गोरखपुर : नगर पंचायत गोला की अध्यक्ष ने ईओ पर लगाया धमकाने और जातिसूचक शब्द प्रयोग करने का आरोप,सीएम के निर्देश के बाद भी ईओ के खिलाफ कार्यवाही का इंतज़ार
गोरखपुर : नगर पंचायत गोला की अध्यक्ष ने ईओ पर लगाया धमकाने और जातिसूचक शब्द प्रयोग करने का आरोप,सीएम के निर्देश के बाद भी ईओ के खिलाफ कार्यवाही का इंतज़ार
ए कुमार
गोरखपुर 13 फरवरी 2020 ।। क्या जिले के अधिकारियों में सीएम योगी की हनक कम होती जा रही है ? यह सवाल तब खड़ा होता है जब जनसुनवाई के दौरान शिकायतों को संज्ञान में लेते हुए खुद सीएम योगी आदित्यनाथ ने एसएचओ गोला और नगर पंचायत गोला के अधिशासी अधिकारी पर नाराजगी जताते हुए मौके पर उपस्थित अधिकारियों से उनके ख़िलाफ़ कार्यवाही करने के लिए कहा लेकिन मुख्यमंत्री के निर्देशों पर बुधवार को गोरखपुर के एसएसपी डॉ0 सुनील गुप्ता ने कार्यवाही करते हुए एसएचओ गोला संतोष कुमार यादव को तो निलंबित कर दिया मगर नगर पंचायत गोला के अधिशासी अधिकारी राघवेंद्र प्रताप सिंह पर जिला स्तर से कोई कार्रवाई न किए जाने से राजनैतिक और प्रशासनिक हलकों में हैरानी है।
वहीं दूसरी ओर जिला स्तर से अधिशासी अधिकारी पर कोई कार्यवाही न होने पर लालती देवी अपने पति मुराली के साथ बुधवार देर शाम जिलाधिकारी से मिलने के लिए गोरखपुर आयीं लेकिन मुलाकात नही हो पायी।
लालती देवी ने जिलाधिकारी कार्यालय पर अधिशासी अधिकारी के खिलाफ एक पत्र दिया है जिसमें उन्होंने अधिशासी अधिकारी पर जातिसूचक शब्दों का प्रयोग करने के अलावा तमाम आरोप लगाए साथ ही उन्होंने ईओ पर कार्यालय में न बैठने और जनता से न मिलने, कर्मचारियों के वेतन भुगतान में विलम्ब करने समेत अध्यक्ष को सम्मान न देने का आरोप लगाते हुए पत्र में ईओ को हटाने और कानूनी कार्यवाही की मांग की गयी और साथ ही नगर पंचायत पर धरना देने की बात कही गयी।
एक जनप्रतिनिधि होने के बावजूद लालती देवी की बातों से उन्ही की नगर पंचायत में उनको सम्मान न मिलने की चुभन साफ नजर आ रही थी।
बहरहाल मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की नाराजगी के बाद
एसएचओ गोला संतोष यादव के निलंबित हो जाने के बाद नगर पंचायत गोला के ईओ राघवेंद्र प्रताप सिंह के खिलाफ कार्यवाही का इंतेज़ार अभी भी है।
ए कुमार
गोरखपुर 13 फरवरी 2020 ।। क्या जिले के अधिकारियों में सीएम योगी की हनक कम होती जा रही है ? यह सवाल तब खड़ा होता है जब जनसुनवाई के दौरान शिकायतों को संज्ञान में लेते हुए खुद सीएम योगी आदित्यनाथ ने एसएचओ गोला और नगर पंचायत गोला के अधिशासी अधिकारी पर नाराजगी जताते हुए मौके पर उपस्थित अधिकारियों से उनके ख़िलाफ़ कार्यवाही करने के लिए कहा लेकिन मुख्यमंत्री के निर्देशों पर बुधवार को गोरखपुर के एसएसपी डॉ0 सुनील गुप्ता ने कार्यवाही करते हुए एसएचओ गोला संतोष कुमार यादव को तो निलंबित कर दिया मगर नगर पंचायत गोला के अधिशासी अधिकारी राघवेंद्र प्रताप सिंह पर जिला स्तर से कोई कार्रवाई न किए जाने से राजनैतिक और प्रशासनिक हलकों में हैरानी है।
वहीं दूसरी ओर जिला स्तर से अधिशासी अधिकारी पर कोई कार्यवाही न होने पर लालती देवी अपने पति मुराली के साथ बुधवार देर शाम जिलाधिकारी से मिलने के लिए गोरखपुर आयीं लेकिन मुलाकात नही हो पायी।
लालती देवी ने जिलाधिकारी कार्यालय पर अधिशासी अधिकारी के खिलाफ एक पत्र दिया है जिसमें उन्होंने अधिशासी अधिकारी पर जातिसूचक शब्दों का प्रयोग करने के अलावा तमाम आरोप लगाए साथ ही उन्होंने ईओ पर कार्यालय में न बैठने और जनता से न मिलने, कर्मचारियों के वेतन भुगतान में विलम्ब करने समेत अध्यक्ष को सम्मान न देने का आरोप लगाते हुए पत्र में ईओ को हटाने और कानूनी कार्यवाही की मांग की गयी और साथ ही नगर पंचायत पर धरना देने की बात कही गयी।
एक जनप्रतिनिधि होने के बावजूद लालती देवी की बातों से उन्ही की नगर पंचायत में उनको सम्मान न मिलने की चुभन साफ नजर आ रही थी।
बहरहाल मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की नाराजगी के बाद
एसएचओ गोला संतोष यादव के निलंबित हो जाने के बाद नगर पंचायत गोला के ईओ राघवेंद्र प्रताप सिंह के खिलाफ कार्यवाही का इंतेज़ार अभी भी है।