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बलिया : मोक्ष के लिये महापुरुष (गुरुदेव) का आश्रय ,गुरु कृपा व सानिध्य जरुरी : आचार्य शशिकांत सिंह

 बलिया : मोक्ष के लिये महापुरुष (गुरुदेव) का आश्रय ,गुरु कृपा व सानिध्य जरुरी : आचार्य शशिकांत सिंह

 आचार्य शशिकांत सिंह ने यज्ञ की पूर्णाहुति पर सभी 21विभागों के प्रमुख प्रभारियों, सास्कृतिक कार्यक्रम के बच्चों,मीडिया कर्मियों,  को तिलक लगाकर व माला पहनाकर किया सम्मानित






 बलिया 4 जनवरी 2020 ।।महावीर घाट स्थित गायत्री शक्तिपीठ पर शनिवार को 108 कुन्डीय गायत्री महायज्ञ के दौरान सैकड़ों लोगों ने परम पूज्य गुरुदेव पं.श्रीराम शर्मा के शिष्य बने।उनके प्रतिनिधि के रुप में  हरिद्वार से आये आचार्य शशिकांत सिंह ने सबको गायत्री मंत्र का दिक्षा दिलाया। 
उन्होंने कहा कि संघे शक्ति कलयुगे सभी लोग इकट्ठा रहे इसी लिए गुरुदेव ने गायत्री परिवार बनाया है, एक लकड़ी को आसानी से तोड़ा जा सकता है लेकिन चार संगठित होकर रहे तो तोड़ना संभव नहीं है।
कहा कि भगवान ने बताया है कि तीन चीज दुर्लभ मनुष्य का देह होना चाहिए, भगवान के लिए मनुष्य राजकुमार है,अच्छे मार्गों व कार्यों के द्वारा ही मोक्ष मिलता है, इसके लिये महापुरुष (गुरुदेव) का आश्रय गुरु कृपा व सानिध्य जरुरी है।कहा कि गुरु वरण करने का समय युवा अवस्था होता है। आग से खाना भी और   घर भी जल जाता है।आग से क्या करना है यह गुरु ही बताते है।  सदगुरू ही गायत्री महामंत्र की दिक्षा दे सकते हैं ।जो हम नहीं जानते वह चमत्कार होता,हर समय गुरु सत्ता साथ रहती हैं, आस्था की जरुरत है।तभी कोई चमत्कार हो सकता है।गायत्री मंत्र की दिक्षा ज्ञानी ही दे सकते है,पूज्य गुरुदेव ने गायत्री मंत्र सभी जाति धर्मों के लिए सुलभ किया है।
  इसके साथ ही शान्तिकुन्ज हरिद्वार से आये आचार्य शशिकांत सिंह ने यज्ञ की पूर्णाहुति के सभी 21विभागों के प्रमुख प्रभारियों, सास्कृतिक कार्यक्रम के बच्चों,मीडिया कर्मियों, आदि को तिलक लगाकर व माला पहनाकर सम्मानित किया।