बलिया : नही आया ग्रांट , इस बार बिना मानदेय कैसे मनाएंगे होली शिक्षामित्र ? सबसे बड़ा सवाल
बलिया : नही आया ग्रांट , इस बार बिना मानदेय कैसे मनाएंगे होली शिक्षामित्र ? सबसे बड़ा सवाल
बलिया 5 मार्च 2020 ।। ग्रांट न आने से इस साल की शिक्षामित्रों की होली सुखी ही रहने वाली है । बता दे कि
बेसिक शिक्षा परिषद के प्राथमिक विद्यालयों में सर्व शिक्षा अभियान के तहत कार्यरत जनपद के२९५४ शिक्षा मित्रों की होली इस साल फिकी रहेगी। ९ मार्च को होलिका दहन में मात्र तीन दिन का ही समय बचा है और अब तक इनके मानदेय का बजट जारी नहीं हो सका है। जनवरी व फरवरी दो महीने का मानदेय नहीं मिलने के कारण शिक्षा मित्र और उनके परिजनों को होली का त्योहवार मानने में कठिनाई होगी।
बता दे कि २५ जुलाई २०१७ को सहायक अध्यापक पद पर समायोजन निरस्त होने के बाद से इनका वेतन मानदेय में बदल कर एक चौथाई कम होकर १० हजार रूपए हो गया है। नियमतः हर महीने एक तारीख तक मानदेय खाता में पहुंच जाना चाहिए। इसके लिए हर महीने २० तारीख तक की उपस्थिति२१ या२२ तक खंडशिक्षा अधिकारी कार्यालय से बेसिक शिक्षा अधिकारी कार्यालय को भेज दी जाती है। शिक्षामित्रों का कहना है कि अब बजट जारी होता भी है तो होली से पहले भुगतान मुश्किल होगा। बता दे कि जिलों में ग्रांट आने के बाद भी कई चरणों से गुजरते हुए बैंक में पे बिल जाता है और तब बैंक का कर्मचारी कम्प्यूटर पर पोस्ट करता है । उसके बाद शिक्षा मित्र के बैंक खातों में मानदेय पहुंच पाता है।इस बार सभी बैंक ८ मार्च को बन्द हो रहे है , ऐसे में होली से पूर्व मानदेय मिलना अब मुश्किल है , इसका अर्थ यह हुआ कि शिक्षामित्रों को इस बार बिना मानदेय के परिवार संग होली मनाना मुश्किल होगा ।
बलिया 5 मार्च 2020 ।। ग्रांट न आने से इस साल की शिक्षामित्रों की होली सुखी ही रहने वाली है । बता दे कि
बेसिक शिक्षा परिषद के प्राथमिक विद्यालयों में सर्व शिक्षा अभियान के तहत कार्यरत जनपद के२९५४ शिक्षा मित्रों की होली इस साल फिकी रहेगी। ९ मार्च को होलिका दहन में मात्र तीन दिन का ही समय बचा है और अब तक इनके मानदेय का बजट जारी नहीं हो सका है। जनवरी व फरवरी दो महीने का मानदेय नहीं मिलने के कारण शिक्षा मित्र और उनके परिजनों को होली का त्योहवार मानने में कठिनाई होगी।
बता दे कि २५ जुलाई २०१७ को सहायक अध्यापक पद पर समायोजन निरस्त होने के बाद से इनका वेतन मानदेय में बदल कर एक चौथाई कम होकर १० हजार रूपए हो गया है। नियमतः हर महीने एक तारीख तक मानदेय खाता में पहुंच जाना चाहिए। इसके लिए हर महीने २० तारीख तक की उपस्थिति२१ या२२ तक खंडशिक्षा अधिकारी कार्यालय से बेसिक शिक्षा अधिकारी कार्यालय को भेज दी जाती है। शिक्षामित्रों का कहना है कि अब बजट जारी होता भी है तो होली से पहले भुगतान मुश्किल होगा। बता दे कि जिलों में ग्रांट आने के बाद भी कई चरणों से गुजरते हुए बैंक में पे बिल जाता है और तब बैंक का कर्मचारी कम्प्यूटर पर पोस्ट करता है । उसके बाद शिक्षा मित्र के बैंक खातों में मानदेय पहुंच पाता है।इस बार सभी बैंक ८ मार्च को बन्द हो रहे है , ऐसे में होली से पूर्व मानदेय मिलना अब मुश्किल है , इसका अर्थ यह हुआ कि शिक्षामित्रों को इस बार बिना मानदेय के परिवार संग होली मनाना मुश्किल होगा ।