

हुआ ये कि जामिया विश्वविद्यालय के छात्रों ने नागरिकता संशोधन क़ानून के ख़िलाफ़ विरोध मार्च निकाला था.
ये मार्च जामिया नगर, भरत नगर, न्यू फ़्रेंड्स कॉलोनी और अपोलो अस्पताल के आसपास के इलाक़ों में हो रहा था.
इसमें यूनिवर्सिटी के छात्र तो थे ही, पर बाटला हाउस और आसपास के इलाक़ों में रहने वाले स्थानीय लोगों की भी बहुत बड़ी संख्या थी. सब शांति से मार्च में चल रहे थे.


नागरिकता संशोधन कानून के ख़िलाफ़ प्रदर्शन

छात्रों के एक समूह ने शनिवार शाम को ही ये कहा था कि इस क़ानून के ख़िलाफ़ जो भी प्रोटेस्ट होगा, वो शांतिपूर्ण होगा.
लेकिन जैसे ही ये मार्च न्यू फ़्रेंड्स कॉलोनी के कम्युनिटी सेंटर के पास से गुज़रा वहाँ पुलिस ने उन्हें रोकने के लिए बैरीकेड्स लगा रखे थे.
वहाँ कुछ छात्र ज़मीन पर बैठ गए. इन छात्रों में जामिया के मौजूदा स्टूडेंट्स के अलावा यूनिवर्सिटी के कई पूर्व छात्र भी शामिल थे.
पुलिस की नाकेबंदी को देखते हुए भीड़ का एक हिस्सा दूसरे रास्ते से आश्रम की तरफ़ बढ़ने लगा.
कुछ देर बाद इस भीड़ ने आश्रम के पास रास्ता जाम कर दिया. इससे दिल्ली और फ़रीदाबाद को जोड़ने वाली मथुरा रोड भी जाम हो गई.


विरोध प्रदर्शन

पुलिस ने सड़क खाली कराने के लिए वहाँ लाठीचार्ज किया. आंसू गैस के गोले छोड़े और इसमें कई महिलाओं को चोट लगी.
इसके जवाब में भीड़ की तरह से पत्थरबाज़ी की जाने लगी. उग्र नारेबाज़ी होने लगी और टकराव बढ़ गया.
इससे पहले भी जामिया के छात्रों ने 13 दिसंबर को मार्च निकालने की कोशिश की थी तो पुलिस ने उन्हें बैरीकेड लगाकर रोक दिया था. तब भी थोड़ी झड़प हुई थी जिसमें कुछ छात्रों को चोट लगी थी.


नागरिकता संशोधन कानून के ख़िलाफ़ प्रदर्शन
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नागरिकता संशोधन कानून के ख़िलाफ़ प्रदर्शन
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पिछले दो-तीन दिनों से पुलिस ने न्यू फ़्रेंड्स कॉलोनी के कुछ इलाक़ों में नाकेबंदी की हुई थी ताकि इस इलाक़े में कोई बड़ा मार्च ना हो सके.

मेट्रो स्टेशन बंद

दिल्ली मेट्रो रेल कॉरपोरेशन (डीएमआरसी) ने ट्वीट किया है कि सुरक्षा कारणों से वसंत विहार, मुनिरका और आरके पुरम मेट्रो स्टेशनों को फ़िलहाल बंद कर दिया गया है.
इसके अलावा पटेल चौक, विश्वविद्यालय, जीटीबी नगर, शिवाजी स्टेडियम मेट्रो स्टेशनों को भी बंद किया गया है.
डीएमआरसी ने सुखदेव विहार, जामिया मिल्लिया इस्लामिया, ओखला विहार, जसोला और शाहीन बाग मेट्रो स्टेशनों को भी बंद करने का अपडेट जारी किया है.

स्कूल बंद

दिल्ली के उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया ने कहा है कि दिल्ली में साउथ ईस्ट ज़िले के ओखला, जामिया, न्यू फ्रेंड्स कॉलोनी, मदनपुर खादर क्षेत्र के सभी सरकारी और प्राइवेट स्कूल कल बंद रहेंगे.
वर्तमान हालात को देखते हुए दिल्ली सरकार ने स्कूल बंद रखने का निर्णय लिया है ।
(साभार बीबीसी हिंदी न्यूज सेवा)