Breaking News

सीएम योगी का ड्रीम प्रोजेक्ट" पशु आश्रय गृह" जो बलिया में बना कबिस्तान, जहां मृत जानवरो के मांस को नोंच नोंच कर खाते है कुत्ते

सीएम योगी का ड्रीम प्रोजेक्ट पशु आश्रय गृह जो बलिया में बना कबिस्तान, जहां मृत जानवरो के मांस को नोंच नोंच कर खाते है कुत्ते
मधुसूदन सिंह




बलिया 20 जनवरी 2020 ।। बलिया जनपद में एक ऐसा भी  पशु आश्रय गृह है जहां पशुओ के मरने के बाद वही  छोड़ दिया जाता है जिसे कुत्ते नोच कर खाते है । जी हां , हम बात कर रहे है बलिया जनपद के बैरिया तहसील के मुरली छपरा में स्थित गो आश्रय केंद्र का , जहां के जानवरों के मरने के बाद इस आश्रय केंद्र के अंदर ही कुत्तों के नोच नोच कर खाने की वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हुई है । यह वीडियो वायरल होने के बाद ग्राम प्रधान ने तो जानवरो के अवशेषों को जमीन के अंदर दफना दिया है । लेकिन सवाल यह उठता है कि मुख्यमंत्री के इस ड्रीम प्रोजेक्ट को इस स्तर तक पहुंचाने वाले जिम्मेदारों के खिलाफ क्या कार्यवाही होगी ।

हालत यह है कि वीडियो के वायरल करने के बाद जब भाजपा कार्यकर्ता रणधीर सिंह नन्हे ने सूचना दी तो बीडीओ मुरली छपरा अगले दिन मौके पर पहुंचे और ग्राम प्रधान के द्वारा जानवरो के अवशेषों को जमीन में दफन करवा दिया ।



बता दे कि योगी सरकार की अति महत्वपूर्ण योजनाओं में एक आवारा पशुओं को देखरेख करने के लिए पशु आश्रय केंद्र खोलने की मंशा साफ थी कि आवारा पशुओं को खाना मिल सके और इन आवारा पशुओं से किसानों की फसल बर्बाद न हो  सके । जिसके लिए सरकार की तरफ से भारी भरकम राशि खर्च भी हो रही है। इसी क्रम में बने पशु आश्रय भगवानपुर में भी खोला गया था जिसकी देखरेख की जिम्मेदारी प्रधान व सचिव पर है।उक्त आश्रय केंद्र पर बृहस्पतिवार के दिन तीन मृत पशुओ को कुत्तों के द्वारा नोच खाते देख भाजपा कार्यकर्ता रणधीर सिंह नन्हे ने इनकी जानकारी उपजिलाधिकारी बैरिया को दी ।
 परन्तु किसी काम मे ब्यस्तता का हवाला देकर शुक्रवार को आने की बात कहे।जिसको उन्होंने फेसबुक व वाट्सएप पर डाल दिया। मामले को तूल पकड़ता देख शुक्रवार के दिन ही ग्राम प्रधान की निद्रा टूटी और जे सी बी मंगाकर मरे जानवरो के शवों को गड़वा दिया।

इस संदर्भ में जब भाजपा नेता ने उप जिलाधिकारी बैरिया अशोक चौधरी से बात करने पर उन्होंने कहा कि एक गाय मरने की बात स्वीकार किया कहा कि वाटसऐप पर भेजी गई तस्वीर दूसरी जगह की भी हो सकती है।
पूछे जाने पर क्या फोटो का लोकेशन यहां का  दिख रहा है तो उपजिलाधिकारी ने कहा कि अब ये सब बाते पशुओ को देखरेख करने वाले ही बता पाएंगे। इसकी जांच कराई जा रही है जो भी दोषी पाया जाएगा उसके खिलाफ कठोर कारवाई की जाएगी। जब एसडीएम पद पर तैनात अधिकारी सीएम योगी के ड्रीम प्रोजेक्ट के प्रति ऐसी ततपरता रखते है तो नीचे वाले इस प्रोजेक्ट की लुटिया तो डुबोयेंगे ही ।