बलिया :किसान परेशान, शांतिपूर्ण प्रदर्शन पर मुसलमानों को मारी जा रही गोली तो कैसे मनाएं होली ? नेता प्रतिपक्ष ने कहा, जिले में अब तक किसानों को नहीं मिला मुआवजा : रामगोविंद
किसान परेशान, शांतिपूर्ण प्रदर्शन पर मुसलमानों को मारी जा रही गोली तो कैसे मनाएं होली ? नेता प्रतिपक्ष ने कहा, जिले में अब तक किसानों को नहीं मिला मुआवजा : रामगोविंद
बलिया 9 मार्च 2020 ।। उत्तर प्रदेश की विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष रामगोविंद चौधरी इस बार होली नहीं मनाएंगे। उन्होंने यह फैसला बाढ़ व अतिवृष्टि से फसलों की बर्बादी के बाद अब तक किसानों को मुआवजा न मिलने और नागरिकता संशोधन कानून के खिलाफ शांतिपूर्ण प्रदर्शनों में 25 मुसलमानों की मौत के कारण लिया है।
नेता प्रतिपक्ष ने अपने एक बयान में कहा कि इस बार जिले में घाघरा और गंगा में आई बाढ़ से किसानों की फसल जलमग्न हो गई। ऊपर से अतिवृष्टि ने फसलों को पूरी तरह से चौपट कर दिया। जिसके लिए इस संवेदनहीन सरकार ने किसानों की कोई मदद नहीं की। यही नहीं किसानों ने किसी तरह रबी की बुआई की तो उस पर भी बारिश का कहर हुआ। यानी इस वर्ष किसानों की दोनों मुख्य फसलें बर्बाद हो गईं।और गरीबो की मकान गिर गयी बावजूद इसके सरकार के कान पर जूं तक नहीं रेंगा। किसानों के दर्द को अनसुना कर दिया गया। एक धेला भी मुआवजे के नाम पर किसानों को नहीं दिया गया। ऐसे में प्रदेश व जिले के किसान दुखी हैं तो मैं कैसे होली की खुशी मनाऊंगा। मैं भी किसान का बेटा हूं, मेरा भी मन दुखी है। जबकि होली हर्ष और उल्लास का पर्व है। सरकार के तानाशाही रवैये के कारण किसानों की खुशी छिन गई है।
श्री चौधरी ने एक प्रेस विज्ञप्ति जारी कर कहा कि किसान तो किसान समाज का कोई तबका इस सरकार से खुश नहीं है। अभी सीएए के विरोध में शांतिपूर्ण प्रदर्शनों के दौरान सरकार ने गोली चलवाकर 25 मुसलमानों को मौत के घाट उतार दिया। कहा कि जब हमारे समाज का एक बड़ा धड़ा पीड़ा में है, ऐसे में होली मनाना उचित नहीं लगता। बोले, मैं सरकार से मांग करता हूं कि खरीफ और रबी दोनों फसलों का मुआवजा देकर सरकार किसानों के दुख-दर्द को कम करने का प्रयास करे।यह जानकारी सुशील पाण्डेय"कान्हजी" ने दी है ।