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बलिया : 6 दिवसीय शिक्षात्मक यात्रा कर वापस लौटे बच्चे जयपुरिया के बच्चे

बलिया : 6 दिवसीय शिक्षात्मक यात्रा कर वापस लौटे बच्चे जयपुरिया के बच्चे





बलिया 5 जनवरी 2020 ।। देशाटन शिक्षा का एक अभिन्न अंग है, यों तो ज्ञान की प्राप्ति के साधन पुस्तकें हैं, लेकिन देशाटन से जितना अधिक से अधिक ज्ञान प्राप्त होता है उतना पुस्तकों से नहीं होता है पुस्तकों के द्वारा केवल ज्ञान प्राप्त होता है। इससे अनुभव प्राप्त नहीं होता है। लेकिन देशाटन के द्वारा तो ज्ञान के साथ अनुभव और दर्शन भी आसानी से हो जाता है। अतएव देशाटन ज्ञान प्राप्ति का सबसे बड़ा साधन और आधार है।इसी उद्देश्य की पूर्ति के लिए शनिवार को जयपुरिया  स्कूल बलिया के बच्चों के अपनी 6 दिवसीय कोलकाता यात्रा पूरी कर जनपद लौटे । अपनी इस यात्रा के दौरान बच्चों ने बंगाली रहन सहन, पोशाक,भोजन, भाषा इत्यादि का गहन अध्ययन किया । अपने 6 दिवसीय यात्रा के दौरान पहले दिन बच्चों ने बोटैनिकल गार्डन में बनस्पति विज्ञानं से जुडी कई बारीकियों का जहां अध्ययन किया बोटैनिकल गार्डन कोलकाता में स्थित विशाल कमल पुष्प मुख्य आकर्षण  केंद्र रहा, मदर हाउस में राखी मदर टेरेसा से जुडी कहानियों और सामग्रियों ने बच्चों के मन में  मानवता और दया भाव की उमंग भर दी । यात्रा का दूसरा दिन बच्चों ने प्राणी उद्यान और विज्ञानं शहर में बिताया एक तरफ जहाँ उन्होंने प्राणी उद्यान में तमाम वन्य जीवों से सम्बंधित जानकारियां इकठ्ठा की वही विज्ञानं शहर में बच्चों ने मनुष्य के विकास और अंतरिक्ष के सम्बंधित लघु चलचित्र का लुफ्त उठाया और बच्चों के लिए रोप वे की सवारी रोमांच और मनोरंजक रही । इसी प्रकार बच्चों ने स्वामी विवेकानंद जी, रविंद्र नाथ टैगोर जी और श्री रामकृष्ण परमहंस जैसी विभूतियों से सम्बंधित ऐतिहासिक स्थलों का अध्ययन किया । ईडन गार्डन, विक्टोरिया मेमोरियल, बिरला प्लानटोरियम, संग्रहालय,वाचनालय  और लोकल बाजार जैसी तमाम ऐतिहासिक और आवश्यक स्थलों का अवलोकन बच्चों के लिए नववर्ष पर एक यादगार तोहफे से काम नहीं था ।इस यात्रा में जयपुरिया के निदेशकनवीन राय , प्रधानाध्यापिका अंजलि धर, हेड मास्टर अनिर्बान साहा, दीक्षा श्रीवास्तव एवं प्रियंका तिवारी बच्चों के साथ मौजूद रहे ।