कॅरोना वायरस का डर: कुशीनगर में पर्यटन कारोबार पर दिख रहा असर, 20 से 25 फीसदी कम हुआ कारोबार
कॅरोना वायरस का डर: कुशीनगर में पर्यटन कारोबार पर दिख रहा असर, 20 से 25 फीसदी कम हुआ कारोबार
ए कुमार
कुशीनगर 12 फरवरी 2020 ।। चीन से फैले कोरोना वायरस के भय से कुशीनगर में पर्यटन कारोबार करीब 20 से 25 फीसदी तक गिर गया है। इस साल जनवरी महीने में जहां राम मंदिर पर फैसला आने के बाद धारा 144 के चलते महज 2000 ही देशी विदेशी पर्यटक कुशीनगर आए थे, वहीं फरवरी महीने में कोरोना वायरस के खौफ ने इस कारोबार में काफी गिरावट दर्ज की गयी है।
कुशीनगर में हर साल करीब एक लाख विदेशी पर्यटक आते हैं। इनमें थाईलैंड, जापान, वर्मा, श्रीलंका, कंबोडिया, चीन, भूटान, मलेशिया, नेपाल, बांग्लादेश समेत एक दर्जन से अधिक देशों के पर्यटक आते हैं। इनमें से कुछ देशों ने यहां बाकायदा बौद्ध मंदिर स्थापित कर रखे हैं। पर्यटन का बड़ा अंतर्राष्ट्रीय केन्द्र होने के चलते कुशीनगर में दो दर्जन से अधिक बड़े होटल स्थापित हैं। यहां का मुख्य कारोबार पर्यटन से ही चलता है। क्षेत्र के तमाम युवा यहां गाइड की भूमिका में रोजगार पाते हैं। इस साल के पहले ही दिन से कुशीनगर में विदेशी पर्यटक काफी कम संख्या में आए। नवंबर में राम मंदिर पर फैसला आने के बाद यूपी में धारा-144 लागू कर दी गई थी।
एक जनवरी को भी यह कामय रही इसलिए कुशीनगर में साल के पहले होने वाला जश्न नहीं मनाया गया। पिछले साल तक जहां साल के पहले दिन यहां 50 से 60 हजार देशी विदेशी पर्यटकों की भीड़ जुटती थी, वहीं इस साल पहले दिन महज 1000 से 1200 लोग ही आए। पूरे महीने में विदेशी पर्यटकों की संख्या महज 1800 से 2000 तक रही। इसी महीने में चाइना से खतरनाक कोरोना वायरस फैलने की खबर आयी और फरवरी महीने में अब तक महज करीब 1000 विदेशी पर्यटक ही आ पाए हैं।
कुशीनगर के एक बड़े होटल के प्रबंधक राजेन्द्र मोहन गुप्ता बताते हैं कि इस साल अब तक गिने चुने ही पर्यटक आए हैं। इसका असर यहां होटल उद्योग पर तो पड़ा ही है, स्थानीय बाजार में कारोबारी गिरावट आयी है। यूपी पर्यटन विभाग के होटल पथिक निवास के प्रबंधक राजेश मणि त्रिपाठी बताते हैं कि जनवरी व फरवरी कुशीनगर में पर्यटकों का सीजन माना जाता है मगर इस साल यह सीजन बेहद मंदा है। इक्का दुक्का ही विदेशी पर्यटक आ रहे हैं। यहां इस साल आए चीन के 138 पर्यटकों को स्वास्थ्य विभाग की कड़ी निगरानी में भ्रमण कराया गया।शेष वियतनाम, थाईलैंड, वर्मा व श्रीलंका के भी पर्यटक आए थे। कोरोना के चलते पर्यटकों के उत्साह में कमी देखी गई।
पहली जनवरी को धारा-144 को असर था। बाद में ज्यों ही पर्यटकों के आने का क्रम शुरू हुआ, कोरोना वायरस ने पर्यटकों के कदम रोक दिए। अभी वास्तविक रिपोर्ट तैयार नहीं है मगर कुशीनगर में पर्यटन कारोबार 20 से 25 फीसदी तक की कम हो गया है। अभी साल के कई महीने बाकी हैं। उम्मीद है कि भविष्य अच्छा रहेगा।
ए कुमार
कुशीनगर 12 फरवरी 2020 ।। चीन से फैले कोरोना वायरस के भय से कुशीनगर में पर्यटन कारोबार करीब 20 से 25 फीसदी तक गिर गया है। इस साल जनवरी महीने में जहां राम मंदिर पर फैसला आने के बाद धारा 144 के चलते महज 2000 ही देशी विदेशी पर्यटक कुशीनगर आए थे, वहीं फरवरी महीने में कोरोना वायरस के खौफ ने इस कारोबार में काफी गिरावट दर्ज की गयी है।
कुशीनगर में हर साल करीब एक लाख विदेशी पर्यटक आते हैं। इनमें थाईलैंड, जापान, वर्मा, श्रीलंका, कंबोडिया, चीन, भूटान, मलेशिया, नेपाल, बांग्लादेश समेत एक दर्जन से अधिक देशों के पर्यटक आते हैं। इनमें से कुछ देशों ने यहां बाकायदा बौद्ध मंदिर स्थापित कर रखे हैं। पर्यटन का बड़ा अंतर्राष्ट्रीय केन्द्र होने के चलते कुशीनगर में दो दर्जन से अधिक बड़े होटल स्थापित हैं। यहां का मुख्य कारोबार पर्यटन से ही चलता है। क्षेत्र के तमाम युवा यहां गाइड की भूमिका में रोजगार पाते हैं। इस साल के पहले ही दिन से कुशीनगर में विदेशी पर्यटक काफी कम संख्या में आए। नवंबर में राम मंदिर पर फैसला आने के बाद यूपी में धारा-144 लागू कर दी गई थी।
एक जनवरी को भी यह कामय रही इसलिए कुशीनगर में साल के पहले होने वाला जश्न नहीं मनाया गया। पिछले साल तक जहां साल के पहले दिन यहां 50 से 60 हजार देशी विदेशी पर्यटकों की भीड़ जुटती थी, वहीं इस साल पहले दिन महज 1000 से 1200 लोग ही आए। पूरे महीने में विदेशी पर्यटकों की संख्या महज 1800 से 2000 तक रही। इसी महीने में चाइना से खतरनाक कोरोना वायरस फैलने की खबर आयी और फरवरी महीने में अब तक महज करीब 1000 विदेशी पर्यटक ही आ पाए हैं।
कुशीनगर के एक बड़े होटल के प्रबंधक राजेन्द्र मोहन गुप्ता बताते हैं कि इस साल अब तक गिने चुने ही पर्यटक आए हैं। इसका असर यहां होटल उद्योग पर तो पड़ा ही है, स्थानीय बाजार में कारोबारी गिरावट आयी है। यूपी पर्यटन विभाग के होटल पथिक निवास के प्रबंधक राजेश मणि त्रिपाठी बताते हैं कि जनवरी व फरवरी कुशीनगर में पर्यटकों का सीजन माना जाता है मगर इस साल यह सीजन बेहद मंदा है। इक्का दुक्का ही विदेशी पर्यटक आ रहे हैं। यहां इस साल आए चीन के 138 पर्यटकों को स्वास्थ्य विभाग की कड़ी निगरानी में भ्रमण कराया गया।शेष वियतनाम, थाईलैंड, वर्मा व श्रीलंका के भी पर्यटक आए थे। कोरोना के चलते पर्यटकों के उत्साह में कमी देखी गई।
पहली जनवरी को धारा-144 को असर था। बाद में ज्यों ही पर्यटकों के आने का क्रम शुरू हुआ, कोरोना वायरस ने पर्यटकों के कदम रोक दिए। अभी वास्तविक रिपोर्ट तैयार नहीं है मगर कुशीनगर में पर्यटन कारोबार 20 से 25 फीसदी तक की कम हो गया है। अभी साल के कई महीने बाकी हैं। उम्मीद है कि भविष्य अच्छा रहेगा।