बलिया में मिशन इंद्रधनुष 2.0 का चौथा और आखिरी चरण 02 मार्च से ,टीकाकरण के 483 सत्र होंगे आयोजित
बलिया में मिशन इंद्रधनुष 2.0 का चौथा और आखिरी चरण 02 मार्च से ,टीकाकरण के 483 सत्र होंगे आयोजित
412 गर्भवती और 2176 बच्चों का टीकाकरण करने का लक्ष्य
बलिया, 26 फरवरी 2020 ।। स्वास्थ्य विभाग ने मिशन इंद्रधनुष 2.0 के चौथे और आखिरीचरण के लिए तैयारियां पूरी कर ली हैं। यह अभियान 02 से 10 मार्च तक चलाया जाएगा। बुधवार और शनिवार को छोड़कर 07 कार्य दिवसों में जनपद की 412 गर्भवती और 2176 बच्चों का टीकाकरण करने का लक्ष्य निर्धारित किया गया है। लक्षित बच्चों में दो वर्ष तक के लेफ्ट आउट (टीकाकरण से छूटे), ड्राप आउट( टीकाकरण बीच में छोड़ने वाले) बच्चों और गर्भवती महिलाओं को टिटनेस-डिप्थीरिया (टीडी) का टीका लगाने के लिए शामिल किया गया है। कार्यवाहक मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉक्टर हरिनंदन प्रसाद ने बताया कि स्वास्थ्य विभाग की टीम ने आशा और आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं की मदद से छूटे हुये बच्चों और गर्भवती महिलाओं की सूची तैयार कर ली है जिनका टीकाकरण होना है। उपरोक्त अनुसार माइक्रो प्लान तैयार किया गया है।
जिला प्रतिरक्षण अधिकारी डॉ ए के मिश्रा ने बताया कि 25 दिसंबर 2014 को शुरू हुए मिशन इंद्रधनुष में कई बीमारियों से बचाव के लिए टीकाकरण किया जाता है। इस कार्यक्रम में उन क्षेत्रों को टीकाकरण के लिए चुना जाता है, जहां टीकाकरण कम हुआ हो। इसमें मुख्य रूप से टिटनेस, पोलियो, खसरा, गला घोंटू, डिप्थीरिया, रूबेला, काली खासी, और बीसीजी के टीके लगाए जाते हैं। उन्होंने बताया कि दिसंबर 2019, जनवरी और फरवरी 2020 में टीकाकरण के तीन चरण पूरे किए जा चुके हैं। इन चरणों में लक्ष्य से अधिक टीकाकरण किया गया है। स्वास्थ्य विभाग की टीमें मलिन बस्तियों और ईंट भट्ठों पर जाकर टीकाकरण करेंगी। मलिन बस्तियों में जागरूकता की कमी के चलते टीकाकरण में परेशानी आती है लेकिन उसके लिए विभाग की ओर से लगातार काउंसलिंग की जा रही है। बहुत सी बीमारियों से बचाव के लिए टीकाकरण बहुत जरूरी है।
डॉ एके मिश्रा ने लोगों से अपील की कि स्वास्थ्य विभाग द्वारा किए जा रहे टीकाकरण का लोग लाभ उठाएं। टीकाकरण के लिए आशा और आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं के अलावा एएनएम को भी लगाया गया है। टीकाकरण के लिए आईसीडीएस विभाग, शिक्षा विभाग, पंचायती राज विभाग, नगर पालिका और अल्पसंख्यक कल्याण विभाग से भी सहयोग लिया जा रहा है।
412 गर्भवती और 2176 बच्चों का टीकाकरण करने का लक्ष्य
बलिया, 26 फरवरी 2020 ।। स्वास्थ्य विभाग ने मिशन इंद्रधनुष 2.0 के चौथे और आखिरीचरण के लिए तैयारियां पूरी कर ली हैं। यह अभियान 02 से 10 मार्च तक चलाया जाएगा। बुधवार और शनिवार को छोड़कर 07 कार्य दिवसों में जनपद की 412 गर्भवती और 2176 बच्चों का टीकाकरण करने का लक्ष्य निर्धारित किया गया है। लक्षित बच्चों में दो वर्ष तक के लेफ्ट आउट (टीकाकरण से छूटे), ड्राप आउट( टीकाकरण बीच में छोड़ने वाले) बच्चों और गर्भवती महिलाओं को टिटनेस-डिप्थीरिया (टीडी) का टीका लगाने के लिए शामिल किया गया है। कार्यवाहक मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉक्टर हरिनंदन प्रसाद ने बताया कि स्वास्थ्य विभाग की टीम ने आशा और आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं की मदद से छूटे हुये बच्चों और गर्भवती महिलाओं की सूची तैयार कर ली है जिनका टीकाकरण होना है। उपरोक्त अनुसार माइक्रो प्लान तैयार किया गया है।
जिला प्रतिरक्षण अधिकारी डॉ ए के मिश्रा ने बताया कि 25 दिसंबर 2014 को शुरू हुए मिशन इंद्रधनुष में कई बीमारियों से बचाव के लिए टीकाकरण किया जाता है। इस कार्यक्रम में उन क्षेत्रों को टीकाकरण के लिए चुना जाता है, जहां टीकाकरण कम हुआ हो। इसमें मुख्य रूप से टिटनेस, पोलियो, खसरा, गला घोंटू, डिप्थीरिया, रूबेला, काली खासी, और बीसीजी के टीके लगाए जाते हैं। उन्होंने बताया कि दिसंबर 2019, जनवरी और फरवरी 2020 में टीकाकरण के तीन चरण पूरे किए जा चुके हैं। इन चरणों में लक्ष्य से अधिक टीकाकरण किया गया है। स्वास्थ्य विभाग की टीमें मलिन बस्तियों और ईंट भट्ठों पर जाकर टीकाकरण करेंगी। मलिन बस्तियों में जागरूकता की कमी के चलते टीकाकरण में परेशानी आती है लेकिन उसके लिए विभाग की ओर से लगातार काउंसलिंग की जा रही है। बहुत सी बीमारियों से बचाव के लिए टीकाकरण बहुत जरूरी है।
डॉ एके मिश्रा ने लोगों से अपील की कि स्वास्थ्य विभाग द्वारा किए जा रहे टीकाकरण का लोग लाभ उठाएं। टीकाकरण के लिए आशा और आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं के अलावा एएनएम को भी लगाया गया है। टीकाकरण के लिए आईसीडीएस विभाग, शिक्षा विभाग, पंचायती राज विभाग, नगर पालिका और अल्पसंख्यक कल्याण विभाग से भी सहयोग लिया जा रहा है।