बलिया के "जनरल ऑफ इंट्रीग्रेटेड डेवलेपमेंट एन्ड रिसर्च"का बिहार में हुआ विमोचन
बलिया के "जनरल ऑफ इंट्रीग्रेटेड डेवलेपमेंट एन्ड रिसर्च"का बिहार में हुआ विमोचन
डॉ सुनील कुमार ओझा की रिपोर्ट
बलिया 24 फरवरी 2020 ।। बी० आर० ए०बिहार विश्वविद्यालय मुजफ्फरपुर के स्नात्तकोत्तर भूगोल विभाग द्वारा "सतत विकास हेतु पर्यावरण संतुलन की आवश्यकता" नामक विषय पर आयोजित राष्ट्रीय संगोष्ठी के उद्घाटन सत्र में अमरनाथ मिश्र स्नातकोत्तर महाविद्यालय दबेछपरा,बलिया के अवकाश प्राप्त प्राचार्य पर्यावरणविद् डा० गणेश कुमार पाठक द्वारा सम्पादित शोध पत्रिका " जर्नल आफ इण्टिग्रेटेड डेवलपमेंट एण्ड रिसर्च" के नवीनतम् अंक 9, संख्या 2 का रविवार को विमोचन इस विश्वविद्यालय के कुलपति / विश्वविद्यालय की डीन प्रो०अभय कुमार, दरभंगा , प्रो० टुनटुन झाँ एवं संगोष्ठी के संयोजक डा० उमाशंकर सिंह के करकमलों द्वारा सम्पन्न हुआ। इस अवसर पर भारत के विभिन्न राज्यों के विभिन्न विश्वविद्यालयों एवं महाविद्यालयों से आए अतिथि गण, शिक्षक गण एवं शोध छात्र- छात्राएँ उपस्थित रहे। संगोष्ठी में पधारे अतिथियों एवं विद्वानों ने इस शोध पत्रिका का नियमित अनवरत प्रकाशित होते हुए दसवें वर्ष में प्रवेश करने पर डा० पाठक की भूरि - भूरि प्रशंसा की तथा शिक्षकों एवं शोध छात्राओं के समक्ष इस शोध पत्रिका की उपयोगिता को स्पष्ट किया।
उल्लेखनीय है इस दो दिवसीय संगोष्ठी में डा०-पाठक को भी रिसोर्स पर्सन के रूपमें व्याख्यान देने हेतु आमंत्रित किया गया था। इस संगोष्ठी में डा० पाठक मुख्य अतिथि के रूपमें अपना व्याख्यान प्रस्तुत किए।
डॉ सुनील कुमार ओझा की रिपोर्ट
बलिया 24 फरवरी 2020 ।। बी० आर० ए०बिहार विश्वविद्यालय मुजफ्फरपुर के स्नात्तकोत्तर भूगोल विभाग द्वारा "सतत विकास हेतु पर्यावरण संतुलन की आवश्यकता" नामक विषय पर आयोजित राष्ट्रीय संगोष्ठी के उद्घाटन सत्र में अमरनाथ मिश्र स्नातकोत्तर महाविद्यालय दबेछपरा,बलिया के अवकाश प्राप्त प्राचार्य पर्यावरणविद् डा० गणेश कुमार पाठक द्वारा सम्पादित शोध पत्रिका " जर्नल आफ इण्टिग्रेटेड डेवलपमेंट एण्ड रिसर्च" के नवीनतम् अंक 9, संख्या 2 का रविवार को विमोचन इस विश्वविद्यालय के कुलपति / विश्वविद्यालय की डीन प्रो०अभय कुमार, दरभंगा , प्रो० टुनटुन झाँ एवं संगोष्ठी के संयोजक डा० उमाशंकर सिंह के करकमलों द्वारा सम्पन्न हुआ। इस अवसर पर भारत के विभिन्न राज्यों के विभिन्न विश्वविद्यालयों एवं महाविद्यालयों से आए अतिथि गण, शिक्षक गण एवं शोध छात्र- छात्राएँ उपस्थित रहे। संगोष्ठी में पधारे अतिथियों एवं विद्वानों ने इस शोध पत्रिका का नियमित अनवरत प्रकाशित होते हुए दसवें वर्ष में प्रवेश करने पर डा० पाठक की भूरि - भूरि प्रशंसा की तथा शिक्षकों एवं शोध छात्राओं के समक्ष इस शोध पत्रिका की उपयोगिता को स्पष्ट किया।
उल्लेखनीय है इस दो दिवसीय संगोष्ठी में डा०-पाठक को भी रिसोर्स पर्सन के रूपमें व्याख्यान देने हेतु आमंत्रित किया गया था। इस संगोष्ठी में डा० पाठक मुख्य अतिथि के रूपमें अपना व्याख्यान प्रस्तुत किए।