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नेपाल में हो रही है ABVP की दो दिवसीय बैठक, एजेंडे और प्रस्तावों पर मंथन

नेपाल में हो रही है ABVP की दो दिवसीय बैठक, एजेंडे और प्रस्तावों पर मंथन 
ए कुमार

गोरखपुर 27 जनवरी 2020 ।।अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद (एबीवीपी) की अगली बैठक पड़ोसी मुल्क नेपाल में हो रही है। दीनदयाल उपाध्याय गोरखपुर विश्वविद्यालय के अमृता कला वीथिका में दो दिवसीय बैठक के बाद राष्ट्रीय कार्यसमिति की टीम रविवार की शाम नेपाल की राजधानी काठमांडू के लिए रवाना हो गई है। टीम के राष्ट्रीय अध्यक्ष डा. एस. सुबैय्या के नेतृत्व में दो दिन 27 और 28 जनवरी को काठमांडू में नेपाल के पदाधिकारियों के साथ एजेंडे और प्रस्तावों पर विस्तार से मंथन कर रहे है। टीम 29 जनवरी को फिर गोरखपुर वापस आ जाएगी।

बता दे कि नेपाल प्रस्थान होने से पहले दिग्विजयनाथ कालेज में परिषद की राष्ट्रीय महामंत्री निधि त्रिपाठी ने रविवार को  कहा कि लाल किले पर लाल सलाम का नारा लगाने वाले कभी राष्ट्रध्वज का सम्मान नहीं कर सकते। इनसे किसी भी तरह से देश प्रेम के भाव की अपेक्षा रखें खुद को धोखा देने की तरह है। जेएनयू अवधि पर उन्होंने कहा कि जवाहर लाल नेहरू विश्वविद्यालय की राजकीय साख है। लेकिन कुछ संगठन इसे बदनाम करने की कोशिश कर रहे हैं। आंदोलन के नाम पर नकाब लगाकर जेएनयू में हिंसा फैलाने वालों की किसी भी बदनीयती को अबवीपी सफल नहीं रही होगी। एबीवीपी ने छात्रों के हित में काम करने का बीड़ा उठाया है और वह इसे बखूबी कर रही है। एबीवीपी के प्रयास से जेएनयू के 91 फीसद छात्रों का पंजीकरण हो चुका है।

फीस वृद्धि से लेकर जेएनयू में घटित होने वाली हिंसा की घटना तक एबीवीपी ने सकारात्मक पहल की है। जेएनयू की नीतिगत साख गिरने नहीं देंगे। इस दिशा में सुधार प्रक्रिया निरंतर जारी रखने का संघर्ष होता रहेगा।

एक सवाल के जवाब में उन्होंने कहा कि एबीवीपी छात्रसंघ चुनावों का पक्षधर है। छात्रसंघ होने से छात्रों का हित प्रभावित होने की गुंजाइश न के बराबर होती है। दो दिव्य बैठक में भाग लेने आईं राष्ट्रीय महामंत्री ने केंद्रीय कार्यसमिति की बैठक में विचारों को साझा किया।

उन्होंने कहा कि इस बैठक में भारत के विभिन्न क्षेत्रों से 85 से केंद्रीय टीम के कार्यकर्ता मंथन कर रहे हैं। राज्य विश्वविद्यालयों की स्थिति को केंद्रीय विश्वविद्यालयों के समतुल्य पहुंचाने, दत्तोपंत ठेंगड़ी के विकास मॉडल को जन-जन तक सुलभ बनाने, जलियांवाला बाग हत्या का युवक के आत्मीयता से तादात्म्य स्थापित करने और एबीवीपी के 2023 में 75 वर्ष पूर्ण होने पर संगठन द्वारा उठाई जाने वाली। साथ कदमों की तरह विषयों पर चर्चा हो रही है।