बलिया जिला प्रशासन ने आपात स्थिति से निपटने को बनाया 'कोरोना इमरजेंसी रिस्पांस प्लान' ,चार टीमें करेंगी अलग अलग कार्य
बलिया जिला प्रशासन ने आपात स्थिति से निपटने को बनाया 'कोरोना इमरजेंसी रिस्पांस प्लान' ,चार टीमें करेंगी अलग अलग कार्य
बलिया 21 मार्च 2020: कलेक्ट्रेट सभागार में आयोजित प्रेसवार्ता में ज्वाइंट मजिस्ट्रेट विपिन कुमार जैन ने कहा कि कोरोना एक तरह से आपदा और महामारी दोनों हो गई है। इसका प्रवेश बलिया में तो नहीं हुआ है, लेकिन इससे निपटने के लिए तात्कालिक तौर पर 'कोरोना इमरजेंसी रिस्पांस प्लान' बनाया गया है। इसके तहत पांच टीमें बनाई गई है।
मीडिया सेल
एसडीएम सिकंदरपुर अन्न्पूर्णा गर्ग की देखरेख में मीडिया सेल बनी है जिसमें ईडीएम, बीएसए, जिला सूचना अधिकारी व जिला कार्यक्रम अधिकारी हैं। यह टीम सभी स्रोतों से प्राप्त सूचनाओं औश्र केंद्र सरकार की गाईडलाईन्स का प्रचार प्रसार करेगी। साथ ही अफवाहों पर नियंत्रण व उसका खंडन करेगी।
दूसरी टीम
दूसरी टीम में एसडीएम रसड़ा, सीएमओ, सीएमएस व एएसपी हैं, जो कोरोना संदिग्ध की जानकारी मिलते ही विशेष वाहन से उसको ले आकर आइसोलेशन वार्ड में भर्ती कराएंगे। टीम के साथ पुलिस बल भी रहेगी। टीम के सहयोग में सम्बन्धित तहसीलदार व थानाध्यक्ष भी रहेंगे, जो समस्त सम्पर्कों की जानकारी कर रिपोर्ट करेंगे।
कालाबाजारी रोकने के लिये तीसरी टीम
तीसरी टीम एडीएम के देखरेख में सिटी मजिस्ट्रेट, एसडीएम बेल्थरा, डीआईओएस व डीएसओ की है, जो खासकर तीन विन्दुओं पर काम करेगी। जिले में आवश्यक चीजों की सुलभता के साथ सामान, दवा आदि की कालाबाजारी पर नजर रखेगी। कोरोनो से सम्बन्धित इलाज व अन्य सुविधा पीड़ितों को दिलवाने की जिम्मेदारी भी इसी टीम की है। महामारी घोषित होने की स्थिति में जिले स्तर पर क्वारेनटाइन केंद्र का चिन्हांकन व उसमें रखे गए व्यक्तियों के लिए अवस्थापन के लिए सुविधाएं उपलब्ध कराएंगे।
चौथी टीम : सेनिटाइजेशन कराना
चौथी टीम सीडीओ की देखरेख में विकास विभाग व नगरीय निकाय महकमे की है। सभी बीडीओ, ईओ गांव व नगर के समस्त सार्वजनिक स्थलों को सेनेटाइज व युद्धस्तर पर साफ सफाई सुनिश्चित कराएंगे। गांव या नगर में एक ऐसी जगह का चिन्हांकन पहले से कर लेंगे, जहां आपात स्थिति में क्वारेनटाइन की व्यवस्था की जा सके। यह टीम हमेशा हर गांव या वार्ड के सम्पर्क में रहेगी।
कोरोना वायरस से बचाव के लिये मास्क पहनना नही है जरूरी
चिकित्सकीय डिग्रीधारी जॉइंट मजिस्ट्रेट विपिन जैन ने मीडिया कर्मियों से साफ तौर पर कहा कि कोरोना से बचाव के लिये मास्क पहनना जरूरी नही है । हां इन्फेक्टेड लोगो से निर्धारित दूरी बनाकर रहना जरूरी है । कहा कि अगर जरूरी हो तो रुमाल का या गमछे का मास्क बनाकर लगाया जा सकता है । कहा कि यह वायरस हवा के द्वारा नही किसी भी सरफेश पर संक्रमित व्यक्ति के छीकने खांसने से पड़े ड्रॉप लेटस के छूने से फैलता है । इसके लिये जरूरी है कि हर आधे घंटे पर हाथो को साबुन से या सेनिटाइजर से साफ करते रहा जाए । साथ ही यह भी कहा कि हम लोग यह भी देखेंगे कही कोई दुकानदार इस हालत का फायदा उठाकर मुनाफा तो नही कमा रहा है । अगर ऐसा मिला तो खैर नही ।
बलिया 21 मार्च 2020: कलेक्ट्रेट सभागार में आयोजित प्रेसवार्ता में ज्वाइंट मजिस्ट्रेट विपिन कुमार जैन ने कहा कि कोरोना एक तरह से आपदा और महामारी दोनों हो गई है। इसका प्रवेश बलिया में तो नहीं हुआ है, लेकिन इससे निपटने के लिए तात्कालिक तौर पर 'कोरोना इमरजेंसी रिस्पांस प्लान' बनाया गया है। इसके तहत पांच टीमें बनाई गई है।
मीडिया सेल
एसडीएम सिकंदरपुर अन्न्पूर्णा गर्ग की देखरेख में मीडिया सेल बनी है जिसमें ईडीएम, बीएसए, जिला सूचना अधिकारी व जिला कार्यक्रम अधिकारी हैं। यह टीम सभी स्रोतों से प्राप्त सूचनाओं औश्र केंद्र सरकार की गाईडलाईन्स का प्रचार प्रसार करेगी। साथ ही अफवाहों पर नियंत्रण व उसका खंडन करेगी।
दूसरी टीम
दूसरी टीम में एसडीएम रसड़ा, सीएमओ, सीएमएस व एएसपी हैं, जो कोरोना संदिग्ध की जानकारी मिलते ही विशेष वाहन से उसको ले आकर आइसोलेशन वार्ड में भर्ती कराएंगे। टीम के साथ पुलिस बल भी रहेगी। टीम के सहयोग में सम्बन्धित तहसीलदार व थानाध्यक्ष भी रहेंगे, जो समस्त सम्पर्कों की जानकारी कर रिपोर्ट करेंगे।
कालाबाजारी रोकने के लिये तीसरी टीम
तीसरी टीम एडीएम के देखरेख में सिटी मजिस्ट्रेट, एसडीएम बेल्थरा, डीआईओएस व डीएसओ की है, जो खासकर तीन विन्दुओं पर काम करेगी। जिले में आवश्यक चीजों की सुलभता के साथ सामान, दवा आदि की कालाबाजारी पर नजर रखेगी। कोरोनो से सम्बन्धित इलाज व अन्य सुविधा पीड़ितों को दिलवाने की जिम्मेदारी भी इसी टीम की है। महामारी घोषित होने की स्थिति में जिले स्तर पर क्वारेनटाइन केंद्र का चिन्हांकन व उसमें रखे गए व्यक्तियों के लिए अवस्थापन के लिए सुविधाएं उपलब्ध कराएंगे।
चौथी टीम : सेनिटाइजेशन कराना
चौथी टीम सीडीओ की देखरेख में विकास विभाग व नगरीय निकाय महकमे की है। सभी बीडीओ, ईओ गांव व नगर के समस्त सार्वजनिक स्थलों को सेनेटाइज व युद्धस्तर पर साफ सफाई सुनिश्चित कराएंगे। गांव या नगर में एक ऐसी जगह का चिन्हांकन पहले से कर लेंगे, जहां आपात स्थिति में क्वारेनटाइन की व्यवस्था की जा सके। यह टीम हमेशा हर गांव या वार्ड के सम्पर्क में रहेगी।
कोरोना वायरस से बचाव के लिये मास्क पहनना नही है जरूरी
चिकित्सकीय डिग्रीधारी जॉइंट मजिस्ट्रेट विपिन जैन ने मीडिया कर्मियों से साफ तौर पर कहा कि कोरोना से बचाव के लिये मास्क पहनना जरूरी नही है । हां इन्फेक्टेड लोगो से निर्धारित दूरी बनाकर रहना जरूरी है । कहा कि अगर जरूरी हो तो रुमाल का या गमछे का मास्क बनाकर लगाया जा सकता है । कहा कि यह वायरस हवा के द्वारा नही किसी भी सरफेश पर संक्रमित व्यक्ति के छीकने खांसने से पड़े ड्रॉप लेटस के छूने से फैलता है । इसके लिये जरूरी है कि हर आधे घंटे पर हाथो को साबुन से या सेनिटाइजर से साफ करते रहा जाए । साथ ही यह भी कहा कि हम लोग यह भी देखेंगे कही कोई दुकानदार इस हालत का फायदा उठाकर मुनाफा तो नही कमा रहा है । अगर ऐसा मिला तो खैर नही ।