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बलिया : झुग्गी झोपड़ी में चलने वाली असलहा फैक्ट्री का पुलिस ने किया पर्दाफाश,दो हुए गिरफ्तार,कई असलहा व कारतूस भी बरामद

झुग्गी झोपड़ी में चलने वाली असलहा फैक्ट्री का पुलिस ने किया पर्दाफाश,दो हुए गिरफ्तार,कई असलहा व कारतूस भी बरामद

खेजुरी बलिया 17 फरवरी 2020 ।। पुलिस अधीक्षक के निर्देश पर अपराध व अपराधियों के विरुद्ध चलाये जा रहे अभियान के अन्तर्गत रविवार को खेजुरी पुलिस को बड़ी सफलता हाथ लगी है। थाना क्षेत्र के अझउर गांव के उत्तर एक तालाब के किनारे झ़ुग्गी झोपड़ी में अवैध हथियारों की फैक्ट्री संचालित कर रहे दो शातिरों को दो रिवाल्वर व कारतूस समेत पुलिस ने मौके से गिरफ्तार कर लिया। गिरफ्तार अपराधियों में से एक जिले के टॉप टेन अपराधियों में शामिल बताया जा रहा है। रविवार को पुलिस ने दोनों को सुसंगत धाराओं में चालान कर न्यायालय भेज दिया।
एसएचओ प्रदीप कुमार चौधरी ने बताया कि रविवार की सुबह खेजुरी-मनियर मोड़ पर एएसआई विश्वदीप सिंह, सिपाही रत्नाकर यादव, सुरेन्द्र यादव, अश्वनी सिंह व मनोज कुमार यादव के साथ गश्त पर थे। उसी समय मुखबिर ने अझउर में अवैध हथियार फैक्टी होने की बात बताई। बताया कि दो अपराधी अभी भी मौके पर मौजूद हैं। इनमें से एक जिले के कुख्यात अपराधियों में शामिल है।
मुखबिर की सूचना पर पुलिस बल के साथ पहुंचे एसएचओ का देखकर दोनो भागने लगे जिसे पुलिस के जवानों ने दौड़ा कर पकड़ लिया। पकड़े गये अपराधियों में मनियर थाना क्षेत्र के बड़सरी जागीर निवासी संतोष सिंह पुत्र सुरेन्द्र सिंह व चकफुल (बड़सरी जागीर) निवासी छोटेलाल उर्फ शैनुलहक पुत्र सदरुद्दीन शामिल है। तलाशी के दौरान संतोष के पास से जहां एक रिवाल्वर व कारतूस बरामद हुआ वहीं छोटेलाल के पास  से भी एक रिवाल्वर बरामद किया गया।
पूछताछ के दौरान उन दोनों ने अवैध हथियार बनाने की बात स्वीकारी। उनकी निशानदेही पर दो अर्द्धनिर्मित रिवाल्वर के साथ-साथ हथियार बनाने के अन्य उपकरण व सामान भी बरामद किया गया। बताया कि संतोष सिंह पुराना आपराधिक इतिहास रहा है। मनियर थाने मे उसके खिलाफ करीब नौ मामले दर्ज हैं। पुलिस के रिकार्ड में यह व्यक्ति टॉप टेन अपराधियों में शामिल है।
पुलिस द्वारा गिरफ्तार अभियुक्तों ने बताया की बिहार के सिवान छपरा बक्सर और मुजफ्फरपुर में इसके अलावा उत्तर प्रदेश में देवरिया गोरखपुर बस्ती गाजीपुर आदि स्थानों पर अपने असलहे तैयार कर बेचा करते थे और असलहा खुद हम लोग तैयार करते थे और महंगे दामो पर उसे बेचते थे।