बलिया में प्रशासन ने 25 लोगों को किया होम क्वॉरेंटाइन, एसडीएम बांसडीह ने 19 ,एसडीएम रसड़ा ने 3 व एसडीएम सिकंदरपुर ने किया 3 लोगो को होम क्वॉरेंटाइन
बलिया में प्रशासन ने 25 लोगों को किया होम क्वॉरेंटाइन, एसडीएम बांसडीह ने 19 ,एसडीएम रसड़ा ने 3 व एसडीएम सिकंदरपुर ने किया 3 लोगो को होम क्वॉरेंटाइन
मधुसूदन सिंह
बलिया 23 मार्च 2020 ।। बलिया का जिला प्रशासन जिलाधिकारी श्रीहरि प्रताप शाही के नेतृत्व में वैश्विक महामारी कोरोना वायरस के संक्रमण को फैलने से रोकने के लिये पूरी तरह से मुस्तैद दिख रहा है । रविवार को एसडीएम रसड़ा, बांसडीह और सिकंदरपुर की टीमो ने विदेश से आये 25 लोगो को होम क्वॉरेंटाइन किया । सबसे ज्यादे बांसडीह में 19 लोगो को होम क्वॉरेंटाइन किया गया । वही रसड़ा में 3 व सिकंदरपुर में भी 3 लोगो को होम क्वॉरेंटाइन किया गया । प्रशासन ने ऐसे लोगो को चिकित्सको द्वारा दी जा रही सलाहों को पूरी तरह अमल में लाने और किसी भी प्रकार की तकलीफ होने पर स्थानीय स्वास्थ्य केंद्र के चिकित्सक को सूचित करने की सलाह दी गयी है ।
यह भी देखने को मिला कि जितनी सतर्कता और मुस्तैदी जिला प्रशासन द्वारा दिखायी जा रही है उतनी ग्रामीण क्षेत्रो में स्वास्थ्य विभाग नही दिखा रहा है । बता दे कि रविवार को एसडीएम सिकंदरपुर द्वारा जब सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र सिकंदरपुर का निरीक्षण किया गया तो घोर लापरवाही सामने दिखी । कोरोना के संदिग्धों को भर्ती करने के लिये वार्ड को जब एसडीएम ने कहा कि मरीजो को यहां से रेफर करने के बाद सेनिटाइज किया जाता है कि नही ? के जबाब में अधीक्षक डॉ एके तिवारी ने सेनिटाइजर नही होने के कारण सेनिटाइज नही किये जाने की बात कहकर एसडीएम समेत अन्य अधिकारियों को हत्प्रद कर दिया । ऐसी गंभीर लापरवाही से एसडीएम अनपूर्णा गर्ग काफी नाराज हुई और तुरंत वार्ड को सेनिटाइज करने का आदेश दिया । बता दे कि ये लेवल 4 के चिकित्सक है और इनके स्तर के लोग जिला मुख्यालय पर शासन की महत्वपूर्ण योजनाओ के क्रियान्वयन में लगते है लेकिन ये प्राइवेट प्रैक्टिस के मोह में और राजनैतिक जोड़तोड़ से एक दशक से अधिक समय से एक ही जगह जमे हुए है । इनके द्वारा सेनिटाइजर उपलब्ध न होने की बात कहना कही से भी ही सही नही कही जा सकती है क्योंकि सभी अधीक्षकों को आवश्यकता पड़ने पर लोकल परचेज का अधिकार है ।
मधुसूदन सिंह
बलिया 23 मार्च 2020 ।। बलिया का जिला प्रशासन जिलाधिकारी श्रीहरि प्रताप शाही के नेतृत्व में वैश्विक महामारी कोरोना वायरस के संक्रमण को फैलने से रोकने के लिये पूरी तरह से मुस्तैद दिख रहा है । रविवार को एसडीएम रसड़ा, बांसडीह और सिकंदरपुर की टीमो ने विदेश से आये 25 लोगो को होम क्वॉरेंटाइन किया । सबसे ज्यादे बांसडीह में 19 लोगो को होम क्वॉरेंटाइन किया गया । वही रसड़ा में 3 व सिकंदरपुर में भी 3 लोगो को होम क्वॉरेंटाइन किया गया । प्रशासन ने ऐसे लोगो को चिकित्सको द्वारा दी जा रही सलाहों को पूरी तरह अमल में लाने और किसी भी प्रकार की तकलीफ होने पर स्थानीय स्वास्थ्य केंद्र के चिकित्सक को सूचित करने की सलाह दी गयी है ।
यह भी देखने को मिला कि जितनी सतर्कता और मुस्तैदी जिला प्रशासन द्वारा दिखायी जा रही है उतनी ग्रामीण क्षेत्रो में स्वास्थ्य विभाग नही दिखा रहा है । बता दे कि रविवार को एसडीएम सिकंदरपुर द्वारा जब सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र सिकंदरपुर का निरीक्षण किया गया तो घोर लापरवाही सामने दिखी । कोरोना के संदिग्धों को भर्ती करने के लिये वार्ड को जब एसडीएम ने कहा कि मरीजो को यहां से रेफर करने के बाद सेनिटाइज किया जाता है कि नही ? के जबाब में अधीक्षक डॉ एके तिवारी ने सेनिटाइजर नही होने के कारण सेनिटाइज नही किये जाने की बात कहकर एसडीएम समेत अन्य अधिकारियों को हत्प्रद कर दिया । ऐसी गंभीर लापरवाही से एसडीएम अनपूर्णा गर्ग काफी नाराज हुई और तुरंत वार्ड को सेनिटाइज करने का आदेश दिया । बता दे कि ये लेवल 4 के चिकित्सक है और इनके स्तर के लोग जिला मुख्यालय पर शासन की महत्वपूर्ण योजनाओ के क्रियान्वयन में लगते है लेकिन ये प्राइवेट प्रैक्टिस के मोह में और राजनैतिक जोड़तोड़ से एक दशक से अधिक समय से एक ही जगह जमे हुए है । इनके द्वारा सेनिटाइजर उपलब्ध न होने की बात कहना कही से भी ही सही नही कही जा सकती है क्योंकि सभी अधीक्षकों को आवश्यकता पड़ने पर लोकल परचेज का अधिकार है ।