सिकंदरपुर(बलिया) : गाजे बाजे के साथ निकला संत शिरोमणि रविदास जयंती के उपलक्ष्य में जुलूस
गाजे बाजे के साथ निकला संत शिरोमणि रविदास जयंती के उपलक्ष्य में जुलूस
सिकन्दरपुर (बलिया) 9 फरवरी 2020 ।। संत रविदास जयंती के अवसर पर रविवार को क्षेत्र के हुसेनपुर नवानगर, जजौली स्थित मंदिर प्रांगण से श्री संत शिरोमणि बोधिसत्व गुरु, रविदास कमेटी के नेतृत्व में गाजे बाजे के साथ जुलूस निकला। मंदिर प्रांगण से निकला जुलूस क्षेत्र के आधा दर्जन गांवों के भ्रमण के बाद पुनः मंदिर प्रांगण में आकर समाप्त हुआ, जहां पर कमेटी के द्वारा प्रवचन का बंदोबस्त किया गया था। प्रवचन में क्षेत्र के सैकड़ों नर नारियों ने हिस्सा लेकर प्रवचन सुना। इस दौरान संत रविदास के जीवन वृतांत की विस्तृत रूप से चर्चा की गई। इस दौरान संत रविदास के मंदिर में हवन पूजन किया गया। संत रविदास के उच्च आदर्शो को अपनाने का आह्वान किया गया। इस मौके कमेटी के अध्यक्ष सोनू धुसिया ने कहा कि हमें अपने महापुरूषों की जयंती जरूर मनानी चाहिए। इससे उनकी यादें ताजा रहती हैं। उन्होंने कहा कि रविदास केवल एक समाज के नही अपितु सभी समाज के लोगों के लिए प्रेरणास्रोत थे। हमें उनके जीवन से बहुत कुछ सिखने को मिलता है। इस अवसर व्यवस्थापक राजा मोहन राम, अमरजीत, यशवंत, सरबजीत, विशाल, अभिषेक आदि मौजूद रहे।
सिकन्दरपुर (बलिया) 9 फरवरी 2020 ।। संत रविदास जयंती के अवसर पर रविवार को क्षेत्र के हुसेनपुर नवानगर, जजौली स्थित मंदिर प्रांगण से श्री संत शिरोमणि बोधिसत्व गुरु, रविदास कमेटी के नेतृत्व में गाजे बाजे के साथ जुलूस निकला। मंदिर प्रांगण से निकला जुलूस क्षेत्र के आधा दर्जन गांवों के भ्रमण के बाद पुनः मंदिर प्रांगण में आकर समाप्त हुआ, जहां पर कमेटी के द्वारा प्रवचन का बंदोबस्त किया गया था। प्रवचन में क्षेत्र के सैकड़ों नर नारियों ने हिस्सा लेकर प्रवचन सुना। इस दौरान संत रविदास के जीवन वृतांत की विस्तृत रूप से चर्चा की गई। इस दौरान संत रविदास के मंदिर में हवन पूजन किया गया। संत रविदास के उच्च आदर्शो को अपनाने का आह्वान किया गया। इस मौके कमेटी के अध्यक्ष सोनू धुसिया ने कहा कि हमें अपने महापुरूषों की जयंती जरूर मनानी चाहिए। इससे उनकी यादें ताजा रहती हैं। उन्होंने कहा कि रविदास केवल एक समाज के नही अपितु सभी समाज के लोगों के लिए प्रेरणास्रोत थे। हमें उनके जीवन से बहुत कुछ सिखने को मिलता है। इस अवसर व्यवस्थापक राजा मोहन राम, अमरजीत, यशवंत, सरबजीत, विशाल, अभिषेक आदि मौजूद रहे।