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बलिया जनपद जहां फुटकर सब्जी विक्रेताओं पर चला प्रशासन का डंडा, एक ही झटके में हुए बेरोजगार,प्रदेश का पहला जिला होगा जहां 4 बजे से 8 बजे तक मिलेगी सब्जी बेचने की मंजूरी

 बलिया जनपद जहां फुटकर सब्जी विक्रेताओं पर चला प्रशासन का डंडा, एक ही झटके में हुए बेरोजगार,प्रदेश का पहला जिला होगा जहां 4 बजे से 8 बजे तक मिलेगी सब्जी बेचने की मंजूरी
मधुसूदन सिंह 



बलिया 25 जनवरी 2020 ।। किसी ने परिवार का पेट भरने के लिये मजदूरी करके दो जून की रोटी कमाने वालो को खाली पड़े ओवरब्रिज के नीचे जमीन पर बैठकर सब्जी बेचने की जगह दी, तो आज जिला प्रशासन और नगर पालिका ने एक ही झटके में उन गरीबो को भुखमरी पर खड़ा कर दिया । यही नही अगर इनको हटाना जरूरी था तो इसकी पहल पहले से करते , इनको नई जगह शिफ्ट करते तो कोई परेशानी नही होती ? पर ये लोग तो साहब ठहरे , इनको क्या पता कि गांवो से अपने खेतों में उगाई गयी 5 से 10 किलो सब्जियां जब किसान इन बाजारों में बैठकर बेचेगा तब उसी पैसे से उसके घर का चूल्हा जलेगा और बच्चो को खाना मिलेगा । इतिहास प्रसिद्ध बादशाह मुहम्मद तुगलक की तरह फरमान जारी कर दिया पहले हटो , फिर सोचेंगे कि कहां 4 घण्टे बैठकर बेचने की इजाजत दी जाय ?
 बता दे कि शहर के एक मात्र ओवरब्रिज के नीचे तत्कालीन चेयरमैन संजय उपाध्याय ने गरीब फुटकर सब्जी विक्रेताओं को इसके नीचे सब्जी बेचने की इजाजत दी थी । कारण था कि एक तो इधर ओवरब्रिज का ढलान होने के कारण गाड़ियों की आवाजाही नही हो सकती थी , दूसरे शहर के अंदर सड़को पर बैठकर सब्जी बेचने से जो यातायात प्रभावित हो रहा था , उससे निजात मिली । लेकिन इन सब्जी विक्रेताओं का दुर्भाग्य रहा कि इनके बीच मे ही होलसेलर विक्रेताओं ने भी अपना अड्डा बना लिया जो इस सब्जी मार्केट को खाली कराने के लिये प्रशासन का सबसे बड़ा हथियार बना ।
  दूसरा कारण हटाने का प्रशासन ने इस क्षेत्र में 26 जनवरी से संचालित होने वाले नये सत्र न्यायालय तक आने जाने के लिये सुगम रास्ता उपलब्ध कराने का दिया गया है । यह कदम एकदम सही है , लेकिन न्यायालय से दक्षिणी ओर जहां चार पहिया वाहनों का भी जाना मुश्किल है उस क्षेत्र से फुटकर सब्जी विक्रेताओं को हटाना , कही से भी उचित नही कहा जा सकता है ।
नगर मजिस्ट्रेट बलिया का यह भी कहना कि पहले ये लोग यहां से हटे , फिर सोचेंगे कि इनको 4 बजे से 8 बजे तक कहां सब्जी बेचने की जगह दी जाएगी ?
 मैं प्रशासन से कहना चाहूंगा कि साहब यह सिंगापुर नही है ,यूपी का बलिया है , जहां पूरा बाजार चौक के आसपास ही सिमटा है । नगर मजिस्ट्रेट साहब मुझे केवल प्रदेश का एक शहर बता दे जहां सब्जी बेचने के लिये समय की पाबंदी है , और केवल  मंडी में ही सब्जियां बिकती है , सड़को पर नही ?
मेरा तो यही अनुरोध है कि साहब आप बड़े लोग है, आपके पास घूमने फिरने, सब्जी खरीदने के लिये सरकारी वाहन है , आपका अपना कुछ खर्च नही होने वाला है ? जरा उन लोगो के बारे में भी तो सोचिये जिनके पास 20 रुपये ही है सब्जी खरीदने के लिये, वो क्या करे ऑटो का किराया देगा कि सब्जी खरीदेगा ? यातायात में अवरोध के नाम पर ओवरब्रिज के नीचे से इन गरीबो को तो साहब आपने हटा दिया,अब जब इनको सड़को के किनारे बसायेंगे तो क्या यातायात सुगम हो जाएगा ?

पूर्व चेयर मैन संजय उपाध्याय ने इस कार्यवाही पर अपने [बयान] से वर्तमान  नगर पालिका अध्यक्ष व जिला प्रशासन को आड़े हाथों लेते हुए क्या कुछ कहा , सुनाते है उनकी जुबानी !!

बाइट - संजय उपाध्याय , पूर्व चेयरमैन नगर पालिका परिषद


बाईट- नगर मजिस्ट्रेट [बलिया] !!



बाइट - पीड़ित सब्जी दुकानदार !!