Breaking News

पिछली सरकारों के समय वाली चाल में आज भी चल रहा है बलिया का कृषि विभाग, सीजन के पहले या सीजन में नही होती है किसान गोष्ठी,रजिस्टर का कोरम होता है पूरा

पिछली सरकारों के समय वाली चाल में आज भी चल रहा है बलिया का कृषि विभाग, सीजन के पहले या सीजन में नही होती है किसान गोष्ठी,रजिस्टर का कोरम होता है पूरा
मधुसूदन सिंह

बलिया 4 जनवरी 2020 ।। सरकार लाख कोशिश कर ले कि हम किसानों की आय को दुगना कर देंगे , सबको गोष्ठियों के माध्यम से प्रशिक्षित कर देंगे, तो यह पिछली सरकारों की तरह सरकार का दिवास्वप्न देखने जैसा है । क्योंकि बलिया का कृषि विभाग आज भी पिछली सरकारों के कार्यकाल में जैसे कार्य करता था, आज भी कर रहा है , आज भी पुरानी कार्य संस्कृति के अनुसार कार्य निष्पादित किये जा रहे है । सरकार की मंशा है कि किसान अधिक से अधिक अपने खेतों में अन्न उत्पादित करे जिससे उसकी आमदनी बढ़े । साथ ही सरकार यह भी चाहती है कि हमारा किसान खेती की आधुनिक तकनीकी, विधि और अधिकतम पैदावार देने वाली फसलों के सम्बंध में जानकारी प्राप्त कर अपनी आमदनी बढ़ाये, इसके लिये प्रशिक्षण कार्यक्रम व गोष्ठियों का आयोजन कराती है । सरकार रवि की फसल के समय और खरीफ की फसल के समय प्रशिक्षण देने के लिये गोष्ठियों को आयोजित कराती है ।
 लेकिन धन्य है बलिया का कृषि विभाग जो रवि की फसल के प्रशिक्षण की गोष्ठी या तो सीजन के अंत मे कराती है या खरीफ के सीजन में । यही हाल खरीफ के सीजन वाले ओराशिक्षण कार्यक्रम एवं गोष्ठियों का है । गोष्ठियों को किसानों के बीच गांवो में आयोजित करने का निर्देश होते हुए भी गांवो में न कराकर कृषि विभाग में और चुनिंदा किसानों के साथ संपन्न की जाती है । इनके गोष्ठियों के रजिस्टर की अगर चेकिंग कर दी जाय तो सारी हकीकत सामने आ जायेगी । इसके चलते बलिया में केंद्र व राज्य सरकार के द्वारा किसानों की आय को दुगना करने की घोषणा हकीकत की जगह मात्र नारा बनकर रह गयी है । गिनती के प्रगतिशील किसान है उन्ही को सबकुछ समझाकर पूरे जनपद के किसानों की आय दुगना कर रहे है कृषि विभाग के अधिकारी ?