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कुशीनगर में कॉरोना वायरस से खौफ में है एक परिवार

कुशीनगर में कॉरोना वायरस से खौफ में है एक परिवार
ए कुमार

कुशीनगर 29 जनवरी 2020 ।। फाजिलनगर ब्लॉक के कटेया मैनुद्दीन निवासी कमलेश पासवान का परिजनों के पास फोन आने के बाद तो उनका खौफ में जी रहा है। परिजन ने बताया कि कमलेश ने कहा कि हम सब दहशत में आ गए। जिस मेडिकल संस्थान में वह पढ़ता है वहां के एक डॉक्टर और एक नर्स की भी मौत हो चुकी है।

कॉरोना वायरस का खौफ चीन से निकलकर दुनिया में फैलने के बाद अब पूर्वांचल के गांव-देहात में भी चिंता का कारण बन रहा है। चीन के हयाकू शहर के हैनान मेडिकल विश्वविद्यालय में पढ़ाई कर रहे जिले के फाजिलनगर ब्लॉक के कटेया मैनुद्दीन निवासी कमलेश पासवान का फोन आने के बाद परिवार खौफ में जी रहा है। परिजन ने बताया कि कमलेश ने कहा कि हम सब दहशत में आ गए। जिस मेडिकल संस्थान में वह पढ़ता है वहां के एक डॉक्टर और एक नर्स की भी मौत हो चुकी है। सभी विदेशी छात्रों को उनके देश भेजा जा रहा है।

कटेया मैनुद्दीन निवासी अशोक प्रसाद का बड़ा बेटा कमलेश चीन के हयाकू शहर में स्थित हैनान मेडिकल विश्वविद्यालय में फाइनल ईयर का छात्र है। मंगलवार को कमलेश ने बताया कि कॉरोना वायरस फैलने के बाद विश्वविद्यालय बंद कर दिया गया है। यह वायरस हयाकू से तीन सौ किलोमीटर दूर हियान शहर से फैलना शुरू हुआ और बड़ी आबादी में फैल गया। सभी विदेशी छात्रों को उनके देश भेजा जा रहा है।

कमरे में कैद हैं सभी विदेशी छात्र

कॉरोना वायरस फैलने के बाद अधिकांश छात्र स्वदेश लौट चुके हैं। जो छात्र बच गए हैं उन्हें कमरे में ही रहने का अलर्ट जारी किया गया है। जरूरी सामानों की खरीदारी के लिए लोग हाथ और मुंह में पूरी तरह मास्क लगाकर ही बाहर निकल रहे हैं। उसने बताया कि वह ठीक है और कॉलेज प्रशासन पूरी तरह सहयोग कर रहा है। कमलेश की माने तो अभी तक किसी भारतीय छात्र के प्रभावित होने की खबर नहीं मिली है। फिर भी हम सभी लोग दहशत में हैं और अपने देश लौटना चाहते हैं।

कॉरोना से एक डॉक्टर और नर्स की भी हो चुकी है मौत

कमलेश ने बताया कि हयाकू शहर में आपातकाल घोषित कर पूरी तरह बंद कर दिया गया है । यहां बाहरी लोगों के आने जाने पर पूरी तरह की पाबंदी लगा दी गई है। हम लोगों को खाने-पीने का सामान सुरक्षित रखने व खाने से पहले हाथ-पैर ठीक से धोने, आंख और मुंह बार-बार धोने की हिदायत दी गई है। हमेशा मॉस्क लगाकर रहने को कहा गया है। डॉक्टरों ने सलाह दी है कि अधिक समय तक सोने का प्रयास करें। कमलेश ने बताया कि यहां योग्य डॉक्टरों की 24 टीमें लगाईं गईं हैं। कॉरोना वायरस की चपेट में आने से एक डॉक्टर तथा एक नर्स की भी मौत हो गई है।

कई कॉलेजों में लगा थर्मल एंट्री गेट, बाहरी के प्रवेश पर पाबंदी

कमलेश ने बताया कि नानचुंग शहर के शिंचुआन मेडिकल कॉलेज में पढ़ने वाले भारतीय छात्रों से वॉट्सऐप के जरिए मिली जानकारी के अनुसार वहां के हालात पूरी तरह खराब है।कालेज प्रशासन ने कैंपस से बाहर रहने वाले छात्रों के कालेज में प्रवेश पर पूरी तरह रोक लगा दी है। उसने यह भी बताया वहां कालेज में थर्मल एंट्री गेट लगवाया गया है जहां 37 डिग्री सेल्सियस से अधिक तापमान होने पर अलार्म बजने लगता है और प्रवेश नहीं करने दिया जा रहा है।