देवरिया : जज के बेटे ने जज बनकर बढ़ाया जिले का मान
देवरिया : जज के बेटे ने जज बनकर बढ़ाया जिले का मान
अभिनव को झारखंड न्यायिक सेवा में मिली सफलता
कुलदीपक पाठक
देवरिया 15 फरवरी 2020 ।। अपर जिला सत्र न्यायाधीश षष्ठम बक्सर राकेश मिश्र के पुत्र अभिनव ने झारखंड न्यायिक सेवा में चयनित होकर जहां देवरिया जिले का मान बढ़ाया ।
आपको बता दें कि देवरिया ज़िले के सोहनपुर गाँव के रहने वाले अभिनव मिश्र अपने पिता राकेश मिश्र जो अपर जिला सत्र न्यायाधीश षष्ठम बक्सर बिहार में वर्तमान में है। और बिहार की न्यायिक सेवा की नौकरी के साथ पले बढ़े और छपरा सेंट्रल स्कूल से मैट्रिक करने के बाद लखनऊ से इंटरमीडिएट और भारती विद्यापीठ पुणे से विधि स्नातक और स्नातकोत्तर की डिग्री हासिल की है। और यूनिवर्सिटी से निकलते ही पहली ही बार मे झारखंड न्यायिक सेवा में चयनित होकर सफलता का परचम लहराया दिया।
जब यह सूचना घर में पहुंची कि जज साहब के बेटे अभिनव जज बन गए तो सभी ने एक दूसरे को मिठाई खिलाकर ख़ुशी का इजहार किया। वही बक्सर जिले के अपर सत्र न्यायाधीश राकेश मिश्र जी अपने पुत्र की सफलता से अभिभूत है उनका कहना है कि परम् पिता परमेश्वर के आशीर्वाद और बेटे की कड़ी मेहनत और लगन का फल हैं। माँ मंजू मिश्र काफी खुश है कि, न्यायिक अधिकारी आवासीय परिसर में पला बढ़ा बेटा न्यायिक सेवा में ही चयनित हो गया इससे बढ़कर मां की खुशी क्या हो सकती है।
वहीं देवरिया के राघव नगर मोहल्ले में भी अभिनव के बाबा डॉ शशिधर मिश्र और चाचा ऋषिकांत मिश्रा जो दिवानी न्यायालय में अधिवक्ता है उन्होंने ने भी आस पास के लोगों और इष्ट मित्रों में मिठाई बांटी और खुशी का इजहार किया। डॉ० मिश्र का कहना है कि अभिनव शुरू से पढ़ाई लिखाई में काफी तेज था यह उसकी मेहनत और लगन का फल है ।देर शाम से ही लगातार रिश्तेदार और मित्र और अन्य जानने वालों का बधाई सन्देश मिल रहा है।
अभिनव को झारखंड न्यायिक सेवा में मिली सफलता
कुलदीपक पाठक
देवरिया 15 फरवरी 2020 ।। अपर जिला सत्र न्यायाधीश षष्ठम बक्सर राकेश मिश्र के पुत्र अभिनव ने झारखंड न्यायिक सेवा में चयनित होकर जहां देवरिया जिले का मान बढ़ाया ।
आपको बता दें कि देवरिया ज़िले के सोहनपुर गाँव के रहने वाले अभिनव मिश्र अपने पिता राकेश मिश्र जो अपर जिला सत्र न्यायाधीश षष्ठम बक्सर बिहार में वर्तमान में है। और बिहार की न्यायिक सेवा की नौकरी के साथ पले बढ़े और छपरा सेंट्रल स्कूल से मैट्रिक करने के बाद लखनऊ से इंटरमीडिएट और भारती विद्यापीठ पुणे से विधि स्नातक और स्नातकोत्तर की डिग्री हासिल की है। और यूनिवर्सिटी से निकलते ही पहली ही बार मे झारखंड न्यायिक सेवा में चयनित होकर सफलता का परचम लहराया दिया।
जब यह सूचना घर में पहुंची कि जज साहब के बेटे अभिनव जज बन गए तो सभी ने एक दूसरे को मिठाई खिलाकर ख़ुशी का इजहार किया। वही बक्सर जिले के अपर सत्र न्यायाधीश राकेश मिश्र जी अपने पुत्र की सफलता से अभिभूत है उनका कहना है कि परम् पिता परमेश्वर के आशीर्वाद और बेटे की कड़ी मेहनत और लगन का फल हैं। माँ मंजू मिश्र काफी खुश है कि, न्यायिक अधिकारी आवासीय परिसर में पला बढ़ा बेटा न्यायिक सेवा में ही चयनित हो गया इससे बढ़कर मां की खुशी क्या हो सकती है।
वहीं देवरिया के राघव नगर मोहल्ले में भी अभिनव के बाबा डॉ शशिधर मिश्र और चाचा ऋषिकांत मिश्रा जो दिवानी न्यायालय में अधिवक्ता है उन्होंने ने भी आस पास के लोगों और इष्ट मित्रों में मिठाई बांटी और खुशी का इजहार किया। डॉ० मिश्र का कहना है कि अभिनव शुरू से पढ़ाई लिखाई में काफी तेज था यह उसकी मेहनत और लगन का फल है ।देर शाम से ही लगातार रिश्तेदार और मित्र और अन्य जानने वालों का बधाई सन्देश मिल रहा है।