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गाजीपुर से बड़ी खबर : STF की बड़ी कार्रवाई, TET परीक्षा में WhatsApp से हो रही नकल का किया भांडाफोड़, प्रिंसिपल समेत 4 को किया गिरफ्तार

गाजीपुर से बड़ी खबर : STF की बड़ी कार्रवाई, TET परीक्षा में WhatsApp से हो रही नकल का किया भांडाफोड़, प्रिंसिपल समेत 4 को किया गिरफ्तार
ए कुमार

गाजीपुर 8 जनवरी 2020 ।। पूरे उत्तर प्रदेश में टीईटी परीक्षा का आयोजन 8 जनवरी 2020 को आयोजित किया गया। इस परीक्षा को नकल विहीन बनाने के लिए प्रशासन ने अपने सारे तंत्र लगा रखे थे, एलआईयू, एसटीएफ के साथ पुलिस के मुखबिर लगातार पल पल की सूचना पुलिस अधिकारियों तक पहुंचा रहे थे। इसी क़ड़ी में गाजीपुर में एसटीएफ ने कार्रवाई करते हुए नकल करा रहे 4 लोगों को गिरफ्तार किया। आरोपियों को गाजीपुर के एक परीक्षा केंद्र से गिरफ्तार किया है।|
     दरअसल, गाजीपुर के छावनी लाइन स्थित बुद्धम शरणम इंटर कॉलेज में टीईटी परीक्षा के प्रथम पाली की परीक्षा चल रही थी। यूपी एसटीएफ को सूचना मिली थी कि इस विद्यालय में व्हाट्सएप के माध्यम से नकल कराया जा रहा है। एसटीएफ ने छापेमारी की और मौके से प्रिंसिपल समेत चार लोगों को गिरफ्तार कर लिया। पकड़े गए चारों आरोपियों के खिलाफ सदर कोतवाली में मामला दर्ज कराया गया है और कानूनी कार्रवाई करते हुए उन्हें जेल भेज दिया है। आपको बता दें कि बुद्धम शरणम इंटर कॉलेज नकल के मामले में गाजीपुर का एक बदनाम कालेज है और इसके पहले भी कालेज पर कई बार नकल कराने के आरोप में कार्रवाई हो चुकी है।
      साल 2016 में इस कॉलेज में हुए पॉलिटेक्निक की प्रवेश परीक्षा में एक बड़ा नकल कांड सामने आया था जब प्रवेश परीक्षा में बुद्धम शरणम इंटर कॉलेज के एक ही कमरे के 10 छात्र टॉप टेन की लिस्ट में आ गए थे। इसको लेकर पूरे प्रदेश में हड़कंप मचा था और बुद्धम शरणम कॉलेज को ब्लैक लिस्टेड किया गया था। इस मामले में उस समय 32 लोगों पर मुकदमा दर्ज हुआ था। लेकिन जिला विद्यालय निरीक्षक के द्वारा ऐसे दागी सेंटर को दोबारा परीक्षा केंद्र बनाया गया और टीईटी की परीक्षा में भी सेंटर दिया गया। एसटीएफ की कार्रवाई से नकल का खेल अभी भी प्रदेश की हर परिक्षाओं में किस तरह से खेला जा रहा है यह बात पूरी तरह से खुलकर सामने आ गई है। जब जिलाधिकारी से इस मामले पर बात की गई तो उन्होंने बताया कि जिला विद्यालय निरीक्षक की रिपोर्ट के अनुसार यह विद्यालय कभी भी ब्लैक लिस्ट नहीं किया गया। जाहिर है या तो जिलाधिकारी खुद अपना बचाव करना चाह रहे हैं या जिला विद्यालय निरीक्षक द्वारा उनको गलत सूचना दी गई है। नकल का खुला खेल जिला प्रशासन की नाक के नीचे खेला गया लेकिन एसटीएफ ने सारी पोल खोल कर रख दी। अब देखने वाली बात यह होगी की दोषियों पर कार्रवाई होती है या आगे भी नकल का खुला खेल जनपद में जारी रहता है।