मझौवा बलिया : आर्सेनिकयुक्त जल के सेवन से मौत पर नही मिला मुआवजा : कांग्रेस नेता विनोद सिंह का एलान,मुआवजा मिलने तक करेंगे आमरण अनशन
मझौवा बलिया : आर्सेनिकयुक्त जल के सेवन से मौत पर नही मिला मुआवजा : कांग्रेस नेता विनोद सिंह का एलान,मुआवजा मिलने तक करेंगे आमरण अनशन
डॉ सुनील कुमार ओझा
मझौवा बलिया 11 मार्च 2020 ।। जनपद बलिया के विकासखंड बेलहरी अंतर्गत सर्वाधिक आर्सेनिक प्रभावित ग्राम सभा गंगापुर में विगत दिनों स्वर्गीय कपिल पांडेय पुत्र नंदलाल पांडेय व रज़वतिया देवी पत्नी सुधा यादव की आर्सेनिक जल के सेवन से मृत्यु हो गई थी । इस खबर को समाचार पत्रों ने लगातार प्रमुखता से प्रकाशित किया था ।
इसके बावजूद जब यूपी सरकार व जिला प्रशासन ने पीड़ित परिवारों की सुध नही ली तो इंटक के जिलाध्यक्ष विनोद सिंह ने पीड़ितों को मुआवजा दिलाने के लिये आमरण अनशन करने की घोषणा की है । श्री सिंह ने कहा कि संवेदनहीन योगी सरकार के संवेदनहीन जनप्रतिनिधि व संवेदनहीन अधिकारी घटनास्थल पर आजतक देखने भी नहीं आए ।
राष्ट्रीय मानवाधिकार आयोग व मुख्य सचिव उत्तर प्रदेश शासन के निर्देश के बाद विनोद सिंह के अनुरोध पर तत्कालीन जिलाधिकारी गोविंद राजू एन एस व भवानी सिंह खंगारौत ने मजिस्ट्रेटियल जांच के तहत उपजिलाधिकारी सदर को जांच सौंपी जिन्हें जांच कर मुआवजा हेतु प्रस्ताव उत्तर प्रदेश शासन को प्रेषित करना था । प्रकरण में माह मई 2019 में आर्सेनिक पीड़ितों व मृतक आश्रितो के बयान भी दर्ज हुए लेकिन 9 माह बाद भी कोई कार्यवाही नहीं हुई|
श्री सिंह ने चेतावनी देते हुए कहा कि आर्सेनिक प्रभावित मृतक आश्रित को मुआवजा दिलाने हेतु 1 सप्ताह के अंदर संबंधित लोगों के साथ रामगढ़ डाले पर आमरण अनशन पर बैठूंगा और तब तक नहीं उठुंगा जब तक जिला प्रशासन बलिया मृतक आश्रितो और पीड़ितों को मुआवजे के लिए नियमानुसार प्रस्ताव उत्तर प्रदेश शासन को नहीं भेज देता ।
डॉ सुनील कुमार ओझा
मझौवा बलिया 11 मार्च 2020 ।। जनपद बलिया के विकासखंड बेलहरी अंतर्गत सर्वाधिक आर्सेनिक प्रभावित ग्राम सभा गंगापुर में विगत दिनों स्वर्गीय कपिल पांडेय पुत्र नंदलाल पांडेय व रज़वतिया देवी पत्नी सुधा यादव की आर्सेनिक जल के सेवन से मृत्यु हो गई थी । इस खबर को समाचार पत्रों ने लगातार प्रमुखता से प्रकाशित किया था ।
इसके बावजूद जब यूपी सरकार व जिला प्रशासन ने पीड़ित परिवारों की सुध नही ली तो इंटक के जिलाध्यक्ष विनोद सिंह ने पीड़ितों को मुआवजा दिलाने के लिये आमरण अनशन करने की घोषणा की है । श्री सिंह ने कहा कि संवेदनहीन योगी सरकार के संवेदनहीन जनप्रतिनिधि व संवेदनहीन अधिकारी घटनास्थल पर आजतक देखने भी नहीं आए ।
राष्ट्रीय मानवाधिकार आयोग व मुख्य सचिव उत्तर प्रदेश शासन के निर्देश के बाद विनोद सिंह के अनुरोध पर तत्कालीन जिलाधिकारी गोविंद राजू एन एस व भवानी सिंह खंगारौत ने मजिस्ट्रेटियल जांच के तहत उपजिलाधिकारी सदर को जांच सौंपी जिन्हें जांच कर मुआवजा हेतु प्रस्ताव उत्तर प्रदेश शासन को प्रेषित करना था । प्रकरण में माह मई 2019 में आर्सेनिक पीड़ितों व मृतक आश्रितो के बयान भी दर्ज हुए लेकिन 9 माह बाद भी कोई कार्यवाही नहीं हुई|
श्री सिंह ने चेतावनी देते हुए कहा कि आर्सेनिक प्रभावित मृतक आश्रित को मुआवजा दिलाने हेतु 1 सप्ताह के अंदर संबंधित लोगों के साथ रामगढ़ डाले पर आमरण अनशन पर बैठूंगा और तब तक नहीं उठुंगा जब तक जिला प्रशासन बलिया मृतक आश्रितो और पीड़ितों को मुआवजे के लिए नियमानुसार प्रस्ताव उत्तर प्रदेश शासन को नहीं भेज देता ।